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Tuesday, November 8, 2011

Recruitment in Railway through Direct Recruitment for vacant posts

रेलवे के खाली पदों पर होगी सीधी भर्ती
(Recruitment in Railway through Direct Recruitment for vacant posts)

बिलासपुर.NNI.23सितंबर। रेलवे में नौकरी पाने के लिए बेरोजगारों को न तो लिखित परीक्षा देनी होगी और न ही हाई क्वालिफिकेशन की जरूरत होगी। दरअसल रेल मंत्रालय ने भारतीय रेल में ग्रुप-डी और सी के रिक्त कुल पदों में से 12 फीसदी पदों पर सीधी भर्ती को हरी झंडी दे दी है।
यह अलग बात है कि नियुक्ति नियमित कर्मचारी के विकल्प में होगी और नियमितीकरण के लिए 5 साल की सेवा अनिवार्य होगी। इस आदेश के बाद बिलासपुर जोन में लगभग 500 और देश में लगभग 7 हजार बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी।
15 लाख से ज्यादा कर्मचारियों वाले भारतीय रेल में 1 लाख 72 हजार पद रिक्त हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 79 हजार पद संरक्षा (सेफ्टी) के खाली हैं। संरक्षा से जुड़े पदों के रिक्त रहने का सीधा असर ट्रेन परिचालन पर पड़ रहा है।
इन पदों की भर्ती रेलवे भर्ती बोर्ड के माध्यम से हुई तो कर्मचारियों की पदस्थापना में लंबा समय लगेगा, लिहाजा रेल मंत्रालय ने सीधी भर्ती की प्रक्रिया को मंजूरी दी है। यह जरूर है कि सेफ्टी केटेगरी के रिक्त कुल पदों में से 10 फीसदी पदों पर ही सीधी भर्ती की जाएगी।
रेलवे बोर्ड ने आल इंडिया रेलवे फेडरेशन को सीधी भर्ती प्रक्रिया का आदेश 21 सितंबर को जारी किया है। इसके मुताबिक हर जोन में सेफ्टी केटेगरी के रिक्त पदों में से ग्रुप डी के 10 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती महाप्रबंधक एवं तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी की अनुशंसा पर होगी।
ऐसा नहीं है कि इन पदों पर नियुक्ति नियमित कर्मचारी के रूप में होगी। इन कर्मचारियों को नियमित कर्मचारी के विकल्प के तौर पर नियुक्ति मिलेगी, जिन्हें ‘अनियमित कर्मचारी’ कहा जाएगा। उन्हें नियमित कर्मचारी के वेतनमान और तमाम सुविधाओं के लिए चार माह नियमित ड्यूटी करना अनिवार्य होगा।
इसी तरह बिना किसी रुकावट के लगातार 5 साल सेवा देने वालों को नियमित भी किया जाएगा। रेल मंत्रालय का यह आदेश 17 सितंबर 2010 से ही प्रभावशील होगा और 1 अप्रैल की स्थिति में रिक्त पदों के हिसाब से 10 फीसदी कर्मचारियों की भर्ती होगी।

ग्रुप सी के 2 प्रतिशत पदों पर भी सीधी भर्ती
देश में ग्रुप सी के कुल 1 लाख 12 हजार पद रिक्त हैं। इनमें से 2 फीसदी पदों की भी पूर्ति सीधी भर्ती प्रक्रिया से होगी। इसका अधिकार महाप्रबंधक के बजाय रेलवे बोर्ड के पास होगा, यानी लगभग 23 सौ पदों पर भर्ती के लिए हरेके जोन को रेलवे बोर्ड से अनुशंसा लेनी होगी।

यह होगी प्रक्रिया
ग्रुप डी के पदों के लिए जोन के जीएम और ग्रुप सी के पदों के लिए रेलवे बोर्ड की अनुशंसा जरूरी होगी। बेरोजगार अपना आवेदन सीधे जीएम कार्यालय को भेजेंगे। जीएम तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करेंगे, जो आवेदनों की स्कूटनी करेगी और चीफ पर्सनल आफिसर के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों का आवेदन डीआरएम या हेड ऑफ डिपार्टमेंट के पास पहुंचेगा।
यहां से आवेदन जीएम के पास अनुशंसा के लिए पहुंचेगा। जीएम रिक्तता के हिसाब से तय करेंगे कि किस डिवीजन और किस विभाग में किसे नियुक्ति दी जानी है। जीएम की अनुशंसा के बाद कार्मिक विभाग औपचारिक नियुक्ति आदेश विभागों को भेजेगा।
हर डिवीजन की जिम्मेदारी होगी कि वह भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता के साथ सही आवेदनकर्ताओं की पहचान करें। इन पदों के लिए छठे वेतनमान आयोग के हिसाब से कम से कम 10वीं पास होना अनिवार्य होगा।

फैक्ट फिगर (आंकड़े देशभर में)
स्वीकृत पद -1566964
रिक्त पद -172444
ग्रुप सी के रिक्त पद -112566
ग्रुप डी के रिक्त पद -58329
सेफ्टी केटेगरी के रिक्त पद- 79000

एसईसीआर के सीपीआरओ मनीष अवस्थी ने कहा कि रेलवे बोर्ड द्वारा वैकल्पिक भर्ती को मंजूरी दे दी गई है। नियमित कर्मचारियों के विकल्प में होने वाली भर्ती में ग्रुप सी और डी के 12 फीसदी कर्मचारियों की नियुक्ति की जानकारी है। भारतीय रेल में दोनों केटेगरी के रिक्त पदों के हिसाब से लगभग 7 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। वहीं महामंत्री मेंस यूनियन सलिल लारेंस ने कहा कि लंबे समय से बंद पड़े वैकल्पिक भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और मेंस यूनियन आंदोलनरत था। रेल मंत्रालय ने संगठन के इस मांग पर गंभीरता से विचार किया और सहमति भी जता दी। भारतीय रेल में बेरोजगारों को बड़े पैमाने पर नौकरी मिलेगी।
News Source : http://nnilive.in/readnews.php?cid=10&sid=26&id=1005
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