/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Friday, April 19, 2013

Anudeshak recruitment in UP : अनुदेशक चयन को हरी झंडी, 30 से होगी काउंसलिंग


Anudeshak recruitment in UP : अनुदेशक चयन को हरी झंडी, 30 से होगी काउंसलिंग


 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अंशकालिक अनुदेशकों के चयन को हरी झंडी दी गई है। 30 अप्रैल से काउंसिलिंग कराई जाएगी। जिसके लिए मेरिट सूची का कट-आफ जारी किया जाएगा।

सर्व शिक्षा अभियान के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संविदा पर कला शिक्षा, शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा तथा कार्य शिक्षा (कंप्यूटर शिक्षा, गृह विज्ञान, संबंधित कला, कृषि शिक्षा तथा उद्यान एवं फल संरक्षण) के अंशकालिक अनुदेशकों का चयन किया जाना है। जिसमें तीनों के 480-480 कुल जिले में 1440 अनुदेशक रखे जाएंगे। चयन के लिए आन लाइन आवेदन जमा कराए गए थे। काफी दिनों से चयन प्रक्रिया लंबित चली आ रही थी। 17 अप्रैल को राज्य परियोजना निदेशक अमृता सोनी ने बीएसए को जारी आदेश में 30 को काउंसिलिंग कराने का आदेश दिया है। काउंसिलिंग के बारे में बताया गया कि इसके लिए आवेदकों की कट आफ मैरिट सूची जारी की जाएगी। सीटों के सापेक्ष सामान्य तथा आरक्षणवार अलग अलग अभ्यर्थियों की सूची प्रकाशित होगी और मेरिट में चयनित अभ्यार्थियों को काउंसिलिंग में शामिल किया जाएगा। बुलाए गए अभ्यार्थियों में रिक्तियों से कम आवेदकों के आने पर आठ मई को दूसरी काउंसिलिंग कराई जाएगी। बीएसए देवेंद्र स्वरूप ने बताया कि आदेशों का पालन कराया जाएगा और मेरिट जारी होते ही प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

डायट में बनेगा प्रकोष्ठ

काउंसलिंग को पारदर्शी बनाने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में असुविधा निस्तारण प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। किसी शिकायत पर प्रत्यावेदन लेकर उसकी जांच होगी और फिर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

डीएम की देखरेख में होगी तैनाती

चयनित अभ्यर्थियों की तैनाती में भी गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। निदेशक ने चयन सूची बनाकर जिलाधिकारी की देखरेख में तैनाती की बात कही है। साथ ही बीएसए को किसी भी गड़बड़ी पर कार्रवाई की चेतावनी दी है

News Source / Sabhaar : Jagran (Updated on: Thu, 18 Apr 2013 10:30 PM (IST))
*******************************************
This Anudeshak Recruitment is for ART/Other Category Candidates,

And now it is also expected that Science Stream Upper Primary Teacher Vacancies will also arrive Shortly.
Their DIRECT RECRUITMENT system is Made in Niyamavalee.


34 comments:

  1. बाप के मरते ही जायदाद यूँ बंटते देखी..
    थोड़े से कमरे और गलियारों में बिकते देखी..

    बर्तनों-राशनों के हिस्से भी लगाये गए..
    थालियाँ,लोटे और कटोरियाँ कटते देखी..

    बेचारा चूल्हा भी बच पाया कहाँ फैसले से..
    दाल तेरी तो रोटियां बने मेरी देखीं..

    चांदी-सोना तो बिके कबके सब पढाई में..
    घंटियाँ बैलों के गले की भी उतरते देखीं..

    बाप ने छोड़ा कहाँ कुछ भी सिवा कर्जों के..
    पूरी पंचायतों में यही शिकायत देखी..

    बहन की शादी में भाई ने किये खर्चे बहुत..
    एक-एक रूपया,रेजगारी भी गिनते देखी..

    बीज दे कौन,खाद किसकी,कौन पानी दे..
    पट्टीदारी में पड़ी खेतों की परती देखी..

    बाग़ और बगीचों की शपा फिर से पैमाइश हो..
    एक-एक पौधे,फल में घटत और बढ़त देखी..

    अनाज डेहरी के बँटने चाहिए दाना-दाना..
    आजकल चूहों की नीयत भी फिसलते देखी..

    मवेशी पहले ही बहुत हैं माँ को रक्खे कहाँ..
    बूढ़ी चूड़ियों संग कलाई भी सिसकते देखी...!

    ReplyDelete
  2. Analysis dene ki kosis kar raha hu, aapka bhi sahyog prathinay hai,
    Non tet matter solve ho chuka hai, uske sath aur bahut case solve ho gaye hai,, aur humare stay wale main case ka rasta bhi ab clear hone ki taraf hai,, sath me do big news bhi aa rahi hai ki new tet 2013 ki process suru hone wali hai,, aur usme b.ed wale primary ke liye valid nahi hai,, basic parishad ki meeting me baat samne aayi ki 1 jan 2012 ke baad b.ed tet ke liye valid nahi hai,, aur ctet me to ye form bharte samay spasth ho jata hai, ki vha par b.ed ka koi option hai hi nahi,, agar ye sab sahi hai aur bharti honi hai to SIRF AUR SIRF Ek hi Rasta hai,, Wo hai OLD ADD ko jivit (bahal) karna,, kyoki wo add 1 jan 2012 se pahle ka hai,, ye baat bhi kuch kam doubt full nahi hai,, aur wo jo 2104 tak b.ed ko sahmil karne ki baat hai uska kya matlab hai,, lekin agar ye sab gov ki galti maan li jaye to bharti ka ek hi rasta hai ki old add ko bhal kar diya jaye,, aur usi add me change kar vacancy bhi badhai jaye,, jitna bhi ho sake b.ed. wale us add se hi primary ki job paa sakte hai,, varna agar ye aa rahi news hi galat hai to new add ko bhi cancel karna bhut bada kaam hoga,,, aage ki process par aap bhi apne vichaar de,, ki ab kya kya possibilty hai,, aur kya hona chahiye,, lekin swarth ki bhawna se pre hokar hi apne vichar de,, thanking you ..

    ReplyDelete
  3. Mahtvapurna Khabar





    Utter Pradesh TET Vivad: Vradad Peeth Dwara 20-25april ke beech aadesh dene ki purna sambhavna hai.
    Vigyapan or Chayan ke vivad ka niptara do judgo ki peeth dwara 29april ko suchibadh kiye jane ke aasar hai.
    Court ke grishma kalin awkas se pahle samadhan sambhav.

    ReplyDelete
  4. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  5. लखनऊ । राज्य सरकार ने भाषा शिक्षकों की भर्ती के लिए आनन-फानन में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के मार्गदर्शी नियम जारी कर दिये हैं, लेकिन परीक्षा की तिथि व कार्यक्रम तय करने को लेकर बुलायी गयी बैठक बेनतीजा रही। अब अगले हफ्ते तिथि तय करने के बाद कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। इस बार टीईटी में भाषा शिक्षकों की भर्ती के लिए कई बदलाव किये गये हैं, लेकिन ऑन लाइन भर्ती में इस बार भी विकलांगों के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। पूर्व में जहां परीक्षा 90 मिनट की थी वहीं इस बार 150 मिनट की कर दी गयी है, लेकिन सवाल पिछले बार की तरह ही होंगे। अब एक सवाल का जवाब देने के लिए अभ्यर्थियों को एक मिनट तो जरूर मिलेगा। पहले 150 सवालों के लिए 90 मिनट ही थे। इसी बीच शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथि व ऑन लाइन कार्यक्रम तय करने के लिए बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन इसमें कोई फैसला नहीं हो पाया। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक सव्रेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि अब अगले सप्ताह परीक्षा तिथि व कार्यक्रम घोषित किया जा सकेगा।

    उल्लेखनीय है यूपी में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद अब टीईटी अनिवार्य कर दी गयी है। दो वर्ष की प्रक्रिया के बाद शिक्षक भर्ती में कामयाबी नहीं मिलने पर अब सरकार ने दूसरी टीईटी परीक्षा आयोजित कराने का निर्देश दिया है। सूत्रों का कहना है कि पहली टीईटी में नौकरी की आस लगाये बैठे अभ्यर्थी इस परीक्षा के आयोजन को लेकर भी कोर्ट में अड़ंगेबाजी डाल सकते हैं। पहली टीईटी परीक्षा कराने वाले तत्कालीन निदेशक माध्यमिक शिक्षा संजय मोहन के लिए यह किसी मुसीबत से कम नहीं रही, वह अभी भी जेल से बाहर नहीं आ पाये हैं। ऐसे में दूसरी बार टीईटी का बिगुल भले ही बज गया है, लेकिन अधिकारी फूंक-फूंक कर फैसला ले रहे हैं, इसी का नतीजा है कि टीईटी के लिए मार्ग दर्शी सिद्धांत जारी कर दिये गये हैं,लेकिन परीक्षा तिथि अभी तय नहीं हो पायी है।

    ReplyDelete
  6. Dosto-Larger bench high court ki ek asthai bench hoti hai jo ki kisi Hon Justice ke vishesh agrah par kisi vishesh matter ko solve karne ke liye CJ dwara organize ki jati hai. Aur us amuk matter ke solve ho jane par is bench ka astitwa finish ho jata hai.Is lb ka gathan AP Shahi ki request par cj sir ne Non tet matter ko solve karne ke liye gathit kiya tha. Vo only Non tet par agle hafte order karegi . Bhai confuse na ho hamara base of selection case division bench me Hon Harcauli&Mishra­ hi final karege.

    ReplyDelete
  7. Breking news...up basic education board ne gunank merit par aadharit rank ko website se hta diya hai..kyuki up basik edcation board bhi tet merit banane ki sambhavna se parchit ho chuka hai..jai tet

    ReplyDelete
  8. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  9. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  10. hamare moallim waale bhai jo teacher banna chahte hain wo ek exam se kyu darte hain jabki sarkaar unn pr kuch jyada hi meharbaan hai... ye vyaang hamare ek respected membr ne kiya hai jo mujhe accha laga aur usko aapse share kr rha hu.ye kewl ek vyang hai aur kisi ki bhawna ahat krna iska uddeshya nhi hai






    थोड़ी सी हँसी के साथ .

    समस्या -----उर्दू वाले तो निबंध परीक्षा भी देने को तैयार नहीं.

    एक्सपर्ट सुझाब---------------------------

    १.इमला परीक्षा

    २.तू मेरी नक़ल कर में तेरी नक़ल करू परीक्षा (सबसे पहले उस मुर्गे को पकड़ना होगा जिसे कुछ आता हो }

    ३.सुलेख परीक्षा

    ४.अ ,आ परीक्षा

    ५.जो अ,आ भी नहीं लिख पाएंगे ,उनको अ,आ लिखा मिलेगा बस पेंसिल से ओवर-राईटिंग करनी हैं .

    ६.जो ये भी नहीं कर पायेंगे वो परीक्षा कक्ष में आकर मात्र जलपान ग्रहण करे .

    नोट...पोस्ट पर कोई गलत कमेन्ट नहीं करेगा जिससे किसी की भाबनाओ को ठेस पहुचे

    ReplyDelete
    Replies
    1. mere dost aap ko bata don ye muallim wale 1997 se pahle ke hain. Aur h court ne 1998 me inhe samayojit karne ka order de rakha hai. Muallim graduation ke bad hota hai. Jin ko 16 saal pahle teacher ban jana tha. Sharm btc walon ko aani chahiye jo tet test se bhag rahe hain. 1997 se pahle ke pahle ke muallim 7000 se bhi kam hain. Shiksha mitra ke bare me socho jo gram sabha merit se liye gaye hain aur 150000 se bhi zyadah hain.

      Delete
  11. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  12. jasim G


    main aapse sahmat hun

    you are good thinking man

    ReplyDelete
  13. MERE TET SUPORTER SATHIYO...JAISA KI ACD BHAI YE KAH RAHE HAI KI L.B ME BASE OF SELECTION PAR V BAHAS HUYI THI.AUR L.B HI NIRNAY 24 KO ACD KE PAX ME DEGI ,25 SE STAY HAT JAYEGA,AUR KHARE G HAR KO DEKHKAR WATAGE KI BAT RAKHNE LAGE..MAI AISE LOGO KO KYA KAHUN SAMAJH ME NAHI ATA..YE SACH HAI KI L.B ME N.C.TE KE HAR RULE PAR BAHAS HUWI...NA KI BASE OF SELECTION PAR,,BASE OF SELECTION HON .HARKOLI G HI TAY KAREGE..MAI WATAGE PAR KOI BAT NAHI BTAUNGA KYUKI TET FI8TER MANA KIYE HAI..PAR YE JARUR BTAUGA KI HAME SIRF OLD ADD PAR BHARTI CHAHIYE NA KI KISI AUR SE..WARNA HAM SUPRIME COURT ME V JAYEGE .JARURAT PADNE PAR ,LEKIN BHARTI NAHI HONE DENGE..SURIME COURT ME HON. Judge radhe krishan g ka bench tet case ke liye pahle hi gathan kiya ja chuka hai,aur hamari cawiet v suprime court me pahle se maujud hai..waise hame s.c jane ki jarurat nahi padegi,aur ham old add ke sath bharti jald karwayege..hame watage ya any bhikh nahi chahiye ,hame sirf aur sirf tet merit chahiye..aus iske liye ham gov. Ko h.c se lekar s.c tak ghere bandi kar chuke hai..acd bhai apki afwah dekhte hai 25 ko stay hat jata hai aur gunank se couns. Chalu hoti hai..ye sirf sapne me dekho ..kyuki sapne v samunder ki lahro ki tarah hakikat ke chattano se tut kar bikhar jayege.

    ReplyDelete
  14. क्या दिल्ली दाग़दार है क्या?

    एक बार फिर दरिंदगी से दहल गई है दिल्ली. अगवा कर पांच साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ है. इस बार भी पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. पहले पीड़ित बच्ची के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुंह बंद रखने के लिए उन्हें दो हजार रुपये दिए उसके बाद घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रही लड़की को थप्पड़ मार दिया.

    ReplyDelete
  15. मैं एक ही बात सोच रहा हूँ कि आखिर इस सरकार में बी.एड,टेट से जुड़े मामलों में अंतिम निर्णय ले कौन रहा है,,,,जाहिर है कि इन निर्णयों से जिसका फायदा हो रहा होगा ,,या बिना उसका नुकसान हुए किसी ऐसे व्यक्ति क नुकसान हो रहा होगा जिसे वो अपना शत्रु मानता है ,,वही निर्णय ले रहा होगा,,,,,दिमाग पर कितना भी जोर डाल लूं लेकिन अखिलेश यादव को तो टेट मामले में अभी तक तो कोई फायदा नहीं हुआ है,,,ना ही भविष्य में इसकी कोई संभावना नजर आ रही है,,,, नुकसान कम किया जा सके यही बड़ी बात होगी,,,,,,अभी तक जितने भी निर्णय लिए गये हैं वो सब निहायत ही बेवकूफी भरे कहे जा सकते हैं,,,अगर उस्मानी कमेटी ने अपना काम ईमादारी से किया होता तो अखिलेश यादव की जय-जयकार ही होती और जनता में पूर्वाग्रह से रहित होकर काम करने वाली एक अच्छी इमेज बनती,,,,लेकिन उस्मानी ने तो जैसे गुणांक से भर्ती कराने की सुपारी ली थी,,,,नए टेट में बी.एड वालों को प्राथमिक के टेट से वंचित रखने का प्रयास करके सरकार ने अपने लिए एक नई मुसीबत को दावत दे दी है,,,,NCTE की अनुमति विस्तार की शर्तों कि चाहे NCTE व्याख्या करे चाहे सरकार लेकिन कोर्ट के आदेश से अंततः नए टेट में बी.एड वालों को शामिल करना ही होगा,,,,यदि नए विज्ञापन के लिए सरकार ने पदों के सृजन की घोषणा ना की तो उसकी फीस वापसी सरकार को उससे कहीं ज्यादा महंगी पड़ सकती है जितना आज की तारीख में कोई सोच सकता है,,,,
    तो सवाल यह है कि ये सब आखिर हो किसके इशारे पर रहा है,,,,यदि यह सब मुख्यमंत्री की मर्जी से हो रहा है तो मुझे ज्ञान प्राप्ति से पूर्व के कालीदास याद आ रहे हैं,,यदि उनके पिताश्री या चाचा की मर्जी से हो रहा है तो मुझे अफ़सोस है कि हमारा मुख्यमंत्री ना सिर्फ परतंत्र है,,,बल्कि डरपोक भी है,,,,,,अपने अधिकारियों और मंत्रियों से डरने वाला मुख्यमंत्री बनने से बेहतर था कि अखिलेश किसी कंपनी में एक-दो लाख की नौकरी कर लेते,,,,,,

    ReplyDelete
  16. पता नही वेटेज की बात कब कहाँ किसने और किस आधार पर की । जिसका कोई आधार या अस्तित्व नही है पढ़े लिखे लोग उस काल्पनिक वस्तु मे इतनी रुचि क्यों ले रहे है । मुझे नही लगता कोई न्यायालय इस तरह का सुझाव यदि सरकार के द्वारा दिया भी जाए तो स्वीकार कर सकती है । जब हमे हमारा पूरा हक कोर्ट दिलाने को तत्पर है तो हम सरकार से आधे के लिए भीख क्यो माँगेँगे ? यह कोर्ट जाने से पहले संभव था तब भी न हम वेटेज लेने को तैयार थे और न सरकार देने को । फिर आज जब हम पूरी तरह जीत चुके है टेट मोर्चा द्वारा वेटेज की माँग किए जाने का प्रश्न ही नही उठता ।

    ReplyDelete
  17. अगर अपना टेट भावी अध्यापकों के धैर्य की परीक्षा थी तो मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि हम पूरी तरह से असफल सिद्ध हुए ,,,मुझे याद नहीं कि किसी भी महत्वपूर्ण service Matter में इससे कम वक्त लगा हो,,,, 2004 बैच के बी.टी.सी.वाले हमारे साथ ही संघर्ष कर रहे हैं जबकि उन्हें तो 2006 में ही नियुक्ति मिल जानी चाहिए थी,,,,,, विशिष्ट के 2008 batch वालों ने भी दो साल मुकदमा झेला है,,, दुनियाँ में और भी लोगों के गम है उनको महसूस करने की अगर हम कोशिश करते तो शायद अपना गम कुछ कम मालूम पड़ने लगता ,,,,,,,,

    ReplyDelete
  18. ये मामला इससे पहले भी कोर्ट में कई बार और अलग-अलग मुकदमों में जा चुका है,,,, इस मामले में जज ज्यादा ध्यान नहीं देते क्योंकि उच्च एवं सर्वोच्च न्यायालय में जजों की नियुक्ति भी परीक्षा द्वारा नहीं होती ,,वैसे भी नियुक्ति प्रक्रिया निर्धारित करना राज्य सरकार के अधिकार में आता है,,न्यायालय चाहे तो इसमें हताक्षेप कर सकता है लेकिन करता नहीं,,,न्यायपालिका एवं कार्यपालिका में टकराव दोनों ही पक्ष टालना चाहते हैं,,,,,,,हाँ,,हमारा विवाद गुणांक से होने वाली भर्तियों को हमेशा के लिए समाप्त कर सकता है,,बशर्ते हम नियुक्ति के पश्चात यह साबित कर दें कि हमारे द्वारा पदाए बच्चों की शिक्षा का गुणवत्ता स्टार एकैडमिक वालों द्वारा पदाए बच्चों से ज्यादा है,,,,,,तब यह बहस राष्ट्रीय स्टार पर छिड़ सकती है,,,,,,असली बात तो तब बनेगी जब गाँव वाले खुद ही मांग करें कि अगर उनके बच्चों को टेट मेरिट से चयनित अध्यापकों द्वारा पद्य जाएगा तो ही वो उन्हें सरकारी स्कूलों में भेजेंगे,,,अन्यथा नहीं,,,,,,हर काम अदालत से नहीं होता ,,,,,,,,कुछ जिम्मेदारी हमें अपने आप ही उठानी होंगी,,,,,अभी टेट मेरिट से चयन का विधिक औचित्य सिद्द होगा ,,,लेकिन इसे धरातल पर भी साबित करना होगा ,,,,,,,,,यदि हमारे चयन के एक साल के भीतर शिक्षा के गुणवत्ता स्टार पर परिवर्तन स्पष्ट ना हुआ तो मैं मान लूँगा कि इतने दिनों की मेहनत व्यर्थ गई,,,

    ReplyDelete
  19. दिल्ली में रेप या दिल्ली का रेप::

    आज दिल्ली में फिर से एक के बाद एक घटियापन और तमाम नए पुराने राजनितिक दलों द्वारा गन्दी राजनीति उस वक्त देखने को मिली जब एक पांच साल की नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसके शरीर को बुरी तरह से नुकसान पहुँचाया गया.

    आज उस पीड़ित लड़की को जब दिलशाद गार्डन के दयानंद अस्पताल में भरती करवाने के लिए ले जाया गया तो सबसे पहले पुलिस ने मामला रफा-दफा करने के लिए पीड़ित बच्ची के परिवार वालों को २००० रुपये देने की पेशकश की.

    उसके बाद महिला आयोग की कांग्रेसी नेता ममता शर्मा का एक बेहद शर्मनाक बयां आया, जब उनसे पूछा गया की बच्ची के परिवार से मिलने के लिए तो उन्होंने कहा की आज छुट्टी है वो कल मिलेंगी.

    ये बातें यहीं खत्म नही हुई, आम आदमी के कार्यकर्ताओं ने बच्ची को एम्स में भरती करने की मांग पर अस्पताल परिसर के बाहर हंगामा खड़ा कर दिया और डा. ए के वालिया और संदीप दिक्सित के साथ हाथापाई की गयी जब की अस्पताल के नियम के हिसाब से वो दूसरे मरीजों के लिहाज से एक संवेदनशील इलाका होता है जहाँ शोर की इज़ाज़त नही होती..

    इसके फलस्वरूप वहाँ पर मौजूद ए सी पी अहलावत ने कानून तोड़ते हुए विरोध कर रही लड़कियों को थप्पड़ मार दिया जिन्हें बाद में सस्पेंड कर दिया गया.

    अभी मामला शांत नही हुआ था की भाजपा के सांसद महोदय विजय गोयल साहेब भी नारे लगाते हुए अपने कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल परिसर में पहुँच गए.

    बाद में मिडिया में खबर आने के बाद बच्ची को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ से निकालकर एम्स में भर्ती करवाया गया.

    और तब से अब तक लगातार हर कोई उस मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने में लगा हुआ है, क्या पता किसका सिक्का चल जाये.

    # इस घटना ने एक तरफ जहाँ कानून व्यवस्था की पोल खोली, वहीँ दिल्ली सरकार के तमाम दावों के साथ-२ उन सभी पार्टियों की भी पोल खोल दी जो अपने आप को जनता की शुभचिंतक होने का दावा करती हैं.

    # भगवान आज राम नवमी के दिन सभी को सद्बुद्धि दे की किसी से लड़ाई किसी दूसरे को नुक्सान पहुंचाकर ना करें..

    # जान की कीमत सभी की है..

    ReplyDelete
  20. भाई आप लोगो को कितनी बार ,,,मैंने कहा है की,,,अकादमिक वाले भाइयो की बातो का आप ऐसे आँख बंद कर के कैसे विश्वाश कर लेते है,,,अरे भाई आप टेट पास है ,,,टेट मेरिट से अध्यापक बन ने जा रहे हो,,,,अब अकादमिक चाहने वाले थोडा परेशां हतास ,,और बौख्लायेंगे,,, तो है ही न ,,,,हमे
    आपको बर्गालायेंगे,,,आने वाले ३-४ दिनों तक ,,हमें और उलझा कर रखेंगे,,,,ये अपनी हरकत से बाज़ थोड़े न आयेंगे,,,
    हमारी जीत से हमे अब कोई नहीं रोक सकता,,,भगवन और सत्य पर विश्वाश है,,,आपको है क्या?
    अगर है तो सब उनके सहारे छोड़ दो?नुस बिना किसी रुकावट के अपना कार्य करते रहे हो,,,,मजदूरी तो मालिक दे ही देगा,,,अगर नहीं देगा ,,,तो क्या हो जायेगा??
    बस ये समझ कर हम उसे भूल जायेंगे की ,,,हम नी बेगारी कर दी और क्या?
    वैसे ,,,,,

    जो अकादमिक भाई कह रहे है,,की ट्रिपल बेंच में बसे ऑफ़ सिलेक्शन और ओल्ड विज्ञापन पर चर्चा हुयी है ,,,उनके लिए मै ,,,
    इन दोनों मुद्दों से सम्बंधित केसों के स्टेटस डाल रहा हु,,,,
    प्रत्यक्षम किम प्रमाणं ,....

    सी..
    अब आप लोग देख के decide करे की अब तक ,,जब ट्रिपल बेंच में ,,,और कोर्ट नो. २९ में हमारा मैटर कभी टेक उप ही नहीं हुवा,,तो,,,,हमारी slp पर सुनवाई की खबरे कहा तक सही है??,,,,आने वाला निर्णय सिर्फ नॉन टेट का होगा,,,और हमारा मैटर ..उसी दिन decide ...होगा की,,db में जाये या ,,tb में ही रहे,,,,

    अभी अपनी एकता बनाये रखे,,,,यहाँ हम सब ऐसे है,,जिनको अपने टेट संघर्ष मोर्चे के हर १ व्यक्तियों के बारे ,,कुछ ऐसी जानकारिया है ,,,जिनको सार्वजानिक करने से ,,,,अबी कोई फायदा,,नहीं,,,और न ही बाद में होगा,,,
    क्रिकेट में ऐसी कहावत है की जब तक आपकी टीम जीत रही हो,,तब तक आपको अपनी विनिंग टीम कम्पोजीसन को चेंज नहीं करना चाहिए,,,
    तो अभी फालतू की बातो को इगनोरे करो,,,हम बीत गयी बातो को लेकर बैठ जाते है,,,
    अरे भाई जो गलती हुयी या ,,,पूर्व में जो कुछ भी हुवा उसको भूल कर,,,आगे की रणनीति पर चर्चा करनी चाहिए,,,
    बाकि आप लोगो की मर्जी,,,आप लोगो के विचार,,
    आपस में १ दुसरे पर विश्वाश बनाये रखे ,,,केस देख रहे भाइयो को भी टेट मेरिट के अलावा अन्य किसी विधि से नौकरी नहीं चाहिए,,,इतना तो विश्वाश रखो अपने साथियों,,,पर,,





    शुभरात्रि..

    ReplyDelete
  21. जब वोडाफोन के एक विज्ञापन में दोपैसो मे लड़की पटाने की बात की जाती है तब कौन ताली बजाता है?
    हर विज्ञापन ने अध्-नंगी नारी दिखा कर ये विज्ञापन एजेंसिया / कम्पनियाँ क्या सन्देश देना चाहते है इस पर कितने चेनल बहस करेंगे ?
    पेन्टी हो या पेन्ट हो, कॉलगेट या पेप्सोडेंट हो, साबुन या डिटरजेण्ट हो , कोई भी विज्ञापन हो, सब में ये छरहरे बदन वाली छोरियो के अधनंगे बदन को परोसना क्या नारीत्व के साथ बलात्कार नहीं है?
    फिल्म को चलाने के लिए आईटम सॉन्गके नाम पर लड़कियो को जिस तरह मटकवाया जाता है या यू कहे लगभग आधा नंगा करके उसके अंग प्रत्यंग को फोकस के साथ दिखाया जाता है वो स्त्रीयत्व के साथ बलात्कार करनानहीं है क्या?
    पत्रिकाए हो या अखबार सबमे आधी नंगी लड़कियो के फोटो किसके लिए और क्या सिखाने के लिए भरपूर मात्र मे छापे जाते है? ये स्त्रीयत्व का बलात्कार नहीं है क्या?
    दिन रात , टीवी हो या पेपर , फिल्मे हो या सीरियल, लगातार स्त्रीयत्व का बलात्कार होते देखने वाले, और उस पर खुश होने वाले, उस का समर्थनकरने वाले क्या बलात्कारी नहीं है ?
    संस्कृति के साथ , मर्यादाओ के साथ, संस्कारो के साथ, लज्जा के साथ जो ये सब किया जा रहा है वो बलात्कार नहीं है क्या? निरंतर हो रहे नारीत्व के बलात्कार के समर्थको को नारी के बलात्कार पर शर्म आना उसी तरह है जैसे मांस खाने वाला , लहसुन प्याज पर नाक सिकोडे
    जिस देश में "आजा तेरी _ मारू , तेरे सर से _ _ का भूत उतारू" जैसा गाना गाने वाला हनीसिंह , सीरियल किसर कहे जाना वाला इमरान हाशमी, और इसी तरह का नंगा नाच फैलाने वाले भांड युवाओ के " आइडल" बन रहेहो वहा बलात्कार और छेडछाड़ की घटनाए नहीं तो और क्या बढ़ेगा?
    कुल मिलाकर मेरे कहने का अर्थ ये है भाई कि जब हम स्त्रीयत्व का सम्मान करना सीखेंगे तभी हम नारी का सम्मान करना सीख पाएंगे।

    ReplyDelete
  22. उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक
    विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति हेतु
    मोअल्लिम डिग्रीधारियों ने टीईटी के बदले हुए
    प्रारुप को भी नकार दिया। उनका कहना है कि 16 वर्ष
    से अधिक का समय बीत गया है अध्ययन किये अब तो कोई
    परीक्षा देने में हम कहाँ तक सक्षम
    है,हमारी नियुक्ति सीधे रिक्त पदों पर की जाए।

    ReplyDelete
    Replies
    1. koi badi baat nahi hai jo sewarat hain un me se 5 % bhi tet nahi pass kar sakte hain. Muallim wale to ho sakta hai padhai likhai ke kam se alag hi kuch kar rahe honge.

      Delete
  23. savita ji tet patrata parixa to hai lekin rajya sarkar 1%se 100% tak wtg de sakti hai jaisa ki old ad dia hai

    ReplyDelete
  24. Kai vishesgyo, anubhvi, aur sikshvibhag se ucch pdo par jude logo ko yahi kahna hai k tet merit par bhrti nhi ho sakti, tet kewal patrta pariksha hai.... HC k justice arun tandan ji ne bhi tet ko kewal patrta pariksha bataya hai... Isliye up prt me finly kewal acd mert se bhrti hogi...

    ReplyDelete
  25. vijay rathi
    main wahi hun jise aapne apni email id di thi

    ReplyDelete
  26. टेट मेरिट चाहने वालो के लिये खुशखबरी
    >>डाटा फीडीग का र्काय सुरु
    >> क्या अब भी किसी टेट मेरिट भाई को लगता है टेट मेरिट नही बनेगा
    >> जा के पता कर लो
    The
    Director
    State council educetionl reserch and traning
    uttar pradesh
    JBTC campus
    nisht ganj
    Lucknow 226007
    Phone no-
    0522
    2780505

    ReplyDelete
  27. Matlb tet mrt walo ne to paglpanthi k had kr di hai,..kisi media walo ko pta nhi chla aur ye lknw jakr tet mrt b bnwane lage....To bhaio ja kr joining later b le lo.... Aur kisi ko btana b mat k hmne tet mrt se joing le hai nahi to sb hsege... Ha ha ha

    ReplyDelete
  28. Tet merit wale pagal ho gaye



    koi inko pagal khane bhejo



    haha

    ReplyDelete
  29. HAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHA..................
    .
    .
    .
    KAPIL DEV JI

    .
    .
    KYA NISHANE PE TEER MARA HE SHER TO RANDUWA HO GAYA....

    ReplyDelete
  30. Neend mangoge to khawab denge,
    TET mangoge to faad denge....!!!

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।