/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Tuesday, October 28, 2014

इंटर कॉलेजों के 2448 तदर्थ शिक्षक होंगे नियमित

इंटर कॉलेजों के 2448 तदर्थ शिक्षक होंगे नियमित

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को भेजा प्रस्ताव




लखनऊ। राज्य सरकार सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में वर्ष 2000 तक रखे गए तदर्थ शिक्षकों को नियमित करने की तैयारी में है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। इसके मुताबिक करीब 2448 शिक्षकों को नियमित किया जाना है। अभी तक इन शिक्षकों को हाईकोर्ट के आदेश पर वेतन मिल रहा है।

प्रदेश में इसके पहले वर्ष 1998 और 2000 में 6 अगस्त 1993 तक के तदर्थ के आधार पर रखे गए शिक्षकों को नियमित किया जा चुका है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय इसके बाद से लेकर वर्ष 2000 तक रखे गए 2448 तदर्थ शिक्षकों को नियमित करना चाहता है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इसमें तर्क दिया गया है कि चूंकि सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की जरूरत है और ये शिक्षक हाईकोर्ट के आदेश पर स्थायी शिक्षकों के समकक्ष वेतनमान पा रहे हैं, इसलिए इन्हें नियमित कर दिया जाए। इनके नियमित होने पर राज्य सरकार के ऊपर अतिरिक्त बोझ नहीं आएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के प्रस्ताव पर शासन के सहमत होने के बाद कैबिनेट से प्रस्ताव पास कराना होगा।

शिक्षक संघ चाहता है कि सभी हों नियमित ः

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चाहता है कि सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में 6 अगस्त 1993 के बाद से अब तक जितने भी तदर्थ शिक्षक रखे गए हैं उन्हें नियमित किया जाए। संघ के प्रदेश प्रवक्ता आरपी मिश्रा कहते हैं कि माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली की अध्यक्षता में हुई बैठक में वर्ष 2011 तक के शिक्षकों को नियमित करने पर सहमति भी बन चुकी है। इसलिए शासन स्तर पर सभी तदर्थ शिक्षकों को नियमित करने का निर्णय लिया जाए। इससे शिक्षकों की कमी भी दूर हो जाएगी और सरकार को मुकदमेबाजी पर पैसे भी खर्च नहीं करने होंगे

32 comments:

  1. सुप्रभात भाइयों !!!!

    कुछ लोग साधना मिश्रा केस को बहुत तूल दे रहे हैं।वास्तव में ये केस इस लायक भी नही है कि हम इसके बारे मे सोचे।न्यायालयो द्वारा यह एक सुस्थापित सिद्धान्त है कि कोई भी न्यायालय सरकार के नीतिगत फैसलों मे हस्तक्षेप नही करता ,जबतक कि किसी के अधिकारो का हनन न होता हो।कुछ लोग कहेंगे कि 15 संसोधन करके अकादमिक मेरिट से भर्ती करना भी तो सरकार का नीतिगत फैसला ही था।बेशक वो भी नीतिगत फैसला ही था,परन्तु मत भूलो कि ये संसोधन नयायालय द्वारा स्थापित इस सिद्धान्त के विपरीत था कि "खेल के बीच में नियम नही बदले जा सकते।"साथ ही उच्च न्यायालय ने ये भी कहा कि यह संसोधन समानता के अधिकार का भी उल्लंघन है।इसी लिए इसे विधि बाह्य घोषित कर दिया।लगता हमारे अकादमिक समर्थक मित्रों की मति मारी गई है तभी तो वें लोग ऊल-जलूल रिट डाल रहे हैं ,जिनसे उन्हे कुछ हासिल होने वाला नही है।अगर यें लोग वास्तव में जाॅब हासिल करना चाहते हैं तो नई विज्ञप्ति पर भी भर्ती कराने के लिए वाद दायर करें अन्यथा घूमते रहे कोर्ट कचहरी में।ईश्वर इन्हे सदबुद्धी दे..

    ReplyDelete
  2. मित्रों ,
    टेट के इस नाटकीय संघर्ष में कुछ
    लोगों की समझ को समझना भी एक समझ है
    और जो इनकी समझ को समझ
    गया वही समझदार है |
    देख रहा हूँ कि जब से उत्तर प्रदेश में टेट मेरिट नामक तूफ़ान
    आया है ,टेट के बड़े-बड़े भर्ती विशेषज्ञों का विधिज्ञान
    रसातल में चला गया है और आजकल उनकी पोस्ट में
    विधिक ज्ञान कम और अपने चयन को लेकर भय अधिक दिखाई
    देता है (शलभ भाई के अतिरिक्त ) | कल तक
    जो सधाना मिश्रा की रिट को फुस्स पटाका बता रहे थे आज
    एकाएक वो परमाणु बम कैसे बन गया और उसमें ऐसा क्या है जो भय
    का वातावरण पैदा करके कमज़ोर दिलवालों को उसमें
    याची बनने की सलाह दी जाने
    लगी ,इस बारे में मुझे व्यक्तिगत तौर से ऐसा लगता है
    कि ये अप्रत्यक्ष रूप से एक बार फिर चंदा वसूलने
    की योजना है और याची बनने के नाम पर
    ठगी का ये खेल पहले भी खेला जा चूका है
    |

    ReplyDelete
  3. कुछ बातें जो आसमान से ऊपर की हैं समझ में
    नहीं आती जैसे कोई कहता है
    कि विज्ञापन में महिला पुरुष का वर्गीकरण
    नहीं होना चाइये तो मुझे याद आता कि जब नए विज्ञापन
    में पुरुष महिला का वर्गीकरण
    नहीं हो रहा था और नहीं कला विज्ञानं
    तब इन जैसों को ये लगता था कि गुणांक से महिला इन से
    बाज़ी मार जाएंगी और इसके विरुद्ध कई
    याचिका माननीय वी के शुक्ल
    जी की कोर्ट में फाइल
    की गयी थी ,क्या हुआ
    सबकी सब सरकार का नीतिगत
    फैसला बता कर ख़ारिज कर दी गयी |
    अब टेट के भारांक का मुद्दा ये वही मुद्दा है जिस पर
    हमारी और गुणांक धारियों की एस एल
    पी सुप्रीम कोर्ट में स्वीकृत
    की गयी थी ,अब
    जो मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है उस
    पर हाई कोर्ट कोई निर्णय कैसे देगी ये
    भी देखना होगा और एक बार
    को इसकी कल्पना कर
    भी ली जाए क्योंकि कल्पना करने पर
    अभी भारत सरकार ने कोई टैक्स
    नहीं लगाया है ,अगर टेट का भारांक पर हाई कोर्ट कोई
    निर्णय ले भी लेता है तो वो हम पर
    किसी भी प्रकार से प्रभाव
    नहीं डालेगा उसका प्रभाव केवल
    भविष्यगामी होगा और केवल उन भर्तियों पर
    होगा जो शुद्ध गुणांक पर हो रही हैं |

    ReplyDelete
  4. सधाना मिश्रा वाले मामले में जो बहुत ही विचित्र बात है
    वो ये है कि जिस १२ वे संशोधन को हाई कोर्ट और
    सुप्रीम कोर्ट ने सही माना उसे रद्द करने
    की प्रेयर की गयी है और जिस
    १५ वे संशोधन को हाई कोर्ट ने गलत बताया है उसे बहाल करने
    की प्रेयर की गयी है |
    देखा जाए तो मेरे लिए सधाना मिश्रा पुत्र सुदामा प्रसाद मिश्रा एक
    सस्पेंस थिरलर एक्शन मिर्च मसाला मूवी के अतिरिक्त
    और कुछ नहीं है |
    अंत में, इतना ही कहना चाहूंगा कि हर पल मरने से
    अच्छा है एक ही पल मर जाना इसलिए अपने दिल से
    डर को निकाल दो , और कूटनीतिक व् कुटिल
    व्यक्तियों को हमेशा के लिए छोड़ दो क्योंकि ये हमेशा आपको डरा-
    डरा कर लुटते रहेंगें ,इस भर्ती की एक
    और नाटकीय जंग के लिए हम तैयार हैं |
    किसी को याची बनने की कोई
    ज़रुरत नहीं है और न
    ही किसी नेता को चंदा देने
    की क्योंकि इस
    भर्ती की जितनी ज़रुरत हमें
    है उससे कहीं अधिक ज़रुरत इन तथाकथित नेताओ
    को भी है |

    ७२८२५ को दिसंबर माह में नियुक्ति प्राप्त
    हो ,ऐसी शुभकामनाओं सहित !!!!

    ReplyDelete
  5. आज हरदोई यूनियन के एक साथी ने मुझे बताया कि एक नए नवेले विधिवेत्ता एवं चन्दा संग्राहक साथी कह रहे थे कि साधना मिश्रा की याचिका अगर डबल बेंच में गयी है तो उसमे कोई ऐसा point तो होगा ही कि भर्ती फँस जाए ,,, कुछ लोगों द्वारा पिछले कई दिनों से भय का व्यापार शुरू करने का प्रयास आंशिक रूप से सफल हो ही चुका था लेकिन मेरी पोस्ट टेट मेरिट समर्थकों का भय इतना तो दूर कर ही देती थीं कि वो किसी को बिना ठोस वजह और योजना के चन्दा देने को तैयार नही हो रहे थे ,,,, आज मेरे दिमाग में टेट मेरिट समर्थकों के मन को स्थायी रूप से भय मुक्त करने का अनोखा विचार आया ,,, किसी को स्थायी रूप से भय मुक्त करने का सबसे बेहतर तरीका है कि पहले उसे भयंकर भय युक्त किया जाए .... जिस टेट मेरिट समर्थक को मैंने डराया हो अब कोई ऐरा गैरा उसे कैसे डराएगा !!!!!
    मेरी दोपहर वाली उस भय युक्त पोस्ट पर जितने भी लोग दुखी हुए हों समझ लेना उनके अच्छे दिन आने वाले हैं और जितने भी लोग भर्ती फँसने की सम्भावना से खुश हुए थे वो अब सारी जिंदगी कुड़-कुड़ कर जियेंगे ...एकेडमिक समर्थकों के साथ साथ कुछ छद्म टेट मेरिट समर्थक गद्दार भी उस पोस्ट पर खुलकर खुश होते दिखे थे ,,, मुझे उनपर तरस आ रहा है .....
    टेट मेरिट समर्थकों से मेरा कहना है कि किसी भी स्थिति में डरा मत करो ,, भर्ती में कोई अड़चन आएगी तो हम सब मिलकर उससे निपट लेंगे ....
    साधना मिश्रा की याचिका पर खड़ा करने के लिए फिलहाल कोई वकील फाइनल नही हो सका है ,आज इस सम्बन्ध में जानकारी करूँगा ,,,

    Shalabh Tiwari

    ReplyDelete
  6. नमस्कार टी०ई०टी० साथियो,,,,,,,

    साथियो कल मैं, सुजीत जी, सदानन्द जी, क्षमा अवस्थी जी, दिलीप जी, नवीन सिंह जी, सच्चिदानंद जी, उमाशंकर पटेल जी, विनोद वर्मा जी, अलोक वर्मा जी, शिवशंकर पाल जी, विनय सिंह जी, रामबाबू पाल जी, कमलेश कुशवाहा जी,अश्वनी मौर्या जी, गोविन्द सरन जी एवं अन्य अपने टेट साथियों के साथ SCERT पर निदेशक महोदय जी अपनी कई मांगों के साथ मिलने पहुचे. हमारा ज्ञापन पड़ने के बाद सारे बिन्दुयों पर विचार करने का आश्वासन दिया तथा विस्तृत बातचीत के लिए आज पुनः बुलाया है. हम लोगों द्वारा सौपा गया ज्ञापन निम्न प्रकार है........

    ReplyDelete
  7. *********
    सेवा में,
    निदेशक
    एस.सी.ई.आर.टी.
    निशातगंज लखनऊ, उ०प्र०

    विषय: 72825-प्रशिक्षु शिक्षकों की काउंसिलिंग मा० हाईकोर्ट एवं मा० सुप्रीमकोर्ट के आदेशानुसार 30/11/2011 के मूल विज्ञप्ति के अनुसार संपन्न किये जाने के सम्बन्ध में,

    महोदय,
    अवगत कराना चाहते हैं कि 30/11/2011 को 72825-प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति हेतु विज्ञप्ति प्रकाशित की गयी थी जिसपर कतिपय कारणों से मा० हाईकोर्ट द्वारा स्थगन आदेश प्रेषित किया गया था जो कि अंतिम रूप से निस्तारित होकर 20/11/2013 को मा० हाईकोर्ट एवं 25/03/2014 को मा० सुप्रीमकोर्ट द्वारा 30/11/2011 के मूल विज्ञप्ति के आधार पर नियुक्ति करने का आदेश दिया गया. इसी क्रम में काउंसिलिंग के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं तथा काउंसिलिंग का तीसरा चरण 03/11/2014 से प्रस्तावित है किन्तु काउंसिलिंग के दुसरे चरण के पश्चात् कुछ समस्याएं हम अभ्यर्थियों के समक्ष आयी हैं जिनका समाधान होना नितान्त आवश्यक है;

    1. मा० सुप्रीमकोर्ट के 25/03/2014 के आदेशानुसार 30/11/2011 के विज्ञप्ति के अनुसार NCTE के अनुदेशों का पालन करते हुए नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की जाये.
    2. तीसरे चरण की काउंसिलिंग से पूर्व प्रत्येक जनपद की रिक्त सीटों का विवरण वर्गवार (महिला, पुरुष, कला, विज्ञान की रिक्तियां अनारक्षित वर्ग, आरक्षित वर्ग इत्यादि) दिया जाये. जिससे कि हम अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के समय जनपद चयन में कठिनाईयों का सामना न करना पड़े.
    3. तीसरे चरण की काउंसिलिंग में चयनित अभ्यर्थियों की सूची को जनपद-वार ऑनलाइन किया जाये.
    4. दुसरे चरण तक की काउंसिलिंग में चयनित अभ्यर्थियों का विवरण जनपद-वार ऑनलाइन की जाये.
    5. UPTET-2011 के परीक्षा परिणाम को पूर्व कि भांति ऑनलाइन किया जाये. जिससे कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे.
    आप से सादर अनुरोध है कि उपरोक्त माँगों को द्रष्टिगत रखते हुए तीसरे चरण कि काउंसिलिंग के पूर्व हम अभ्यर्थियों की उपर्युक्त समस्यायों का समाधान अवश्य किया जाये, महती कृपा होगी.
    सादर धन्यवाद.

    दि०- 27/10/2014

    निवेदक टी०ई०टी० संघर्ष मोर्चा उ०प्र०

    ReplyDelete
  8. साधना की मॉडिफाइड रिट पर २९ को उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ में अहम् सुनवाई है, जिसकी कॉपी आज मोर्चे को प्राप्त हो गयी है.. ये मामला मोर्चे के नेता जितना आसान बता रहे हैं, उतना है नहीं और ये सब मोर्चे की ही कारस्तानी है.. खैर!! इससे अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है.. ये रिट भी मात्र चलती हुई प्रक्रिया में अडंगा मात्र है जिससे निपटने के लिए मोर्चा अचानक से सक्रिय हो चूका है.. आखिर मोर्चे के सभी महानुभावों की काउंसलिंग जो हो चुकी है.. आप विश्वास रखिये मोर्चा अपने लिए जान लड़ा देगा..
    दूसरी महत्वपूर्ण बात आज scert को ज्ञापन दिया गया और scert द्वारा एक भी विन्दु का संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.. संक्षेप में, आज तक एक भी फर्जी बाहर नहीं किया गया है.. पूरी काउंसलिंग होने के बाद फ़िल्टर किया जायेगा.. special category के पदों की भर्ती अंतिम समय तक जारी रहेगी... २०११ टेट रिजल्ट ऑनलाइन होना संभव नहीं है और जनरल रैंक भी ऑनलाइन नहीं किया जायेगा.. ये स्थिति निहायत ही निराशाजनक है.. आगामी समय में आप सभी कुछ और नयी रिटों को prt केस के साथ जुड़ता हुआ देखेंगे..
    धन्यवाद!!

    ReplyDelete
  9. HIGH COURT ACTIVITIES ABOUT PRT

    जितने भी लोग काउंसिलिंग करा चुके हैं या 3rd में कराने जा रहे हैं उन सभी को मेरी सलाह है कि किसी के भी साथ रहें लेकिन पार्टी अवश्य बनें और impleadment application की कापी लें ...

    1- SADHNA MISHRA KI WRIT KI COPY RECEIVED HO GAYI HAI

    2-FEMALES CATEGORY K DIVISION KO CHALLENGE KIYA GAYA HAI

    FEMALES BE CAREFUL AAPKA RESERVATION CHALLENGE KIYA GAYA HAI
    REQUEST
    AAP PARTY BANE YA SAHYOG KARE

    2-SCIENCE /ART DIVISION CHALLENGE KIYA GAYA HAI

    3-BASE OF SELECTION (WEIGHTAGE) KO CHALLENGE KIYA GAYA HAI

    4-12TH AMENDMENT KO BASE BANAKER WRIT KI GAYI HAI

    5-AGE IRREGULARITIES BHI MATTER MAIN

    ReplyDelete
  10. DETAILES
    गणेश दीक्षित द्वारा साधना मिश्रा की याचिका की कापी निकाल ली गयी है जिसपर संक्षेप में मेरी और उनकी चर्चा हो चुकी है

    याचिका पूरी तरह से modified है
    किसी को उम्मीद ही नहीं थी कि कभी 30-11-11 का विज्ञापन बहाल भी हो सकेगा तो इन मुद्दों को उठाकर करता भी क्या

    यह केस इलाहाबाद की जगह लखनऊ बेंच में डाला ही इसलिए गया है जिससे अब तक इन मुद्दों को ना उठाने की वजहों से सम्बंधित सवालों से बचा जा सके

    टेट मोर्चे के पैरवीकारों और वकीलों की जानबूझकर अथवा अनजाने में की गयी गलतियों पर चर्चा करके अपनी ऊर्जा को जाया करना मैं अब उचित नहीं समझता क्योंकि इलाहाबाद में केस चलने के दौरान इलाहाबाद से हरदोई की दूरी से उत्पन्न होने वाली असुविधा के कारण केस में पार्टी बनकर अपना वकील खड़ा ना करने का तर्क दिया जा सकता था लेकिन लखनऊ में नहीं

    मेरे हिसाब से टेट मोर्चे के वकीलों द्वारा इलाहाबाद हाई कोर्ट में लिया स्टैंड यदि दोषरहित ही होता तो सुप्रीम कोर्ट अंतरिम भर्ती का आदेश देने के बावजूद स्वयं ही केस को वापस हाईकोर्ट ना refer करता

    इन हालात में मैं यही उचित समझता हूँ किसी पर ऊँगली उठाने की जगह स्वयं ही पार्टी बनकर अपना वकील खड़ा करूँ


    जितने भी लोग काउंसिलिंग करा चुके हैं या 3rd में कराने जा रहे हैं उन सभी को मेरी सलाह है कि किसी के भी साथ रहें लेकिन पार्टी अवश्य बनें और impleadment application की कापी लें

    मेरे साथ सिर्फ वही लोग आयें जो इस कथन से सहमत हों कि भर्ती होगी तो टेट मेरिट से वरना उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में कभी कोई भर्ती नहीं होगी होगी

    (RAJESH YADAV)

    ReplyDelete
  11. "उद्यमेन ही सिद्धयन्ति कार्याणि न मनोरथैः
    न ही सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः"
    .
    साथियों !
    टेट मोर्चा अपने कर्मक्षेत्र में सर्वदा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जाना जाता है,,,और आज भी कर्मक्षेत्र में हमारे टेट योद्धा अपना मोर्चा जमा बैठे हैं,, अकेडमिक पक्ष ने सधाना मिश्रा नामक जो 'तुक्का' रणभूमि में उतारा है उसकी रिट की कॉपी हमारे अग्रणी टेट योद्धाओं को मिल चुकी है और उसका पोस्टमार्टम किये जाने की तैयारी चल रही है। गणेश दीक्षित, राकेश यादव, मुअज्जम भाई, ऋषि जी, राजेश यादव समेत लखनऊ हाई कोर्ट के अधिवक्ता बी के शुक्ला जी इस समय रिट की चिंदी उड़ाने की व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं,,,सधाना मिश्रा रिट की सुनवाई न्यायधीश वी के शुक्ला (कोर्ट नंबर 4) की बेंच में होगी और अकेडमिक पक्ष इस रिट की पैरवी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता इसलिए 'हाई कोर्ट की तोप' समझे जाने वाले अधिवक्ता एस के कालिया, वी बी कालिया को हायर किया है। अपनी रिट और तोप वकीलों के दम पर इतराता अकेडमिक खेमा शायद यह भूल गया है की टेट मोर्चा सदैव "अभिमन्यु" ही मैदान में उतारता आया है और सदैव ही चक्रव्यूह तोड़ने में सफल रहा है,,इस बार भी ऐसा ही कुछ होने वाला है। अभी टेट मोर्चा के अग्रणी बन्धु अपने कर्मक्षेत्र में डटकर दुश्मन को नेस्तनाबूद करने की तैयारी में व्यस्त हैं,,फिलहाल आप सभी टेट भाइयों की दुआएँ हमारे साथ हैं और हम इस बार भी कामयाब होंगे।

    ReplyDelete
  12. टी0ई0टी0 भर्ती मतलब "चन्‍दा भर्ती "
    -----------------------------------------------
    1- प्राइमरी एवं जूनियर टी0ई0टी0 मेरिट पर भर्ती के लिए चन्‍दा।
    2- प्राइमरी एवं जूनियर शैक्षणिक मेरिट पर भर्ती के लिए चन्‍दा।
    3- बी0एड0 प्रशिक्षु में बी0एड0 2012 एवं टी0ई0टी0 2011 को बाहर करने के लिए चन्‍दा।
    4- जूनियर से प्राइमरी की भर्ती में सम्मिलित करने के लिए चन्‍दा।
    5- प्राइमरी से जूनियर की भर्ती के लिए चन्‍दा।
    6- पदोन्‍नति न होने के कारण जूनियर भर्ती रोकने के लिए चन्‍दा।
    7- जूनियर भर्ती रदद करने के लिए चन्‍दा।
    8- जूनियर में टी0ई0टी0 वेटेज देने के लिए चन्‍दा।
    9- बी0एड0 स्‍नातक में 45 प्रतिशत से कम वाले अभ्‍यर्थियों को सम्मिलित करने के लिए चन्‍दा।
    10-इग्‍नू एवं राजर्षि टण्‍डन को सम्मिलित करने के लिए चन्‍दा।
    11-प्रोफेशनल कोर्स अन्दर और वाहर करने के लिए चन्दा।
    12- नियुक्ति पत्र पाने के लिए कोर्ट जाने के लिए चन्दा।

    ReplyDelete
  13. .
    Kal SCERT ne gusse me ant-shant kah diya tha lekin kuchh baate palat gaee hain.
    .
    TET-2011 result bhle hi ol n ho lekin data ol hone ki news aa gaee hai. Is-se 3rd counselling me candidates ko raahat milni tay hai.
    Uptet Tet-Base Raj's photo.

    ReplyDelete
  14. शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थी हो रहे हलकान Mon, 27 Oct 2014 08:48 PM (IST) जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : 'प्यास लगे तब कुआं खोदो' की कहावत इन दिनों शिक्षकों की भर्ती पर पूरी तरह से फिट बैठ रही है। हालत यह है कि करीब एक लाख शिक्षकों की भर्ती के लिए अफसरों ने पहले से कोई तैयारी नहीं की, बल्कि जब समस्या आई उसका तुरत-फुरत समाधान खोज लिया। इसीलिए आए दिन परेशानी हो रही है और अभ्यर्थी भी अनायास भागदौड़ कर रहे हैं, वहीं अफसर भी सारे मामले उसी अंदाज में निपटा रहे हैं। प्रदेश में इन दिनों प्राथमिक स्कूलों के लिए 72825 एवं जूनियर स्कूलों के लिए 29336 शिक्षकों की भर्ती चल रही है। दोनों भर्तियों में आए दिन अफसरों को जूझना पड़ता है, क्योंकि अक्सर कोई न कोई व्यवधान उत्पन्न होता है। मसलन प्राथमिक स्कूल के लिए स्नातक में 45 फीसदी अंक लेकर पास अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग में शामिल किया जाएगा या नहीं। ऐसे ही जूनियर स्कूल के लिए एमएससी कृषि करने वाले अभ्यर्थी को विज्ञान शिक्षक के रूप में मौका मिलेगा या नहीं। ऐसे ही दर्जनों सवाल काउंसिलिंग शुरू होने के बाद रह-रहकर सामने आते रहे। अभ्यर्थी अफसरों के चक्कर काटते तब जाकर उसका समाधान होता था। प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए तो राज्य स्तरीय कठिनाई निवारण समिति का गठन किया गया था। इसमें हर काउंसिलिंग के बाद राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से इस समिति के पास सवाल भेजा जाता था और उनके निराकरण को अगली काउंसिलिंग में लागू कराया गया। इससे बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़ा। यह सिलसिला अब तक जारी है, जबकि प्राथमिक स्कूल के लिए तीसरी काउंसिलिंग होने को है और जूनियर स्कूल के लिए पांचवीं काउंसिलिंग पूरी हो चुकी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य विनोद कृष्ण कहते हैं कि हम लोग एससीईआटी के निर्देशों का ही अनुपालन करते हैं। काउंसिलिंग के दौरान जो समस्या आती है उसे एससीईआरटी को भेजते हैं और वहां से मिले निर्देशों को अमल में लाते हैं।

    ReplyDelete
  15. जब सुबह होने को होती है तो अँधेरा सबसे ज्यादा होता है .....कुछ ऐसा ही अभी आपके साथ भी हो रहा है कभी कपिल आ जाते हैं तो कभी साधना । अरे भाई ये तो आते और जाते ही रहेंगे जब तक आपकी जॉइनिंग नहीं हो जाती ।और वो दिन अब ज्यादा दूर नहीं इसलिए निश्चिंत रहिये और अपनी खुशियों को कम मत होने दीजिये। आपका संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा । ईश्वर पर विश्वास रखिये।

    ReplyDelete
  16. जब ज्यादा चिलमधारी साधू इकठठे होते हैं तो लात जूता होना बिल्कुल तय हो जाता है ।
    यही हाल 72825 के महाज्ञानी चिलमधारियों का है।

    जिसे देखो ज्ञापन का अंबार लगाये पडा है । जैसे इनसे तनख्वाह पा रहे हैं सभी सरकारी कर्मचारी ,

    कोई कितना भी जोर लगा ले , काउसिंलिंगे नही रुकने वाली , हाँ जिन्दगी में आगे बढ़ने के जो दूसरे अवसर हैं वो जरूर रुक जायेंगे । जितनी काउसिंलिंगें होती जायेंगी , उतनी ही ये भर्ती लोहा बनती चली जायेगी ।

    परन्तु जिस प्रकार मणि खोया हुआ नाग मणि के वियोग में इधर उधर सर पटक पटक कर मर जाता है उसी प्रकार कुछ काउसिंलिंगें पूर्ण हो जाने के पश्चात् भर्ती में चयनित न हो पाने के गम से कुछ टेट नेताओं का मरना और कुछ का पागल हो जाना तय लग रहा है ।

    ReplyDelete
  17. मुझे लगता है कि रिजल्ट आन लाईन नही होगा ।
    सभी पद भरने से पहले चयनित सूची नही लगेगी ।
    रैंक कभी जारी नही होगी ।
    काउसिंलिंग के साथ साथ सत्यापन नही होगा ।
    चयनित और रिजेक्टेड डेटा आनलाईन कभी नही होगा ।
    रीशिफिलिंग अभ्यर्थियों के तरीके से कभी नही होगी ।
    और एकेडमिक पशुओं का स्वप्न कि एकेडमिक से भर्ती हो ये कभी पूरा नही होगा ।

    सिर्फ और सिर्फ एक ही मुददा पर कुछ हो सकता है और वो है 45%, 50% ,40% वाला मुददा ,, और वो भी तब जब कोर्ट में पूरे एक साल तक सब कुछ बेंचकर वहशी की तरह लोग पैरवी कराकर लडेंगे ।

    ReplyDelete
  18. वाह रे मंत्री।।
    बाराबंकी में अंगूठियां पहनने के चलते माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने लेखाधिकारी को निलंबित कर दिया।।।।।।

    ReplyDelete
  19. एक सामान्य अभ्यर्थी यदि काउंसलिंग कराने के बाद घर बैठकर नियुक्ति का इंतजार कर रहा है तो बात ठीक है लेकिन टेट मोर्चा के अग्रिम पंक्ति के नेतृत्व की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह 72,825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती को माया सरकार तथा अनिल संत के विज्ञापन के आधार पर फर्जीवाड़ा रहित भर्ती पूर्ण कराना सुनिश्चित करें तब नियुक्ति की मांग करें।
    फ़िलहाल हालात ठीक नही है।
    धन्यबाद

    ReplyDelete
  20. Ganesh Dixit >

    Saathiyon,
    Lucknow high court me 29 Oct.ko listed Sadhna
    Mishra ki writ ko humaare virodhi bahut hi bada
    chadaker prasareet ker rahe hien jabki 72825 prt ki
    recruiting sc ke order pe ho rahi he order dene
    wale judge honor.h.l.dattu sir ab CJI hien aise me
    is order per stay lagwane ki fake news virodhion ki
    tetians ko darane ki chaal bhar he aisa karke
    virodhion ke leader kewal chanda roopi dhan
    batorna chahte hien.....
    ek maha gyaani jo tet morche se bhga diya gya hai
    vo gaali de raha hai ki mai uski
    chnde ki dukan nahi chlne de raha hoo
    mujhe dukh hai ki mai morche ke liye din raat ek
    karke tet lions ke liye lda aur ab
    mujhe gaaali aur chnda chor daruhal bta raha hai
    tiwari ..........
    doosra resufling aur jativaad ke naam pr chnda
    btorna chahta hai
    voh bhi mujhe gaali de raha hai ....
    mujhe aaj bahut dukh hai ki maine in namurado ke
    liye sanghars kiya
    mai is namurad himansu aur tiwari ke mnsoobe
    poore nahi hone doonga ......
    bs ab niyukti ptra pr dhyan do mitro
    sanghe shkti kalyuge ...jai tet

    ReplyDelete
  21. अब विदा लेता हूँ भाइयों आपका दिन शुभ हो

    ReplyDelete
  22. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  23. ganesh ji ki post padh kar lgta hai ki inhe coun. ki chinta nhi hai, low merit walo ki chinta nhi hai bas niyukti ptra ki hi chinta rh gyi hai

    ReplyDelete
  24. 2015 में यूपीएससी कराएगा 22 परीक्षाएं
    इलाहाबाद (ब्यूरो)। संघ लोक सेवा आयोग अगले वर्ष 22 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कराएगा। आयोग ने पूरे वर्ष का परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सर्विसेज-2015 भर्ती परीक्षा के लिए मई में आवेदन मांगा जाएगा। पहले जनवरी-फरवरी में आवेदन मांगा जाता था लेकिन मुख्य परीक्षा प्रारूप में बदलाव के बाद मई में विज्ञापन जारी होने लगा है। प्रारंभिक परीक्षा 23 अगस्त को होगी। आयोग सीडीएस, एससीआरए, एनडीए, भारतीय इंजीनियरिंग सेवा आदि भर्तियों के लिए परीक्षाएं आयोजित करेगा।
    आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार नए साल में परीक्षाओं की शुरुआत 11 जनवरी तथा अंत 27 दिसंबर 2015 को यूपीएससी की भर्ती परीक्षा से होगी। एससीआरए-2015 भर्ती परीक्षा 18 जनवरी को होगी। इसके लिए सात नवंबर तक आवेदन मांगा गया है। सीडीएस की दोनों भर्ती परीक्षाएं 15 फरवरी और एक नवंबर तथा एनडीए की परीक्षा 19 अप्रैल एवं 27 सितंबर को होगी। भारतीय आर्थिक/सांख्यिकी सेवा भर्ती और सम्मिलित भू-वैज्ञानिक एवं भू-विज्ञानी परीक्षा 23 मई 2015 को होगी। दोनों परीक्षाएं तीन दिन होंगी। इनके लिए सात फरवरी से छह मार्च तक आवेदन मांगा जाएगा। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल सहायक कमाडेंट भर्ती परीक्षा 12 जुलाई को होगी। इसके लिए 11 अप्रैल से आठ मई तक आवेदन मांगा जाएगा। सिविल सेवा तथा भारतीय वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 23 अगस्त को होगी। इसके 16 मई से 12 जून के बीच आवेदन किया जा सकेगा। भारतीय वन सेवा मुख्य परीक्षा 21 नवंबर से शुरू होकर 10 दिन तक चलेगी। सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 18 दिसंबर से होगी। परीक्षा पांच दिन तक चलेगी।
    सिविल सेवा के लिए आवेदन 16 मई से, प्रारंभिक परीक्षा 23 अगस्त को
    एससीआरए, सीडीएस, एनडीए, आईईएस आदि भर्ती परीक्षाएं हैं शामिल

    ReplyDelete
  25. सहायक अध्यापक भर्ती आवेदन का असर
    पोस्टल आर्डर के लिए खूब मची मारामारी
    आगरा(ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड ने प्रदेश में करीब सात हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती मेरिट के आधार पर निकाली है। इससे पोस्टर आर्डर की भी मांग बढ़ गई। शहर के मुख्य डाकघर को छोड़कर सभी में पोस्टल आर्डर समाप्त हो गए।
    सोमवार को मुख्य डाकघर में भी सुबह से लेकर शाम तक पोस्टल आर्डर खरीदने वालों की भारी भीड़ दिखाई दी। विभागीय सूत्रों की माने तो छोटे डाकघर वालों ने कुछ तकनीकी खामी बताकर लोगों की स्पीड पोस्ट भी नहीं की।
    इस कारण सारा लोड मुख्य डाकघर पर आ गया। शाम पांच बजे तक चार लाख बासठ हजार (462000) पोस्टर आर्डर की बिक्री हुई, जिनकी कीमत पांच करोड़ आठ लाख बीस हजार (50820000) रुपए थी। बताया गया है कि सेंटर कार्यालय कानपुर में अन्य प्रदेशों से पोस्टल आर्डर मंगाए हैं। आगरा मंडल में भी 369 सहायक अध्यापकों की जगह निकली हैं।

    ReplyDelete
  26. Mera male obc sci 109 3rd me kya chance hai mai is samay banglore me hoo merit kab tak ayege please reply soon thank you

    ReplyDelete
  27. B-ed,BTC 2012 vale jo TET 2011 me pass hai vo junior Bharti me kaisie shamil ho gye jabki B-ed aur TET ka certificate to ulta hi hai rules k according Pehle B-ed pass hona chahiye fir TeT Rajesh ji aap k hisab se kya hai

    ReplyDelete
  28. Kya 93 obc male art ka koi chance banta hair pls es esthiti mai kya ho sakta hair pls reply mine 35 zilo se apply kiya hai plllllllllllllllllllllllllllls repppppppppppppplllllllllllllyy

    ReplyDelete
  29. Saathiyon,
    Scert second counceling me aupbandhik counceling ka online correction aaj ker raha he so aise log apni apni diet per jaaker apne correction ki jaankari le lien.....
    Mitron , Sadhna Mishra wale case ki details tet sangharsh morcha ne lko. Hc se nikalwa li he .......,29 Oct. Ko is writ ki agali date he.....hum logon ne kal is writ ki copy ko lekar lko.hc ke kai senior advocates se consult kiya ....is writ me Allahabad hc me hui purvbarti single , double aur larger bench me different cases me utthai muddon ko phir se modify form me uthaya gaya he aur ek do untouched points bhi saamil hien......sadhna ki writ ke liye virodhion ne lko. Hc ke very most senior advocate s.k.kaaliya ko hire kiya he jabki tet sangharsh morcha ne bhi senior advocate ko hire kiya he......aap panic create na Karen aur na hi tension lien.......milker humne yahan tak her level per jeet pai he .......nischit hi aage bhi jeetenge.......kyonki hum sacche hien ......isiliye ishwar ki kripa mil rahi he....aur nyay bhi humaare paksh me huA he.........so dhairy ke saath needar rahien......ekjut rahien......afwahon se door rahie.....Vivek ka prayog karien .... Sanghe shakti sarwda .........
    ...... ........ Jai hind jai tet.....

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।