/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Sunday, October 26, 2014

Alag Hatke : सूरत में दिवाली धमाका, गिफ्ट में कार-घर

Alag Hatke : सूरत में दिवाली धमाका, गिफ्ट में कार-घर

दिवाली बोनस के तौर पर अगर आपको घर, ज्वेलरी या कार मिल जाए तो शायद आप खुद को सबसे ज्यादा भाग्यशाली मानेंगे और अपनी कंपनी को दुनिया की सबसे अच्छी कंपनी। कुछ ऐसा ही महसूस कर रहे हैं सूरत की डायमंड कंपनी हरेकृष्ण एक्सपोर्ट्स के करीब 1200 कर्मचारी। इन कर्मचारियों की परफॉर्मेंस से खुश होकर कंपनी ने 491 कर्मचारियों को कार गिफ्ट की है। यही नहीं 525 कर्मचारियों को ज्वेलरी और 200 कर्मचारियों को घर गिफ्ट दिए हैं।



गुजरात के सूरत में हरेकृष्ण एक्सपोर्ट्स के कर्मचारी अपने बॉस की दरियादिली के मुरीद हो गए हैं। बात है भी कुछ ऐसी, उनके बॉस देश के ऐसे पहले दिलदार बॉस हैं जिसने अपने कर्मचारियों को इंसेंटिव के तौर पर चमचमाती कार गिफ्ट दी है। सिर्फ कार ही नहीं बल्कि ज्वेलरी और यहां तक की 200 कर्मचारियों को तो फ्लैट भी गिफ्ट में मिले हैं।




कंपनी के मालिक मानते हैं कि जो कर्मचारी अपने काम के प्रति ईमानदार हैं और इनकी वजह से कंपनी को मुनाफा होता है। ऐसे में कंपनी का फर्ज है कि इन कर्मचारियों को खुशी मिले। कंपनी ने कर्मचारियों को गिफ्ट करने के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट रखा था

We have allotted Rs 4 lakh to each of these employees, which comes to around Rs 50 crore. It was left to them to choose which gift they want. For example, those who had a car and a flat, opted for jewellery. This will boost their morale and encourage them and others to work hard," Dholakia said.

ach of the selected employees would get Rs 4 lakh to buy a Fiat 'Punto Evo' car, or a residential apartment or get gold jewellery worth Rs 4 lakh, Dholakia said.

Meanwhile, Fiat Group Automobiles India said it has delivered the biggest single bulk order of 455 Punto cars to a prominent business house in Surat.
"The order comprises of 190 Punto Evo 1.2 Petrol and 265 Punto Evo 1.3 Diesel in New Pearl White and Minimal Grey colours was taken by Sukrit Autolink, FIAT exclusive dealer in Surat," the auto maker said in a statement.
The 1,268 employees of Hari Krishna Exports range from managers to diamond polishers to even cleaning staff, Dholakia said.
The diamond trading firm had registered a turnover of over Rs 6,000 crore last year, he said.



गोविंद काका नहीं करते निराश
सूरत में ऐसे कई डायमंड कारोबारी हैं, जिनकी पिछली कहानी संघर्ष से भरी हुई है। उनमें से रामकृष्ण एक्सपोर्ट के गोविंद पटेल (भगत) भी हैं। वह गोविंद ढोलकिया के नाम से जाने जाते हैं। वह सावजी ढोलकिया के चाचा हैं। उन्होंने चौथी तक पढ़ाई की है। गुजरात के अमरेली जिले के दूधाला गांव के गोविंद काका का सपना था, बस में बैठना। आज वह करोड़ों रुपये की रॉयल्स रॉस में घूमते हैं। आज इनका 4000 करोड़ का टर्नओवर है। वह अपने दरवाजे पर आए किसी को निराश नहीं करते हैं। वह रोजाना सुबह अपने घर के बाहर जरूरतमंदों को नकदी दान देते हैं। सूरत आने के 50 साल होने पर वह समाज के लिए अनेक काम करना चाहते हैं।

किरण जेम्स के वल्लभभाई लाखाणी पटेल का भी खूब नाम है। उन्होंने शहर में एक हॉस्पिटल बनाने का बीड़ा उठाया और इसके लिए 52 करोड़ रुपये दान में दिए। इस हॉस्पिटल में एयर ऐंबुलेंस के लिए हेलिपैड बनाने की तैयार चल रही है। हॉस्पिटल में नाममात्र की फीस ली जाती है। गरीबों का मुफ्त में इलाज होता है। धर्मनंदन डायमंड के लालजी पटेल उगामेडी के गरीब परिवार में जन्मे थे। उनके गांव में पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। लेकिन उन्होंने मथुर सवाणी के साथ मिलकर करोड़ों रुपये के खर्च से गांव में जलसंचय की व्यवस्था की। ऐसे ही भवानी जेम्स मनजी ढोलकिया व अन्य हैं, जो मानते हैं कि वे समाज की सेवा कर अपना ऋण चुका रहे हैं।


डायमंड एयरलाइंस शुरू की
समाज सेवा से जुड़े इन हीरा कारोबारियों ने मिलकर डायमंड एयरलाइंस कंपनी शुरू की है। धनतेरस के दिन इन्होंने सूरत एयरपोर्ट पर प्राइवेट एयरक्राफ्ट को उतारा। अन्य चार एयरक्राफ्ट और एक हेलिकॉप्टर खरीदने की उनकी तैयारी चल रही है। सूरत से सौराष्ट्र के गांवों और मुंबई-शिरडी जाने वालों के लिए यह सर्विस शुरू की गई है। इस पर 20 करोड़ रुपये निवेश किए गए हैं

1 comment:

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।