/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Saturday, November 22, 2014

72,825 शिक्षक भर्ती: धांधली पर कोर्ट सख्त, दिया आदेश

72,825 शिक्षक भर्ती: धांधली पर कोर्ट सख्त, दिया आदेश


मेरिट सूची पेश करें

प्राथमिक विद्यालयों में 72825 पदों के लिए चल रही प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती काउंसलिंग में हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने सरकार को एक सप्ताह में इसकी मेरिट सूची पेश करने को कहा है।

यह आदेश जितेंद्र सिंह सेंगर व अन्य की ओर से हाईकोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश मनोज कुमार गुप्ता ने दिए। याचिका में अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगाए हैं।

वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कार्यरत शिक्षामित्रों को भी 72825 सहायक अध्यापकों की भर्ती हेतु जारी काउंसलिंग में शामिल करने का निर्देश दिया है।

हालांकि कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि चयन याचिका के परिणाम पर निर्भर करेगा। विकास चौधरी और अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश न्यायमूर्ति भारती सप्रू ने दिया है।

याचीगण का कहना था कि 72 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए जारी काउंसिलिंग में शिक्षामित्रों को दस प्रतिशत कोटे के तहत शामिल किया गया है।

Newsअमर उजाला, लखनऊ Updated @ 1:59 AM IST

3 comments:

  1. Priy tet mitro bhaiyo avm bahno aur big b ko pradam-
    Aap sabhi pareshan n ho.akl les srkar ki 3sri vrshganth pr aap sabhi ko niyuktipatr PRT V JRT ko uplabdh kra diya jayega.

    ReplyDelete
  2. Singham ji ap or tiger ji ese hi mere armano pr pani ferte rhte h parso tk to niyukti patra dec m mil ra ta or kl mana kr dia y ky majak h meri life k sath

    ReplyDelete
  3. Gudmrng frnds
    Achhi news h...dhandli se agar parda uthega tbhi kuch achcha hoga is bharti me....aaj jinhe Sab low marit wala kehte hai last year tak unki seat pakki h ye kaha jata the...ab jo ho raha hai usse shayd kuch achha ho....let's see..

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।