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Sunday, December 21, 2014

CTET BOOKS ONLINE PURCHASE

CTET KA FORM BHARNE VAALON KE LIYE BOOKS/ STUDY MATERIAL AVAILABLE ONLINE


CTET BOOKS BUY ONLINE

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37 comments:

  1. शुभ प्रभात
    सज्जनोँ और देवियों .
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    सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आये हुए आज दो दिन बीत चुके हैं,, और सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसा आदेश पारित किया है,, जिस से सभी कम टेट अंक प्राप्त किये हुए भाइयों का भला हो जायेगा,,, और ऐसे आदेश की हम परिकल्पना भी नहीं कर रहे थे ,, परंतु इस निकम्मी सरकार के या अपने निकम्मे मोर्चा के नेतावों के भरोशे बैठे रहने से इस आदेश का कोई लाभ नहीं मिलने जा रहा है,,
    क्योंकि सर्कार इतने पदों पर भर्ती कभी करना नहीं चाहेगी ,,
    और हमारे मोर्चा के नेता होने नहीं देना चाहेंगे,,, जो की आप समझ सकते हैं,,
    .
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    भाइयों मैं आपसे कहना चाहूँगा की,, इस मोर्चे को 100 नंबर तक के अभ्यर्थियों ने जितना चलाया और इन कमीने ,,सपा से भी गिरे हुए नेता के बहकावे में आये जो आज हमारे द्वारा किये गए सहयोग से अपनी नौकरी पाकर हमारे सीने पे लात रख कर आगे निकलना छह रहे थे,,,लेकिन भगवान ने हम सब की पीड़ा सुनी ,, और इसका प्रतिफल हमारे आपके सामने है,, बस अब इसका फायदा लेना भी हमारे आपके हाथ में हैं,,.
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    मैंने इन नेतावों के बारे में इसलिए अब तक गलत नहीं लिखा क्योंकि तब हमने ये मान लिया था की हमारे नंबर कम हैं,, इसलिए इसमें इनकी क्या गलती है,,, लेकिन अब जब ये आदेश आ चूका है,, तब भी इन्होने ये नहीं सोचा की यार ये तो बहुत अच्छा हुवा अब हमारा कोई भाई नहीं बचेगा ,, सबका हमारे साथ कल्याण हो जायेगा,,, हमारा प्राथमिक में अब और बड़ा संगठन हो जायेगा,,,कोई भी ऐसे भाई को अब कष्ट नहीं होगा जिसने इन तीन सालों में सिर्फ टेट को अपनी जिंदगी बना लिया हो,,,.
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    भाइयों आज भी ऐसे 115 से 105 और 98 से 104 के आरक्षित अभ्यर्थियों की इतनी संख्या है,,, जो अपना एक अलग संगठन बना सकते हैं,,, और इनकी संख्या भी हमारे चोर संगठन से ज्यादा होगी,, और एक बहुत मजबूत सगठन हमारे आपके सामने होगा,,,
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    जिस से इस आदेश के पालन में किसी प्रकार की न नुकुर होने पे हम आने वाली सुनवाई में मिल कर अपने लिए एक अच्छा सा वकील खड़ा कर सके ,,, ताकि इन नेतावो के वकील इसको सिर्फ 72825 तक सीमित न कर सकें,,, .
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    आपने एक बात नोटिस की हो तो ध्यान दीजियेगा,,, की अबकी सुनवाई के लिए जब इन 100 नंबर तक वाले भाइयों ने सहयोग नहीं किया तो,,, इनको वकील की फीस इकठ्ठा करने में नानी याद आ गयी,,,नहीं तो एक सुनवाई के लिए एक आवाज पर 30 लाख यूँ ही इकठ्ठे हो जाया करते थे,,,तो सोचो जब हम मिलेंगे,, तो क्या होगा?
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    मैं आप लोगों से सिर्फ इतना ही निवेदन करना चाहूँगा,, की इस महत्तव पूर्ण मौके का फुल लाभ उठायें,, हर जिलें में अपना संगठन बनाये,,, क्योंकि ऐसे कई जिलाध्यक्ष जो की आज भी चयन से बहार हैं,,, उनको अपने जिलें में फिर कुछ चंद हफ्तों के लिए सक्रियता दिखानी होगी,,, और धन बल दोनों तरह से हमें मजबूत होना पड़ेगा,,
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    जब ncte ने शिक्षा मित्रों को लात मार ही दी है,,,,और खुद सर्कार सिंगल बेंच से 3 लाख पदों को की कमी को स्वीकार करते आज सुप्रीम कोर्ट में भी कबूल कर चुकी है,,और ncte ने भी इन पदों को भरने की समय सीमा 31 मार्च निरधारित की है तो ऐसे में ,, हमें इसका लाभ लेना चाहिए,,,
    पोस्ट ज्यादा लम्बी हो रही है, !
    इसलिए पढ़ने के लिए धन्यवाद !

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  2. दोस्तोँ जो बात मैं दिसंबर 2012 में सिंगिल बेंच में केस चलने के समय से लगातार कहता रहा हूँ वही बात न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने अपने 17 दिसंबर 2014 के आदेश में लिखी है ,,दुगने पदों पर टेट मेरिट से भर्ती ,,,,,,इससे 2 बातें तो प्रमाणित होती ही हैं ,
    1- टेट मोर्चे का पूरा का पूरा नेतृत्व आपको शुरुआत से ही बेवकूफ बना रहा है ,
    2- मेरे पास इस मामले का कोई ना कोई ऐसा राज तो है ही जिसके बलपर मैं दत्तू साहब के आदेश के बावजूद अपने मत पर अड़ा रहा ......
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    आखिरकार सुप्रीम कोर्ट आफ इण्डिया ने मेरे मत से सहमति जताकर 72000+ अतिरिक्त लोगों को टेट मेरिट के आधार पर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त करने का आदेश दिया है .... अब ये आपके ऊपर है कि इस आदेश का पालन करवा पाते हैं या नहीं .......
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    दोस्तोँ एक बार जॉब ले लो उसके बाद टीचरी करने से अगर फुरसत मिले तो जिस राजनीतिक दल का अथवा जमीन पर समर्थन करने का दिल कहे करना .....
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    एक बात और स्पष्ट कर दूँ कि मोर्चे के दोनों ही गुट एक दूसरे के विरोधी ना होकर पूरक रहने चाहिए ......
    समझे कि नही समझे ?

    ReplyDelete
  3. दिनांक 17/12/14 को मानानीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेश के अंश का हिन्दी अनुवाद ......
    विद्वान अधिवक्ता को सुनने के पश्चात यह अदालत निम्नलिखित आदेश देती है -
    सुनवाई पुन: आरम्भ ।
    सुनवाई के परिपेक्ष्य में हमने यह सोचा कि एक अन्तरिम आदेश जारी करना उचित है जिससे कि रिक्त पदों को भरा जा सके व उ०प्र० राज्य का शैक्षिक वातावरण को अनावश्यक सूखे का सामना न करना पडे ।
    दिनांक 25/03/14 को इस अदालत ने निम्नलिखित निर्णय पारित किया था "......................................................."
    उपरोक्त आदेश के परिपेक्ष्य में राज्य द्वारा उचित प्रक्रिया नही अपनाई गयी ।
    हम विभिन्न पक्षकारों के विद्वान अधिवक्ताओं द्वारा समय-समय पर की गयी बहस सुनने के पश्चात दिनांक 25/03/14को पारित आदेश को संशोधित करना उचित मानते हैं एवं राज्य सरकार को निर्देश देते हैं कि जिन अभ्यर्थियों के नाम धाँधली में नही हैं एवं जिन्होने 70% मार्क्स सामान्य अभ्यर्थी के श्रेणी में एवं आरक्षित श्रेणी में 65% प्राप्त किये हैं ,उन्हें नियुक्ति प्रदान करे । यदि राज्य सरकार का कोई नियम जो अन्य किसी श्रेणी को आरक्षण प्रदान करता है तो उसे उसी प्रतिशत के अनुसार माना जाय ।
    नियुक्ति पत्र में यह उल्लिखित होगा कि अभ्यर्थी की नियुक्ति इन अपीलों के अन्तिम निर्णयों के आधीन होगी एवं अभ्यर्थी समानता का कोई दावा नही करेगें क्योकि यह नियुक्ति अदालत द्वारा पारित निर्देशों के अन्तर्गत की जा रही है । यह नियुक्ति पत्र 6 सप्ताह के भीतर जारी किया जायेगें । इस समय हम यह मानते हैं विग्यापन जो 72825 रिक्तियों को भरने के लिये जारी किया गया था उसका उद्देश्य कक्षा 1-5 तक के बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है ।
    हमें प्रतिपक्षीगणों के विद्वान अधिवक्ताओं द्वारा अवगत कराया गया है कि इस समय 3 लाख पद रिक्त हैं ।
    इस सन्दर्भ में शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के उद्देश्य व कारणों को भी ध्यान में रखा जाये।
    By some one else...

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  4. जब लक्ष्मण मेला पार्क में हम लोगों का अनशन धरना प्रदर्शन चल रहा था तो एकडमिक वालों ने बहुत मजाक उड़ाया था और कहते थे कि मामला अभी कोर्ट में चल रहा है तो धरना क्यों, सरकार का अधिकार है वो चाहे जैसे भर्ती करे।
    अब मैं उनसे पूछना चाहता हूँ क्या सरकार सही थी? क्या आज सरकार सही है?
    मैं संवेदनशील व्यक्ति हूँ, कल हुए लाठीचार्ज का कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ,इस ठंड में निहत्थे लोगों पर लाठीचार्ज करना बिल्कुल भी उचित नहीं ठहराया जा सकता।
    मैं एक बार फिर से कह रहा हूँ सभी टेट पास मित्रों एक मंच पर आ जाओ, सरकार से कोई उम्मीद न रखो, इस सरकार ने हर एक कदम पर टेट पास लोगों को सिर्फ बाटने का काम किया है। फूट डालो राज करो यही सरकार की नीति रही है। आज सभी नियम कानून यहाँ तक कि शिक्षा के अधिकार कानून को भी दरकिनार करते हुए शिक्षा मित्रों का समायोजन किया गया यह उनकी एकता की वजह से ही संभव हुआ अगर ढाई लाख टेट पास अभ्यर्थी एकजुट हो जाएं तो कोई भी सरकार हो उसको हमारी बात माननी ही होगी।
    मैं टेट पास सभी गुटों के नेताओं से अपील करता हूँ आपस में आप लोग बात कीजिए एक बड़ा संगठन का निर्माण कीजिए तथा तीन लाख पदों पर अपने लगभग ढाई लाख टेट पास लोगों की नियुक्ति को सुनिश्चित करवाइए। इन तीन लाख पदों पर सबसे पहला हक हम लोगों का ही है। अब टेट बनाम एकडमिक, लो मेरिट बनाम हाई मेरिट जैसे लड़ाई को यहीं समाप्त कर देना चाहिए नहीं तो हम लोग आपस में सिर्फ लड़ते रह जाएंगे और भर्ती किसी और संगठित एकजुट लोगों (बंदर या गधोँ ) की हो जाएगी।

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  5. उस जीवन के वचन
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    "क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है।'' .
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    2 तीमुथियुस 1:7

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  6. लोकतंत्र के भी रंग छूट रहे हैं,,, लोकतंत्र के भी रंग छूट रहे हैं,,,
    शांति के चबूतरे भी फूट रहे हैं,, शांति के चबूतरे भी फूट रहे हैं,,
    देख रहे सब हैं मगर बोलते नहीं,, देख रहे सब हैं मगर बोलते नहीं,,
    ये नेता लोग मिल के देश लूट और बाँट रहे हैं,, ये नेता लोग मिल के देश लूट और बाँट रहे हैं,,
    लेकर तराजू अंधे न्याय तौल रहे हैं,, लेकर तराजू अंधे न्याय तौल रहे हैं,,
    सिंह की बोली सियार बोल रहे हैं,, सिंह की बोली सियार बोल रहे हैं,,
    आज की ये राजनीती का सवाल है,,, आज की ये राजनीती का सवाल है,,,
    पढ़ लिख के नौजवान घास छील रहे हैं,, पढ़ लिख के नौजवान घास छील रहे हैं,,
    असली जो गुनहगार थे स्वच्छंद हो गए,, असली जो गुनहगार थे स्वच्छंद हो गए,,
    जो बेगुनाह थे वो नजरबन्द हो गए,, जो बेगुनाह थे वो नजरबन्द हो गए,,
    कमजोर संविधान या शाशन की नीति है,, कमजोर संविधान या शाशन की नीति है,,
    इस दौर में बेईमान हरिश्चंद्र हो गए ,,, इस दौर में बेईमान हरिश्चंद्र हो गए ,,,
    केवल हवा में तीर चलाना नहीं अच्छा ,, केवल हवा में तीर चलाना नहीं अच्छा ,,
    दंगा कराकर नाम कमाना नहीं है अच्छा ,, दंगा कराकर नाम कमाना नहीं है अच्छा ,,
    इसमें भी है उसमे भी है कुछ राष्ट्रद्रोही लोग ,, इसमें भी है उसमे भी है कुछ राष्ट्रद्रोही लोग ,,
    हर एक पे इल्जाम लगाना नहीं अच्छा ,, हर एक पे इल्जाम लगाना नहीं अच्छा ,,

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  7. .
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    अनदेखा
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    अनजाना
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    मुखड़ा
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    कैसा
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    होगा
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    न जाने वो चाँद का टुकड़ा कैसा होगा ! !
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    Hum Ye Nahi Kahte Ki Koi Tere Liye Dua Na
    Maange,,
    Hum To Yeh Kahte Hain Ke Koi Tujhe Hi Dua Me Na Maang le.

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  8. मित्रो sc का जो आदेश आया है, सभी के लिए
    रहस्यों से भरा तिलिस्म बन चूका है।
    सभी अपनी सुबिधानुसार इसकी व्याख्या कर रहे है।
    कोई जज महोदय को दोषी बना रहा है, कोई राज्य
    सरकार को। अब प्रश्न उठता है की क्या वास्तव में
    जज द्वारा दिया निर्णय गलत है? क्या जज
    को भर्ती प्रक्रिया सम्बन्धी ज्ञान नहीं है।
    क्या जज के इस निर्णय से अभ्यार्थियो का कुछ
    हानि होने वाला है। मुझे ऐसा प्रतीत होता है
    कि यदि सामान्य के 70% और
    एससी तथा ओबीसी के 65% का चयन
    हो गया तो शत प्रतिशत यह भी सत्य है
    कि सामान्य के 60% और आरक्षित वर्ग के 55% वाले
    स्वतः पात्र हो जायेंगे क्योकी जज को ज्ञात है
    कि ncte के मानक के अनुसार 60%-100% वाले
    अभ्यर्थी पात्र हैं। अब प्रश्न उठता है
    कि क्या राज्य सरकार इस आदेश का पालन करेगी।
    मित्रो यह बात राज्य सरकार और प्रत्येक
    अभ्यर्थी जानता है की टेट में क्वालीफाई मार्क्स
    सामान्य के लिए 60% और आरक्षित बर्ग के लिए
    55% है, तो क्या राज्य सरकार सीट के सापेक्ष
    न्युक्ति कर105 & 97 से नीचे काउंसलिंग करा चुके
    अभ्यार्थियो को बाहर देगी। यदि ऐसा है
    तो क्या ncte के नियमो का उल्लंघन नहीं होगा।
    चूकी sc की सुनवाई और ncte का जबाब से यह
    सिद्ध हो चुका है की भर्ती टेट मेरिट से ही होगी।
    इसलिए हम सभी को एक जुट होकर सरकार को 3
    लाख पद के सापेक्ष न्युक्ति का दबाव
    बनाना चाहिए। प्रार्थना करिए कोर्ट
    की अगली सुनवाई में जज महोदय 3 लाख पद के
    सपेक्ष भर्ती पूरी करने का आदेश दें। हम
    सभी को राज्य सरकार के प्रति भी आभार व्यक्त
    करना चाहिए क्योकि उसी के वजह से अप्रत्याक्ष
    रुप में 72825 की भर्ती1.5 लाख हो जायेगी। शायद
    ncte की समय सीमा के कारण dec 2011 के बाद
    बीएड वाले प्राथमिक स्कूल के लिए पात्र नहीं थे।
    इस समय हम सभी को संगठित होने
    की आवश्यकता है। चूकी न्यू ऐड में
    कही भी नहीं लिखा है की यह ओल्ड ऐड
    का संशोधित रूप है, इसलिए न्यू ऐड भी उतना ही वैध
    है जितना कि 15वें संशोधन पर आधारित अन्य
    भर्ती सम्बंधित विज्ञापन। इसलिए मित्रो निराश
    होने की जरूरत नहीं है। दोनों ही परिस्थितियों में
    1.5 लाख क़ी भर्ती होगी चाहे न्यू ऐड+ ओल्ड ऐड
    पर या टेट मेरिट पर 3 लाख पद के सापेक्ष।

    ReplyDelete
  9. Wife Taaron Ko
    Dekh Kar Boli: 'Wo Konsi Cheez Hai, Jo Tum Roj Dekhte Ho, Par Ghar Nahi Laa Sakte..??
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    Husband::
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    है न , वो सामने वाली पड़ोसन !!!

    ReplyDelete
  10. शुभ प्रभात
    सज्जनोँ और देवियों .
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    सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आये हुए आज दो दिन बीत चुके हैं,, और सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसा आदेश पारित किया है,, जिस से सभी कम टेट अंक प्राप्त किये हुए भाइयों का भला हो जायेगा,,, और ऐसे आदेश की हम परिकल्पना भी नहीं कर रहे थे ,, परंतु इस निकम्मी सरकार के या अपने निकम्मे मोर्चा के नेतावों के भरोशे बैठे रहने से इस आदेश का कोई लाभ नहीं मिलने जा रहा है,,
    क्योंकि सर्कार इतने पदों पर भर्ती कभी करना नहीं चाहेगी ,,
    और हमारे मोर्चा के नेता होने नहीं देना चाहेंगे,,, जो की आप समझ सकते हैं,,
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    भाइयों मैं आपसे कहना चाहूँगा की,, इस मोर्चे को 100 नंबर तक के अभ्यर्थियों ने जितना चलाया और इन कमीने ,,सपा से भी गिरे हुए नेता के बहकावे में आये जो आज हमारे द्वारा किये गए सहयोग से अपनी नौकरी पाकर हमारे सीने पे लात रख कर आगे निकलना छह रहे थे,,,लेकिन भगवान ने हम सब की पीड़ा सुनी ,, और इसका प्रतिफल हमारे आपके सामने है,, बस अब इसका फायदा लेना भी हमारे आपके हाथ में हैं,,.
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    मैंने इन नेतावों के बारे में इसलिए अब तक गलत नहीं लिखा क्योंकि तब हमने ये मान लिया था की हमारे नंबर कम हैं,, इसलिए इसमें इनकी क्या गलती है,,, लेकिन अब जब ये आदेश आ चूका है,, तब भी इन्होने ये नहीं सोचा की यार ये तो बहुत अच्छा हुवा अब हमारा कोई भाई नहीं बचेगा ,, सबका हमारे साथ कल्याण हो जायेगा,,, हमारा प्राथमिक में अब और बड़ा संगठन हो जायेगा,,,कोई भी ऐसे भाई को अब कष्ट नहीं होगा जिसने इन तीन सालों में सिर्फ टेट को अपनी जिंदगी बना लिया हो,,,.
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    भाइयों आज भी ऐसे 115 से 105 और 98 से 104 के आरक्षित अभ्यर्थियों की इतनी संख्या है,,, जो अपना एक अलग संगठन बना सकते हैं,,, और इनकी संख्या भी हमारे चोर संगठन से ज्यादा होगी,, और एक बहुत मजबूत सगठन हमारे आपके सामने होगा,,,
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    जिस से इस आदेश के पालन में किसी प्रकार की न नुकुर होने पे हम आने वाली सुनवाई में मिल कर अपने लिए एक अच्छा सा वकील खड़ा कर सके ,,, ताकि इन नेतावो के वकील इसको सिर्फ 72825 तक सीमित न कर सकें,,, .
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    आपने एक बात नोटिस की हो तो ध्यान दीजियेगा,,, की अबकी सुनवाई के लिए जब इन 100 नंबर तक वाले भाइयों ने सहयोग नहीं किया तो,,, इनको वकील की फीस इकठ्ठा करने में नानी याद आ गयी,,,नहीं तो एक सुनवाई के लिए एक आवाज पर 30 लाख यूँ ही इकठ्ठे हो जाया करते थे,,,तो सोचो जब हम मिलेंगे,, तो क्या होगा?
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    मैं आप लोगों से सिर्फ इतना ही निवेदन करना चाहूँगा,, की इस महत्तव पूर्ण मौके का फुल लाभ उठायें,, हर जिलें में अपना संगठन बनाये,,, क्योंकि ऐसे कई जिलाध्यक्ष जो की आज भी चयन से बहार हैं,,, उनको अपने जिलें में फिर कुछ चंद हफ्तों के लिए सक्रियता दिखानी होगी,,, और धन बल दोनों तरह से हमें मजबूत होना पड़ेगा,,
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    जब ncte ने शिक्षा मित्रों को लात मार ही दी है,,,,और खुद सर्कार सिंगल बेंच से 3 लाख पदों को की कमी को स्वीकार करते आज सुप्रीम कोर्ट में भी कबूल कर चुकी है,,और ncte ने भी इन पदों को भरने की समय सीमा 31 मार्च निरधारित की है तो ऐसे में ,, हमें इसका लाभ लेना चाहिए,,,
    पोस्ट ज्यादा लम्बी हो रही है, !
    इसलिए पढ़ने के लिए धन्यवाद !
    Please. बढ चढ कर सहयोग करें ा
    अजीत उपाधयाय
    खाता सं-७२०११०११०००५४५८
    बैैक ऑफ इंडिया..

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  11. मौत से कैसा डर, मिनटों का खेल है.. आफत तो जिंदगी है, बरसों चला करती है..!!!

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  12. सजन रे झूठ मत बोलो खुदा के पास जाना हैं
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    .ना पैंट हैं ना कुरता वहा नंगे ही जाना है|
    और वैसे भी आजकल ठण्ड बहुत पड रही हैं|

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  13. आप सड़को की बात करते हो, साहब...
    ये बेटिया तो गर्भ में भी,महफूज़ नही है...

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  14. दोस्तोँ सुप्रीम कोर्ट का शिक्षक भर्ती के संबंध मे ऑर्डर
    सूप्रीम कोर्ट के वैबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है
    जिसके मुख्य अंश निम्न हैं...
    1). सूप्रीम कोर्ट मे एचएल दत्तू द्वारा जारी ऑर्डर
    को मोडीफ़ाई किया गया जिसमे 30.11.11 के
    विज्ञापन को वैलिड बताते हुये 12 हफ्ते मे चयन
    प्रक्रिया को टेट मेरिट से पूरा करने का निर्देश
    दिया गया था ।
    2). वे लोग जो धांधली मे लिप्त न हो और 70% अंक
    टीईटी मे प्राप्त किए हो इसके अलावा वे OBC/SC/ST/
    PH जिन्होने 65% अंक टीईटी मे प्राप्त किए हो उन्हे
    नियुक्त करने का आदेश दिया जाता है ।
    3). यदि किसी अन्य कैटेगरी के आरक्षण हेतु कोई
    पॉलिसी राज्य सरकार के पास है तो वह उपरोक्त
    प्रतिशत (Gen : 70%, OBC/SC/ST/PH : 65% ) के अंतर्गत
    उसे लागू कर सकती है ।
    4). इसका सीधा भतलब कोई भी शिक्षा मित्र और
    महिलाएँ भी 65% से कम पर पात्र नही होगेँ
    5). नियुक्ति पत्र पर यह लिखा जाए
    कि अभ्यर्थी कि अंतिम नियुक्ति सूप्रीम कोर्ट मे
    दाखिल सभी याचिकाओ के अंतिम निर्णय के अधीन
    होगा और वह सूप्रीम कोर्ट
    द्वारा जारी किसी भी निर्देश को नियुक्ति मे
    निष्पक्षता (equity) के लिए किसी प्रकार
    का दावा नहीं करेगा ।
    6). नियुक्ति पत्र 6 सप्ताह मे जारी किए जाएँ । (अंतिम सीमा 30 जनवरी )
    7). इसके अलावा ऑर्डर मे RTE व प्राथमिक शिक्षा के
    महत्व को समझाते हुये कहा गया है
    कि शिक्षको कि पोस्ट खाली रहना अनुचित है ।
    8). सरकार अनुपालन रिपोर्ट कोर्ट मे दाखिल करेगी ,
    यदि पालन न हुआ तो कानून द्वारा प्रबंधित नतीजे
    भुगतने होंगे ।
    9). अगली सुवाई 25 फरवरी 2015 को होगी ।
    ---आदेश समाप्त---
    नोट : आवेदन दोबारा लिए जाए या उनही से काम
    चलाये,,, uptet या ctet लिए जाए इसका कोई विवरण
    आदेश मे नहीं... इन सभी पर राज्य सरकार
    ही फैसला लेगी ।
    अब सरकार के अगले कदम का इंतेजार...
    आप ऑर्डर इस लिंक द्वारा डाउनलोड कर सकते हैं :
    http:// supremecourtofin dia.nic.in

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  15. दोस्तों जैसा की अब तक स्पष्ट हो रहा है क़ि सरकार sc के आदेश को 72825 के परिप्रेक्ष्य में ही ले रही है तो उसे शिक्षामित्रों व विशेष आरक्षण की सीटों को (7282+7282) अग्रिम कौंसलिग में सामान्य प्रक्रिया के तहत भरनी चाहिए जिससे मेरिट कम से कम 5 अंक नीचे आएगी । इस सम्बन्ध में भी हमें शाशन से शीघ्र वार्ता कर लेनी चाहिए ।
    आपके स्वास्थपूर्ण सुझाव आमंत्रित है....

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  16. पति ने पान खरीद के पत्नी को खाने के लिए दिया.
    पत्नी: अरे... आप ने तो अपने लिए लिया ही नहीं..!
    पति: में तो ऐसे ही .
    .
    .
    .
    .
    .
    खामोश रह सकता हूँ... इसलिए तुम ही खाओ बेगम जी !

    ReplyDelete
  17. .
    .
    अनदेखा
    .
    अनजाना
    .
    मुखड़ा
    .
    कैसा
    .
    होगा
    .
    .
    न जाने वो चाँद का टुकड़ा कैसा होगा ! !
    .
    .
    .
    .
    .
    आपकी माँग भरने की सजा हम कुछ इस कदर पा रहे हैं
    कि आपकी मांग पूरी करते-करते,
    अब मांग-मांग के खा रहे हैं...!!!

    ReplyDelete
  18. दोस्तों ‬हमारी भर्ती पर कोर्ट आर्डर आ जाने के बाद हम सब सरकार की ओर बैठे मुंह ताक रहे हैं कि वह इस पर क्या करने जा रही है और उसके क्या निर्णय हैं
    ‪# फिलहाल ‬अभी हाल ही में आप सभी देख चुके हैं कि आदेश आने के पश्चात् सभी डाईट में डाटा करेक्शन का काम और भी जल्दी खत्म करने के लिये निर्देश दे दिये गये हैं पर अभी भी लगभग 25 जनपद बाकी हैं , जिन्हें कम से कम पूरा दिसम्बर तो लग ही जायेगा
    ‪# जैसा कि ‬हम सभी जानते हैं कि आदेश के चलते विभाग में फिर हमारे नियुक्ति पत्र की चर्चा चल रही है जिसे कब देना यह है अभी इस पर सहमति नही बन पायी है क्योंकि कई अधिकारियों का मानना है कि जनवरी माह में एक काउसिंलिंग और करा ली जाये उसके बाद नियुक्ति पत्र पर सोचा जाये
    ‪# तब‬तक यह जरूर हो सकता है कि नियुक्ति पत्र के बारे में कुछ ठोस संकेत जरूर विभाग दे सकता है
    #जैसा कि कोर्ट आदेश से सभी भाई बंधु बहुत खुश हैं और होना भी चाहिए पर एक बात ध्यान रखिये यह आदेश 72825 के सीमा से बाहर जा रहा है लेकिन सरकार वर्तमान में इसी (72825) को लेकर रणनीति बना भी रही है बाकी से उसे कोई लेना देना नही है और न ही कोर्ट आर्डर की परवाह है ।
    ‪# अतः‬कोर्ट द्वारा तय चयन दायरे में आ रहे 72825 वालों को छोडकर बाकी सभी भाई एकजुट हों जायें और सरकार पर दबाव बनायें , नही तो ये सरकार पूरी 2015 और आधी 2016 झिला देगी
    ‪# अभी‬एक या दो जनपदों की चयन सूची ही चस्पा हुई थी पर कोर्ट के नये चयन मानक से ऐसे कई अभ्यर्थी हैं जो काउसिंलिंग कराकर व चयनित होकर भी अब बाहर का रास्ता देखेंगे और वैसे भी अभी एक भी सीट लाक नही की गयी है अतः विभाग के लिये यह करना बिलकुल टेढी खीर नही होगा
    ‪# हमारे‬सभी काउन्सिल्ड भाई एकजुट हो जायें और आन्दोलन और हंगामे का रास्ता न अपनाकर बस बडी मात्रा में एकत्रित होकर सचिव से मिलकर उन पर कोर्ट आज्ञा का जल्द से जल्द पालन और नियुक्ति के सम्बन्ध में दबाव बनायें ,,क्योंकि अधिकारी कोर्ट आदेश के बाद अब हमारे रुख पर भी निगाह बनाये हुये हैं
    ‪# जूनियर‬शिक्षकों पर हुये लाठी चार्ज की मैं घोर निन्दा करता हूँ क्योंकि प्राइमरी टीईटी से ज्यादा कठिन जूनियर टीईटी होता है उसे पास करने वाला हंसी का पात्र कदापि नही हो सकता है , हम सब एक हैं , भाई भाई हैं क्योंकि एक ही मर्ज से पीडित हैं ,,यदि हम उनका सहयोग नही कर सकते तो हम निन्दा का अधिकार भी नही रखते
    #दोस्तों नया वर्ष 2015 प्रारम्भ होने जा रहा है ऐसा आभास होना प्रारम्भ हो गया है कि यही वर्ष और इस वर्ष का प्रथम महीना ही हमारे जिन्दगी में रोशनी बिखेरने आ रहा है , दिल खोलकर हम सभी स्वागत करने को तैयार हैं
    ******************
    ‪# रात ‬कितनी भी काली घनी और गहरी क्यों न हो
    ‪# कभी ‬सुना है कि अंधेरे ने उजाला न होने दिया ?

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  19. Ladke wale: Hamko Ladki Pasand He,
    Shadi Kab Karni He ?
    Ladki wale : Abhi to Ladki study kar rahi hai,
    Ladke wale:Ha to hamara ladka konsa chhota he jo books faad dega....

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  20. सर्वोच्च न्यायालय को यह अधिकार नहीं है कि 72825 ट्रेनी टीचर्स के चयन के लिए जारी विज्ञापन को बहाल करने के हाई कोर्ट के आदेश के विरूद्ध दायर SLP पर कैबिनेट को नियमावली में संशोधन करके टेट मेरिट का नियम लाने तथा पदों की सँख्या में वृद्धि का आदेश दे सके इसलिए उसने RTE का हवाला देते हुए टेट में 70% gen और 65% रिजर्व कैटेगरी के अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक का नियुक्तिपत्र देने का निर्देश देकर एक ही तीर से दो शिकार कर दिए ....
    टेट मेरिट गिराकर पद भी बढ़ा दिए और चयन प्रक्रिया भी निर्धारित कर दी ...
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    जो लोग यह कह रहे हैं कि 17 को हुआ आदेश दत्तू साहब द्वारा जारी आदेश ही है उनसे जरा यह पूछिए कि इधर हुयी 3 दिन की सुनवाई क्या सिर्फ उनके चंदे के धंधे में चार चाँद लगाने के लिए हुयी थी ...
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    कोई जाकर इन गिरहकटों को याद दिला दे कि जिसका कोई नहीं होता उसका खुदा होता है ,,,,, 17 को जारी न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा का आदेश कुछ और नहीं बल्कि ईश्वरीय इच्छा की अभिव्यक्ति है ,,,
    वो भी तो ऊपर बैठा देख रहा होगा कि इस धर्म युद्ध में असली संघर्ष जिन लोगों ने किया था वो आज स्वयं को हाशिये पर खड़ा महसूस कर रहे हैं ,,,,
    यदि उन योद्धाओं का चयन ना होता और कायरों गद्दारों एवं चंदाचोरों का हो जाता तो ईश्वरीय न्याय में ना सिर्फ मेरी बल्कि सभी ईमानदार टेट मेरिट समर्थकों की आस्था कलंकित हो जाती ......
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    हाई टेट मेरिट वाले साथियों से निवेदन है कि स्वार्थ के वशीभूत होकर टेट मोर्चे के बेईमान नेताओं के सुर में सुर मिलाकर किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले 17 को जारी आदेश को ठीक से देख लें क्योंकि उस आदेश का भाव यह है कि या तो अब 1.50 लाख लोगों का कल्याण होगा या किसी का भी नहीं होगा .....
    इस आदेश के बाद दत्तू साहब के आदेश का हवाला देकर कराई गयी काउंसिलिंग निष्प्रभावी हो चुकी है ...... रुपयों के लालच में अपना चरित्र खो चुके नेताओं के प्रति स्वामीभक्ति से मुक्ति पाइये और महिला -पुरुष वर्गीकरण होने और न होने पर भी 1.50 लाख पदों पर टेट मेरिट से संभावित चयनित सभी लोग एक झंडे के नीचे आकर सुप्रीम कोर्ट आफ इण्डिया से जारी 17 दिसंबर के आदेश के अनुपालन हेतु सरकार पर नैतिक एवं राजनीतिक दबाव बनाइये .... .
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    मेरे पास पुख्ता सूचना है कि सरकार पदों में वृद्धि को तैयार है ,पदों का सृजन हो चुका है लेकिन बिना माँगे नहीं देगी ,,,, उसका ऐसा सोचना स्वाभाविक भी है क्योंकि जब वो इतनी भारी सँख्या को जॉब देगी तो थोड़ा बहुत श्रेय भी लेना चाहेगी ,,, यदि सिर्फ कोर्ट के आर्डर के भरोसे बैठोगे तो वही होगा जो 25 मार्च से अब तक हुआ है ,,,, नकली आमरण अनशकारियों और चंदाखोर नकली केजरीवालों को किनारे लगाओ और खुद आगे आकर कमान सम्भालो ,,,,
    सुनने में आया है कि कुछ लोग 65% से कम वाले रिजर्व कैटेगरी के लोगों से धन उगाही हेतु उन्हें बता रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने उनका चयन ना करने का आदेश दिया है ,,,,
    उन कमीनों से कहो कि रुपया कमाने की धुन में इतना भी नीचे ना गिरो कि एक लात में कब्र में पहुँच जाएँ ...
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    दोस्तोँ अब हम भी चलते हैं लेकिन "वहाँ" नही !
    और भी काम हैं हमें ब्लाग के अलावा !

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  21. Breaking news prt ka joining letter 2017 se pehle milna ka koi chance nhi hai jyada kush hone ki jarorat nhi hai or ye news 100% sach hai

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  22. Tomar ji jagte jagte sapne na dekha kre. Saty hmesa and arbda

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    1. Sapne to tum dekh rahe ho jo 2017 se pehle to koi matlab hi nhi uske baad bhi pata nhi milega ya nhi

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  23. nagesh, tere jaisa negative aadmi shayad hi koi ho.

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  24. Nagesh tomar tu phir tapak pada, kapil ke chamche tere kahne se kuch nahe hoga. Tu jake N.T.T me admission leg, teri sahe jagah wahe hai.

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    1. Are bhaiyo TOMAR pe aap sb naraj q hote h.
      vh sahi to kah rha h.
      Ki use 2017 ya uske bad bhi shyad hi niyukti ptr mil paye
      q sahi frmaya n hmne.

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    2. Sahe kaha singham ji, ye paresan aatma he bhatak rahe he, abhe do mahene phale bhagaya tha, pher aye hai. 2017 kya uske baad bhe bhati rahege.

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    3. Dekhte jao 6 hafte kaise 2017 tak pore hote hai ya fir 2017 ke baad bhi kyounki tum saab 1 number ke gadhe ho or bahut bhole ho

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    4. Are baap Re!! Hum sub log ek number ke gadhe or bhole hain... Bechare hum log...Waise Nagesh ji agar 2017 se pehle appointment letter mil gaya to phir kaun hoga 1 number ka D...N...EY... Apni baat yaad rakhiyega....

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  25. This comment has been removed by the author.

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  26. narazagi ki baat nahi hai singham ji. cuz we all know nagesh ke kehne sekuch nahi hoga. bt ye jb bhi type krta hai, manhoos baaten hi type krta hai.but its ok, he is a citizen of India and constitution gives right to every citizen to express his/her opinions.

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  27. Ye India hai dosto , Yaha pe Loktantra hai parantu UP me to Akhileshtantra hai, Kash Mullayam ne apne bete ko Nakal se pass na karaya hota and usko Urdu ki jagha Hindi me Indian constitution, specially Powers of Supreme Court ka gyan dilwa dete to aaj UP ki Jo haalat hai WO na hoti.
    har kisi ko court Jana pad raha hai Akhilesh ko uski aukaat dikhaane ke liye.
    ye CM kya ban gya Apne ko Hitlar samajhta hai .
    Aaj Mulayam bhi pachatata hai ki Kaash us raat mai so gya hota to kam se kam ye din to na dekhne padte is nalayak bete ki vajaha se.

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  28. दोस्तो जूनियर की भर्ती का क्या होगा?
    मा.सुप्रीमकोर्ट में बहस के दौरान जब रमानी जी 12 वें संशोधन की कमियों को गिना रहे थे तो उसी दौरान weightage should be given का जिक्र आया था जिस पर विद्वान न्यायाधीश मा.ललित सर ने कहा कि मुझे 12वाँ संशोधन में कोई कमी नही दिखाई देती जबकि 15वाँ संशोधन में कमी दिखाई देती है क्योंकि आपने उसमे वेटेज तो दिया ही नही...रमानी जी को मानो साँप सूँघ गया था उस वक्त...बहुत ही स्पष्ट है कि जूनियर की भर्ती का विशुद्ध गुणांक के आधार पर होना अब कानूनी रुप से भी संभव नही होगा....29,334 पदों के लिए जो वर्तमान चयन पद्धति है वह पूरी तरह से नियमों व लार्जर बेंच के आदेश का खुल्लमखुल्ला अवहेलना का मामला है..यह भर्ती अब पूरी तरह से फंस चुकी है....

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  29. आवश्यक सूचना...................
    सभी टेट मेरिट सर्पोटर(काउन्सिलड ,नान काउन्सिलड,Gen70%&other reserve catogary65%,and below %)आप सभी लोगो को अवगत (सूचित)किया जाता है कि सभी टेट 2011पास के समयोजन को लेकर अग्रिम कार्य योजना के निर्णमाण एव अन्य समास्याओ को लेकर 29-12-2014 दिन सोमवार को बारादरी पार्क निकट कैसरबाग बस स्टाप लखन ऊ मे 11 बजे प्रातः एक अति आवश्यक मीटिग का आयोजन किया जा रहा है अतः आप सभी लोग सादर आमन्त्रित है.
    Aur ye meeting himanshu rana ki leadership me hogi...

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