विशेष संवाददाता, राज्य मुख्यालय। First Published:16-12-14 10:26 PMLast Updated:16-12-14 10:32 PM
यूपी के शिक्षित बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। अखिलेश सरकार अर्से से बंद सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती खोलने जा रही है। इसके लिए आवेदन आनॅलाइन लिए जाने की तैयारी है। पदों पर चयन के लिए लिखित परीक्षा कम्प्यूटरीकृत होगी। इसको मकसद परीक्षा का नतीजा जल्द घोषित करना व चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता रखना है।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने परीक्षा कराने के लिए पांच जनवरी तक पदों का ब्योरा विभागों से मांगा है। उनसे पूछा गया है कि सामान्य व आरक्षित वर्ग के कितने पद खाली हैं और कितने पद भरे हैं। चयन प्रक्रिया के लिए नियमावली का मसौदा भी तैयार कर लिया गया है। इसे उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पैटर्न पर बनाया गया है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने आवदेन लेने से लेकर परिणाम घोषित करने तक के लिए विभिन्न विभागों से स्टाफ की मांग की है। नियमावली कैबिनेट से मंजूर होते ही ‘समूह ग’ के ढाई लाख से ज्यादा खाली पद भरे जाएंगे। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ‘समूह ग’ के 90 फीसदी पदों पर भर्ती का काम नया आयोग करेगा। केवल नायब तहसीलदार पदों पर नियुक्ति का काम लोकसेवा आयोग करेगा।
इन पदों पर होगी भर्ती
-लेखपाल के 10 हजार से ज्यादा पद।
-क्लर्क, स्टेनो के 35 हजार पद
-ग्राम्य विकास अधिकारी के 3000 हजार पद।
पारदर्शी व निष्पक्ष तरीके से होगी भर्ती
अगले महीने से भर्ती प्रक्रिया का काम शुरू कर देंगे। प्रक्रिया निष्पक्ष व पारदर्शी व्यवस्था के तहत कराई जाएगी। विभिन्न विभागों में एक जैसी प्रकृति वाले पदों के लिए सम्मिलित परीक्षा होगी।
उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष राज किशोर यादव
इन पदों पर होगी जल्द भर्ती
वन दारोगा, आबकारी निरीक्षक, उप बेसिक शिक्षा अधिकारी, चकबंदी अधिकारी, लेखपाल, ग्राम्य विकास अधिकारी व लिपिक संवर्ग। इसके अलावा प्राविधिक, परिवहन, गन्ना एवं चीनी, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा समेत ढेर सारे विभागों में समूह ग वाले सभी पदों पर भर्ती होगी। इसमें समूह घ के पद शामिल नहीं हैं क्योंकि इन पदों पर भर्ती पर रोक लगी है। इनकी भर्ती आउटसोर्सिंग के जरिए होती है।
pahle UP sarkaar unke niyukti patra 2 jaari kare jo bechaare 5 mahino se apne saare dastavej jama kiye hue baithe h. unke liye 2 bahri ho gyi h. ki itne students ki majboori aur pareshani ko na sun rahi h aur na dekh paa rhi h.
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