/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Monday, December 8, 2014

UPTET SARKARI NAUKRI News टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ में फेरबदल



UPTET SARKARI NAUKRI News
टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ में फेरबदल


टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ में फेरबदल

लखीमपुर : रविवार को विलोबी मेमोरियल हॉल में यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों की आपात बैठक बुलाई गई। इसमें काफी समय से खाली चल रहे कोषाध्यक्ष के पद पर जिम्मेदारी देने के लिये मंथन किया गया।

महासंघ के जिलाध्यक्ष देवेश चंद्र त्रिवेदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में महामंत्री जावेद अख्तर को कोषाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया। जिलाध्यक्ष ने बताया कि इसका प्रमुख कारण था कि पूर्व में नियुक्त कोषाध्यक्ष संघ की बैठकों में उपस्थित रहने के कारण यह निर्णय लिया गया। दीपक गुप्ता को दोबारा से उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। जबकि संजीत वर्मा को मीडिया प्रभारी बनाया गया। महासंघ के जिलाध्यक्ष देवेश ने सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई हेतु सभी अभ्यर्थियों से आर्थिक रूप से सहयोग करने की अपील की ताकि अन्याय के खिलाफ लड़ा जा सके। बैठक में सहज राम, दिलीप कुमार, कौशल किशोर, राम सेवक, मनोज कुमार, विनोद, लक्ष्मीकांत और संदीप कुमार शामिल रहे


News Sabhaar : Jagran (Publish Date:Sun, 07 Dec 2014 09:25 PM (IST) | Updated Date:Sun, 07 Dec 2014 09:25 PM (IST))




UPTET 72825 Latest Breaking News Appointment / Joining Letter | Join UPTET
Uptet | Uptet news | 72825  Teacher Recruitment Uptet Latest News | 72825  Teacher Recruitment Uptet Breaking News | 72825  Teacher Recruitment Uptet Fastest News | Uptet Result 2014 | Only4uptet | 72825  Teacher Recruitment  Uptet News Hindi | 72825  Teacher Recruitment  Uptet Merit cutoff/counseling Rank District-wise Final List


14 comments:

  1. ekta me dm h
    tetians ko nhi koi gm h
    hm chle sath milkr manzib ki zanib
    ab Kallu Yadav ki ankh nm h .
    jay tet h aur rhega h bhrosa mera
    sacche logon pe karam h tera(Allah pak)
    insha Allah.jay tet.



    ReplyDelete
  2. Dolly ji tet me marks LA nahi payi to badi badi batein bana rhi hai. Dubara tet dijiye may b next tym bharti academic se ho..

    ReplyDelete
    Replies
    1. Apko bata do ki dolly ji ke uptet me 124 marks hain...or wo. 30 aug ko counselling kara chuki hain..or kuch Jankari chahiye ho to batana sis...

      Delete
  3. I do'nt know who r u but i feel, perhaps you need to rush at for tet. And kind for your information, she already passed uptet as well as ctet( when it had been conducted first time, and result was less than 1%). She already conclude his counciling. Please keep shut your mouth if u don't know truth.

    ReplyDelete
    Replies
    1. Are mere pyare bhaiyya tumne mere liye stand liya... I m Vry happy ki atleast koi to meri kadra krta hai...Lv u bhai...:-)

      Delete
    2. Rajan bhai mana koi anjane me thoda sa mjak kr diya to aap to usi pe bars pade.
      Chaliye fir bhi jankari to huyi ki hmare morche me sahyog ki bhavna prbl h.so 10 ki jeet pkki h.
      Apki raho ka ek musfir.
      ab dosti to apne swikari nhi to sathi kaise mai likhta.
      "Dhodhne wale ti smnder se bhi apne ask dhodh late h.
      Fir bhi aap to 80..........k bsinde h.
      HR-HR-MAHADEV.
      D
      B

      Delete
  4. एक बार की बात है की एक आदमी जो पेशे से दुकानदार था बड़ा दुखी रहता था क्यूंकी उसका बेटा बहुत आलसी और गेरजिम्मेदार था वह हमेशा दोस्तों के साथ मस्ती करता रहता था | जबकि वह अपने पुत्र को एक मेहनती इंसान बनाना चाहता था | वह काफ़ी बार अपने पुत्र को डाँटता था लेकिन पुत्र उसकी बात पे ध्यान नहीं देता था | एक दिन उसने अपने पुत्र से कहा कि आज तुम घर से बाहर जाओ और शाम तक कुछ अपनी मेहनत से कमा के लाओ नहीं तो आज शाम को खाना नहीं मिलेगा |

    लड़का पहुत परेशान हो गया वह रोते हुए अपनी माँ के पास गया और उन्हें रोते हुए सारी बात बताई माँ का दिल पासीज गया और उसने उसे एक सोने का सिक्का दिया कि जाओ और शाम को पिताजी को दिखा देना | लड़के ने वैसे ही किया शाम को जब पिता ने पूछा की क्या कमा कर लाए हो तो उसने वो सोने का सिक्का दिखा दिया| पिता यह देखकर सारी बात समझ गया | उसने पुत्र से वो सिक्का कुएँ मे डालने को कहा, लड़के ने खुशी खुशी सिक्का कुएँ में फेंक दिया | अगले दिन पिता ने माँ को अपने मायके भेज दिया और लड़के को फिर से कमा के लाने को कहा | अबकी बार लड़का रोते हुए बड़ी बहन के पास गया तो बहन ने दस रुपये दे दिए | लड़के ने फिर शाम को पैसे लाकर पिता को दिखा दिए| पिता ने कहा कि जाकर कुएँ में डाल दो लड़के ने फिर डाल दिए |

    अब पिता ने बहन को भी उसके ससुराल भेज दिया| अब फिर लड़के से कमा के लाने को कहा| अब तो लड़के के पास कोई चारा नहीं था वह रोता हुआ बाजार गया और वहाँ उसे एक सेठ ने कुछ लकड़ियाँ अपने घर ढोने के लिए कहा और कहा कि बदले में दो रुपये देगा | लड़के ने लकड़ियाँ उठाईं और सेठ के साथ चल पड़ा रास्ते में चलते चलते उसके पैरों में छाले पड़ गये और हाथ पैर भी दर्द करने लगे | शाम को जब पिताजी को दो रुपये दिखाए तो पिता ने फिर कहा की बेटा कुएँ मे डाल दो तो लड़का गुस्सा होते हुए बोला कि मैने इतनी मेहनत से पैसे कमाए हैं और आप कुएँ में डालने को बोल रहे हैं | पिता ने मुस्कुराते हुए कहा कि यही तो मैं तुम्हें सीखाना चाहता था तुमने सोने का सिक्का तो कुएँ में फेंक दिया लेकिन दो रुपये फेंकने में डर रहे हो क्यूंकी ये तुमने मेहनत से कमाएँ हैं |

    अबकी बार पिता ने दुकान की चाबी निकल कर बेटे के हाथ में देदी और बोले की आज वास्तव में तुम इसके लायक हुए हो| क्यूंकी आज तुम्हें मेहनत का अहसास हो गया है

    ReplyDelete
  5. Dosto aaj subah 10.23 bje maine bhi tet morche ko apna Rs. 1000. Ka contribution diya hai. Mr Avanish yadavji k SBI a/c me.
    Aur sbi tet supportrs ko appeal krta hu k pls aage aaye, kisi aur k liye nhi lekin apne liye, tet morche ko support kare.

    ReplyDelete
  6. I have transferrd money frm green channel using ATM.
    Journal no. Is. 8666493

    ReplyDelete
  7. Replies
    1. Are bhai dilawer hm bhi U.P. ME rahte h.aur aap kahte h.froud h.
      Plz pahle jan to lo up ko
      D
      B

      Delete
  8. Dost singham, kahe hume badnam kart ho bhai. Humne kab tumhe dusman kaha.

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।