/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Wednesday, December 21, 2011

UPTET : Revised advertisement in Hindi ( Typed by Mr. Naved - Visitor of this blog) for Primary Teacher in UP

Revised advertisement in Hindi ( Typed by Mr. Naved  - Visitor of this blog) for Primary Teacher in UP

Mr. Naved makes a some hindi typed content of  ORIGINAL ADVERTISEMENT, and some of its content are -
------------------------------------------
Some blog members having difficulty with .pdf format files specially in the case of new revised vigyapti dated on 20.12.2011 so frnds here the exact vigyapti in hindi text format-
विज्ञप्ति मा॰ उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में योजित रिट याचिका संख्या-70682/2011 सरिता शुक्ला एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य में पारित आदेश दिनांक 12 दिसम्बर, 2011 द्वारा पूर्व प्रकाशित विज्ञप्ति दिनांक 30.11.2011 में वर्णित 05 जनपदों में आवेदन किये जाने संबंधी प्रावधान‍‌ को निरस्त कर दिया गया है। मा॰ उच्च न्यायालय के आदेश के समादर में दिनांक 30 नवम्बर, 2011 एवं 01 दिसम्बर,2011 को समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञप्ति को एतद्द्वारा इस सीमा तक संशोधित किया जाता है कि उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (प्राथमिक स्तर) उत्तीर्ण अभ्यर्थी पूर्व विज्ञापन में वर्णित प्रक्रियानुसार प्रदेश के किसी भी जनपद में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि जिन अभ्यर्थियों द्वारा पूर्व में एक से अधिक जनपदों में आवेदन पत्र दिया गया है, उन्हें पुनः उन जनपदों में आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी फिर भी यदि वे चाहते हैं तो प्रदेश के अन्य जनपदों में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। शासन स्तर पर लिये गये निर्णयानुसार अब अभ्यर्थी के द्वारा किसी एक जनपद में आवेदन पत्र के साथ प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के नाम से निर्धारित शुल्क के बैंक ड्राफ्ट को मूल रूप में संलग्न किया जाएगा तथा यदि वह प्रदेश के अन्य जनपदों में आवेदन प्रस्तुत करना चाहता है तो उसे अपने आवेदन पत्र के साथ जमा किये गये बैंक ड्राफ्ट की फोटोकॉपी जिस पर सम्बंधित अभ्यर्थी अपने हस्ताक्षर करेगा, बैंक ड्राफ्ट का ब्योरा यानि बैंक का नाम, जारी करने वाली ब्रान्च का नाम, ड्राफ्ट नम्बर एवं ड्राफ्ट का दिनांक, अपने आवेदन के साथ टंकित कराकर अपने हस्ताक्षर सहित, जिस जनपद में बैंक ड्राफ्ट प्रस्तुत किया गया है उस जनपद के आवेदन पत्र की फोटोकॉपी तथा रजिस्ट्री/स्पीडपोस्ट के रसीद की फोटोकॉपी स्वयं सत्यापित करते हुये अन्य जनपदों में आवेदन पत्र के साथ संलग्न करेगा। अभ्यर्थियों द्वारा अब केवल किसी एक जनपद के आवेदन पत्र के साथ बैंक ड्राफ्ट मूलरूप में संलग्न किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों ने एक से अधिक जनपदों में आवेदन करते समय एक से आधिक बैंक ड्राफ्ट जमा कर दिये हैं उनमें से केवल एक बैंक ड्राफ्ट को रोकते हुये शेष बैंक ड्राफ्ट को वापस करने के विषय में अलग से आदेश जारी किये जाएंगे।
**************************
See complete advt. published in Amar Ujala Epaper - Click on Below Image OR click on link - http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20111220a_009163014&ileft=515&itop=311&zoomRatio=130&AN=20111220a_009163014


**************************
Advt. can be found here also ( Live Hindustan Epaper -  http://epaper.livehindustan.com/PUBLICATIONS/HT/HL/2011/12/20/PagePrint/20_12_2011_013.pdf
*************************
It is on you to verify details from relevant authority/concerned dept.  as he(Naved) tried to do some help and not official announcer of UP Edu. Dept., and typing mistakes may be possible by him.OR update in this advertisement possible time to time in future , if any by the concerned authority.
There are many other details also published about vacancies / reservation / distribution of posts.
******
****************************
Disclaimer : Actual details should be verified from concerned department/commission / ORIGINAL Advertisement etc. by applicants (Advertisement publised by UP Edu. Dept.  in various news papers of Uttar Pradesh and you can take information from such paper.).And for any doubt you should contact to concerned dept.

9 comments:

  1. 9 january tak 9000 appeals high court mein pahunch jayengi.
    ab kuchh nahi hona hai,is kismat mein likha rona hai
    kitni aasani se ghar jalaye jate hain,par badi mushkil se ve banaye jate hain
    doosro ki hay le jati hai un raaho par,
    jahan berojgar log zinda jalaye jate hain

    subah na aaya shaam na aaya,din gujre paigaam na aaya
    pee gaye peene wale saaki,par mujh tak to tera jaam na aaya

    kisi ke paas sab kuchh ho to jalti hai duniya
    kisi ke paas kuchh na ho to hasti hai duniya
    aaz berojgari ne logo ka kar diya hai ye haal
    ki ek naukri ke liye tarasti hai duniya

    ham dil se dil ko bahlate rahe,
    kabhi roye kabhi muskurate rahe,
    tamanna thi hamko ek naukri ki
    intezaar mein ghadiya bitate rahe,

    aaz dil bahut udaas ho gaya
    jabki main TET mein pass ho gaya
    ab koi matlab nahi pass aur fail ka
    kyuki ab main ek zinda laash ho gaya
    ek main hi jagta raha saara zamana so gaya
    na jeete hain na marte hain kuchh haal aisa ho gaya
    ek naukri ki aas hai ye agar mil jaye to
    alok bolenge yahi 'ye aaz kaisa ho gaya'

    ReplyDelete
  2. Thanks a lot Navedji and Editorji. Really U all done great job by scanning the new advertisement and copied of adver. in Hindi Font. This advertisement will be helpful of all.
    One other thing in my mind is UPTET Website will show anskey again??? When??? Plz reply Editorji..,

    ReplyDelete
  3. टीईटी के चार और सवालों पर आपत्ति
    Story Update : Thursday, December 22, 2011 1:23 AM
    इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की आंसरशीट तैयार करने वाले विशेषज्ञों की जानकारी पर भी सवाल उठने लगे हैं। टीईटी डी सीरिज के चार और सवालों पर आपत्ति के बाद बुधवार शाम शासन ने विशेषज्ञ कमेटी के बारे में जांच का फैसला किया है। सूत्रों की माने तो लगातार आपत्तियों के कारण खराब हो रही इमेज से परेशान शासन ने विशेषज्ञों की तरफ से तैयार सवालों की सूची और उनके विकल्पों का ब्योरा मंगाया है। जांच की जा रही है कि कहीं विशेषज्ञों और जांच एजेंसी के बीच विकल्प फीड करने में कुछ भ्रम तो नहीं हुआ, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में जवाब गलत निकले।
    विभागीय सूत्रों की माने तो अब तक लगभग 20 सवालों के विकल्प संशोधित किए जा चुके हैं और बुधवार को चार अन्य सवालों पर आपत्तियां की गई हैं। बुधवार को अभ्यर्थियों ने डी सीरिज के जिन सवालों पर आपत्ति की है, उनके विकल्प एक नजर में समझ में आने वाले हैं। मसलन, सवाल है कि अभिभावक यदि स्कूल नहीं आते तो क्या करना चाहिए। बोर्ड ने जिस जवाब को सही माना है, वह है कि बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए, जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प, ‘सूचना भेजनी चाहिए’, उपयुक्त है। एक अन्य सवाल है कि प्रदूषण पर रोक के लिए भारत और अन्य देशों में किसके प्रयोग पर रोक लगाई गई है। बोर्ड ने ‘कागज की थैली’ विकल्प पर नंबर दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि ‘पालीथिन की थैली’ विकल्प पर अंक मिलने चाहिए। दो अन्य बेहद साधारण सवाल हैं।
    एक सवाल किंडर गार्डेन पद्धति को लेकर है। बोर्ड ने मांटेशरी विकल्प पर नंबर दिए हैं, अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प फावेल सही है। चौथा सवाल जिस पर बुधवार को आपत्ति की गई, वह है कि विद्यार्थी कौन सी संधि है, बोर्ड ने गुणसंधि पर अंक दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों के मुताबिक दीर्घ संधि पर नंबर मिलने चाहिए।
    सवाल केवल यह नहीं कि इन सवालों के क्या विकल्प सही माने गए, ताज्जुब यह कि ए सीरिज में इन्हीं सवालों के उन विकल्पों पर अंक दिए गए जो अभ्यर्थी बता रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि कम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए।
    15 अंक तक बदल सकती है मेरिट
    संशोधन के बाद मेरिट 15 अंक तक बदल सकती है। जिन छात्रों ने संशोधन के लिए आवेदन किया है, उनमें से ज्यादातर पास हैं। अभ्यर्थियों का दावा है कि उनके 15 अंक तक बढ़ सकते हैं। किसी अभ्यर्थी के 98 अंक तो किसी के 102। उनके 15 अंक बढ़े तो मेरिट में खासा उलटफेर हो सकता है।
    http://www.amarujala.com/state/Uttar-Pradesh/46626-1.html

    ReplyDelete
  4. ye paper walo aur kuch taang ladane wale baccho ko kuch kam nai hai.bs faltu information dete hai. Ho sakta hai 1-2 sawalo ke galat uttar die ho bt inko roj 4 sawal ke ans galat milte hai.
    Hmne 128 joda tha aur hamare 127 hain .aur mujhe jin prashno pr aapati jatayi gai no. Mile hai.

    ReplyDelete
  5. 5 ya jyada prasho pr aapati krne walo se nivedan hai ki ek bar apni answer sheet fir se mila le.aur mujhe lagta hai kisi ke no. Badhne nai hain.fir b prayas krne me koi burai nai hai

    ReplyDelete
  6. psycology ke kisi b prashn ka alag alag view se alag answer sambhav hai manovigyan ke har question ke kai approach hote hai.

    ReplyDelete
  7. Are bhai Anuj ji,
    when somebody writes own content/typed then I use - Visitor name on top.
    So that candidates not gets confused with actual info.
    When some news etc. published in NEWS paper,then we are not using your name on top, as it is a news.We don't want -
    Typing error by Mr Naved can affect can create confusions. (If there).
    Therefore we specifically write his name.

    ReplyDelete
  8. Maya ki sarkar hai maano jahar ka ghoot
    charo or yaha ho rahi,kaisi anokhi loot
    kaisi anokhi loot,tamasha azab ye dekho
    berojgari ka fayda uthakar khoob dhan ko entho
    ek draft ki jagah vasoole 5 draft bhaiya
    ham log ban gaye hain ek dudharu gaiya
    ab is mayaraj mein ramta ram rakhaiya
    alok yahan chahu or hain hamare khoon pibaiya

    ReplyDelete
  9. pls provide me details of शिक्षा निदेशक (बेसिक) के पत्र संख्या डी॰ई॰/2073/2222/2011-12 दिनांक 19.12.2011 this letter.

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।