/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Wednesday, March 6, 2013

UPTET : सचिव बेसिक शिक्षा को अवमानना का नोटिस

UPTET : सचिव बेसिक शिक्षा को अवमानना का नोटिस

गैर टीईटी अभ्यर्थियों के मामले में खंडपीठ के आदेश की अवहेलना का आरोप

इलाहाबाद(ब्यूरो)। गैर टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों को भी सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने के आदेश का पालन न करने पर हाईकोर्ट ने बेसिक शिक्षा सचिव और अन्य अधिकारियोें को अवमानना का नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने कहा है कि जवाब न देने पर दोषीजनों पर आरोप तय किए जाएंगे। यह आदेश न्यायमूर्ति डीपी सिंह ने विश्वनाथ प्रताप सिंह की ओर से दाखिल अवमानना याचिका पर दिया है।
अदालत ने इस दौरान आदेश के पालन का एक और मौका अधिकारियों को दिया है। एक माह में यदि वह आदेश का पालन नहीं करते हैं तो उनको न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर कारण बताना होगा। यदि आदेश का पालन और हलफनामा दोनों नहीं दाखिल किया जाता है तो अधिकारियों को अदालत में स्वयं उपस्थित होना होगा। 16 जनवरी 2013 को खंडपीठ ने आदेश पारित किया था कि बिना टीईटी उत्तीर्ण किए बीएड पास अभ्यर्थियों को भी सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाए



News Source : Amar Ujala (6.3.2013)
****************************************
NOTE - Today is another important hearing in Allahabad Highcourt DB in the bench of Hon'ble Justice Harkoli and Justice Manoj Mishra regarding 72825 posts of Old Advertisement.
And due to this stay happens on new advertisement.

28 comments:

  1. from shalabh tiwari's wall




    कल और आज दोनों ही दिन ज्यादातर लोग भयभीत हो गये थे कि कहीं सरकार ने किसी षड्यंत्र के तहत हरकौली साहब को केस से अलग करने की व्यवस्था तो नहीं कर दी है ,,,मुझे उनकी सोच पर हँसी आती है,,,,,,,अगर सरकार की उच्च न्यायालय में इतनी ही पहुँच होती तो वो स्टे लगने से पहले जुगाड़ भिडाती ना कि सांप निकल जाने के बाद लाठी पीटती ,,,,,,,मेरी एक बात गाँठ बाँध लो अब अगर स्वयं अखिलेश यादव भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज बना दिए जाएँ और उनको फैसला करना पड़े तो पूर्व विज्ञापन की बहाली के सिवाय कोई दूसरा फैसला नहीं दे पायेंगे ,,,,,,,,,,यकीन नहीं हो रहा ना? ठीक है,,,,, हरकौली साहब द्वारा हमारे मामले में जारी सभी अंतरिम आदेशों को लेकर किसी कुख्यात गुणांकधारी के पास जाओ और उससे गुणांक से भर्ती कराने वाले आदेश को लिखने को कहो,,,,,शर्त बस इतनी होगी,,सभी अंतरिम आदेश और अंतिम निर्णय एक दूसरे के संगत होने चाहिए ,,,,,,,,,, कुछ लोगों की आदत पड़ गई है डरने की ,,,,,डरने का कोई ना कोई बहाना खोज ही लाते हैं,,,,
    9058749811

    ReplyDelete
  2. Shalabh Tiwari
    आशा है आज हरकौली साहब फिर कुछ ऐसा करेंगे
    जिसकी हमने और सरकार दोंनों ने उम्मीद तक
    ना की हो ,,,,,हमारा केस अब ऐसे मुकाम पर
    पहुँच चुका है कि किसी भी वक्त
    फैसला हो सकता है ,,,हमारे पक्ष में ,,,,,,जल्द
    ही आप देखेंगे कि टेट मेरिट आधारित पूर्व
    विज्ञापन कोमा की स्थिति से निकलकर अंगडाई
    ले रहा है ,,,,वो दिन आज
    का भी हो सकता है,,,,, सोमवार या मंगल
    का भी ,,हो सकता है फैसला 15 मार्च
    को हो ,,,,,,न्यायालय ने नॉन टेट वालों को नई
    विज्ञप्ति में शामिल ना करने के लिए प्रमुख
    सचिव,बेसिक शिक्षा को 24 अप्रैल को तलब
    किया है,,,,,,अगर इस वक्त सचिव महोदय के
    मन में झांक कर देखा जा सके
    तो वो भी यही सोच रहे होंगे कि जल्दी से पूर्व
    विज्ञापन बहाल हो जाए और रोज-रोज के इस
    झंझट से
    मुक्ति मिले ,,,,टीचरों का मामला है,,कही कोर्ट
    ने दुर्भावना से प्रेरित होकर भर्ती प्रक्रिया में
    बाधा पहुंचाने के जुर्म में दो-तीन घंटों के लिए
    मुर्गा बना दिया तो दिक्कत
    हो जायेगी ,,,,,,,,,,,

    ReplyDelete
  3. non tet ki chinta acd walo ko karni chahiye kyonki unhe new add me shamil karne ko kaha gaya hai



    humare old add me ye kabhi nahi ho sakte kyonki old add 100%tet merit ka hai aur purane applicant ke liye hai




    new add se agar stay hata hai to non tet waale saare gunaank waalon ko naani.............................................

    ReplyDelete
  4. Shalabh Tiwari
    आखिर सरकार ने क्या सोचकर विज्ञान-कला ,पुरुष-महिला का वर्गीकरण नयी विज्ञप्ति में नहीं रखा था ,,,??
    आखिर ये जानते हुए भी कि 2011-12 वालों का टेट 2011 देना प्रथम द्रष्टया ही अवैध था सरकार ने उन्हें फ़ार्म डालने की छूट क्यों दी थी ,,,,,??
    टेट की अधिसूचना से पूर्व ट्रेनिंग कर चुके BTC और SBTC को टेट से मुक्ति मांगने की याचिका में NCTE का वकील कोर्ट में क्या कर रहा था ??
    सरकार ने 2011-12 वालों को नयी विज्ञप्ति से बाहर करने कि याचिका पर बहस में टेट पास किये बिना ही नई विज्ञप्ति में फ़ार्म डालने के आदेश का हवाला क्यों दिया ??
    आन-लाइन फ़ार्म में किसी के भी टेट के नंबर सही ना लिखने की क्या वजह रही होगी ????
    आन-लाइन फार्मों का सारा डाटा उपलब्ध होने के बाद भी टेट की संभावित मेरिट का अनुमान कोई नहीं लगा सकता ,,,,,,,,,सरकार ने गुणांक आधारित विज्ञप्ति निकालने से पहले इतना गुणा -भाग किया है कि गुणांक हमेशा -हमेशा के लिए समाप्त हो जाए ,,,,,,,,आन-लाइन फ़ार्म और उसकी विज्ञप्ति अपने आपमें इतने रहस्य समेटे हुए है कि ???????????????????????????
    आज कोर्ट ने प्रमुख सचिव को नान-टेट वालों को नए फ़ार्म में शामिल किये जाने वाले आदेश का अनुपालन ना करने पर 24 अप्रैल को व्यक्तिगत रूप से तलब किया है,,,,over age-under Age वाले आदेश पर भी यदि आगे कार्यवाही कि जाए तो सचिव महोदय इससे पहले भी इलाहाबाद की सैर कर सकते हैं,,,,सरकार की इन सभी समस्याओं का एक ही निदान है,,,,पूर्व विज्ञापन की बहाली ,,,,,टेट प्राप्तांकों के आधार पर चयन की हुन्कार भरने वाला हमारा प्रिय विज्ञापन तो चार फरवरी को स्टे लगने के साथ ही ही अमर हो गया था,,,,,,,,,,ये भर्ती ईश्वर ही करा सकता था,,,ईश्वर ही कराएगा ,,,,वरना इस भर्ती में इतने पेंच हैं कि इस भर्ती का होना अपने आपमें एक ऐतिहासिक घटना होगी,,,,,,,,और हम इस इतिहास का हिस्सा बनकर गौरान्वित हैं,,,,,,सपा चाहती है कि ये भर्ती कभी ना हो ,,,मायावती भी यही चाहती थीं कि ये भर्ती कभी ना हो वरना उन्हें क्या जरूरत थी कि BTC और SBTC वालों को हमारी विज्ञप्ति में शामिल करतीं,,, सचिव को सभी बी.एस.ए. की ओर से विज्ञापन निकालने की Authority आधिकारिक रूप से क्यों नहीं दी गई थी ??? तो सवाल यह है कि आखिर ये सब चाहते क्या थे,,,,अब क्या चाह रहे हैं ,,,,??????

    ReplyDelete
  5. Rajesh Pratap Singh
    Gudmrng frnds,
    ab tak jo suchna mil rahi hai uske anusar harkauli je aj nahi baithenge.
    Aise me rejoindr submit karakar friday ki date lene ki koshish hogi.
    Bahut zyada to monday.
    Ek aur khas bat kal jo non b'ed ka contemp hua hai usse sarkar bhi majboor ho rahi hai old add ke liye kyunki yadi old add bahal hota hai to age/nontet aur tamam uljhanon aur contemp se sarkar bach jayegi.
    24 ko sarkar ko court me contemp face krna hai usse pahle ye case decide ho jayega.
    All the best for today and for tet base.

    ReplyDelete
  6. sarkar ke aades par cort sabko ak ak lolipok pakda deti hai or sab log khush ho gate hai .jo hona tha vo pahle se hi tay ho chuka hai.ab to time pass ho raha hai........bad me acedmic merid hi banegi.

    ReplyDelete
  7. copy paste news
    Shalabh Tiwari
    इलाहाबाद से प्राप्त सूचना के अनुसार
    हरकौली साहब अपनी यात्रा से वापस आ गये हैं
    लेकिन कोर्ट में कल से बैठेंगे ,,,,,,इसे लेकर
    घबराने की कोई बात नहीं है,,जिसे डरने -डराने में
    आनंद की अनुभूति होती हो वो अपना भय
    किसी दूसरे ग्रुप में जाकर विसर्जित करे
    तो बेहतर रहेगा ,,,,,,रही बात हरकौली साहब
    की अनुपस्थिति को किसी षड्यंत्र से जोड़ने
    की तो मुझे ऐसे लोगों पर सिर्फ तरस
    ही आता है,,,, इतने स्वार्थी मत
    बनो कि अपनी समस्याओं के सामने दूसरे
    सभी लोगों की समस्याओं को अनदेखा कर
    दो ,,,,,अगर सरकार सेटिंग कर
    ही सकती तो क्या सेटिंग करने के लिए स्टे लगने
    का इन्तजार कर रही थी ,,,मैं यह
    तो नहीं कहता कि उच्च न्यायालय में सेटिंग
    नहीं चलती ,,,लेकिन ना तो Highlighted
    Cases में सेटिंग चलती है और
    ना ही सभी जजों के कोर्ट में ,,,,,,,वर्तमान पर
    ध्यान केंद्रित करने की जगह होली पर
    करो,,,ईश्वर ने चाहा तो यह होली जीवन
    की सर्वाधिक रंगीन होली होगी ,,,,,,,

    ReplyDelete
  8. ye sala harkauli judge hai.ya phir videsh mantri nalayak 3 lakh logo k bare men itana careless hai.

    ReplyDelete
  9. Uptet Tet-Base Raj
    Lagta hai, sp k sath-sath uparwala bhi
    humare dhairya ki parixa le rha hai lekin hum
    isme bhi aur parixaon ki tarah safal avashya
    honge. Aasha hi nhi poora vishwas hai.
    .
    Aaj bhi humara case court no. 29 me transfer
    kar diya gya hai. Koshish ki jayegi ki sunwai
    se bachkar 8 ya fir 11 March ki date li jaye.
    .
    Aise me nyaymoorti Harkouliji aaj bhi humare
    case ko nhi sun payenge. To iska matlab yah
    to nhi ki (jaisa ki kha ja rha hai), daal me
    kuchh kala hai. Agar sp k dbaw me court hoti
    to new advt par stay n lagta. Aur fir bhi maan
    liya jaye ki dikhane k liye lga hota to ab tak
    continue n rah pata. So old advt aaj bhi poori
    tarah se apni neend me hai. Ise uthane ka
    kaam Harkouliji hi karenge so sunwai unhi ki
    court me hone k liye new date ka wait kren.
    .
    Ab jo non-tet walon ki baat chal rhi hai to is-
    se to sp bhi fans chuki hai. Akhir sachiv ko
    avman-na notice zari jo ho chuka hai.
    .
    Sp bhi achchhi tarah se jaan chuki hai ki ye
    sare fsad/jhanjhat new advt k kaaraN ho rhe
    hain. So ise bhi apni bhlAi old advt ko bhal
    karne me hi nazar aani chahiye hi nhi aa bhi
    rhi hogi lekin akad bahut buri cheez hoti hai.
    Tootne k baad hi jaati hai.
    .
    .
    So ab tak jis dhairya k sath wait karte rhe
    hain, aage bhi isi ka paricay dene me koi
    buraI nhi hai qki
    .
    Hume apni special HOLI bhi to mnani hai.
    .
    .
    Jai Hind....Jai Baarat
    .
    Jai Tet....Jai Old Advt....!!!!!

    ReplyDelete
  10. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  11. KYA CHUP JI ME TO CHAHATA HU KI BHARTI KISI BHI TARAH HO BAS HONI CHAHIYE TET MERIT GUNANK MERIT TARIKA KUCH BHI HO ..KUCH SIRF APNA BHALA KARANE KO BHARTI KA BHARTA KAR RAHE HE... ISI LIYE KAHATA HU GHANTA HALAO KUCH NAHI HOGA YE BHARTI KA BHARTA HO GAYA HE...

    ReplyDelete
  12. Non tet walo ko samil karne ka mtlab hai ki acedmic se bharti karna . jb tet hi pass nahi kiya hai toh tet ki merit kese ban sakti hai....

    ReplyDelete
  13. shilendra G




    jab non tet aayenge to tet ki merit nahi balki flat ya gunaank banegi aur form me se tet ka column khatam ho jayega

    ReplyDelete
  14. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  15. new date 7 march ki lag sakti hai
    9058749811

    ReplyDelete
  16. कल की तारीख मिली स्टे जारी-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------mayawati aur nontet ke aane tak

    ReplyDelete
  17. Sujeet Singh
    case as it is..aaj ki sthiti kal tak jari..aur nishchint rhe.hon karkauli sir ke monday tak aane tak ye jari rahegi.afwaho pe dhyan na den..koi stay vacate nhi hua h.

    ReplyDelete

  18. Ak taraf cort non tet valo ko barti me samil karne ki bat kah raha hai or dusri tarf tet merid
    ki bat kar raha hai. 1-agar non tet valo ko samil karti hai to bhi acedmic merid banegi 2-sarkar chahati hai ki acedmic merid se ho or cort bhi chahati hai . To is tarike se tet merid kabhi bhi nahi banegi ye mera dava hai .harcoili ji par tet merid valo ko bahut bharosa hai vo log ye nahi jante hai ki harkoili ji hi bad me acedmic merid se bharti karane ka faisla sunayege.ye mai 100./. Dava karta hu yahi hoga.

    ReplyDelete
  19. Amit Kumar Rai
    Aaj hamara case take up hi nahi huaa is karan kal ki date mili hai. Isame ki chinta ki koi bat nahi hai.
    Judge Harkauli ji mondey ko aayenge. I think kal agar hamara no aata hai to hamare mitra mondey ki date lenge.

    ReplyDelete
  20. EK HANTHI THA BECHARA TET K MATCH ME APANI JAAN GAWA BAITHA....

    ReplyDelete
  21. .

















































































    .

















































































































































































































    .

















































































    .






















































































































































































































    .

















































































    .























































































































































































































    .

















































































    .























































































































































































































    .

















































































    .





















































































































































































































    .

















































































    .























































































































































































































    .

















































































    .























































































































































































































    .

















































































    .





















































































































































































































    .

















































































    .






















































































































































































































    .

















































































    .























































































































































































































    .

















































































    .





















































































































































































































    .

















































































    .





































































































































































































































    ReplyDelete
  22. Shalabh Tiwari
    अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार कल अपना केस कोर्ट नंबर 29 में अपना केस न्यायमूर्ति अम्बवानी एवं न्यायमूर्ति अशोक भूषण जी की बेंच में सुना जाएगा,,,,,बेंच बदल जाने को लेकर बिनावजह परेशान होने की जरूरत नहीं है ,,,,,,अगर अम्बवानी साहब ने डबाव देकर कल केस सुनने को कहा है तो इसका यह मतलब नहीं है कि वो कल अचानक चिल्लाने लगेंगे कि सरकार जो चाहे वो करे,,,,,,
    मैंने कल ही कहा था कि अगर अखिलेश यादव की बेंच में भी मामला चला जाए तो वो इस मामले में जारी अंतरिम आदेशों के प्रकाश में अंतिम आदेश हमारे विरूद्ध नहीं दिया जा सकता ,,,,चार फरवरी को स्टे लगने के बाद अदालत में बस इतना ही मामला है कि अगर सरकार के पास किन्हीं व्यक्तियों के विरूद्ध धांधली संबंधी साक्ष्य हैं तो उन्हें नोटिस देकर सफायी का अवसर दिया जाए और तब तक उन लोगों की टेट मेरिट से भर्ती की जाए जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा देकर टेट में अच्छे नंबर हासिल किये हैं ,,,,अभी हमारा rejoinder दाखिल नहीं हुआ है ,,अभी फैसला होने से पहले सी.बी.यादव और हमारे वकील दोंनों ही अदालत के सामने अपना पक्ष रखेंगे ,,,,,,कल फैसला नहीं हो जाएगा ,,हाँ हमारे पक्ष में देना चाहें तो कोई रोक-टोक भी नहीं है ,,,,,,,हम कभी भी किसी व्यक्ति विशेष पर निर्भर नहीं थे बल्कि न्यायपालिका पर निर्भर हैं,,,,,,इस बात से कोई फर्क नहीं पडता कि हरकौली साहब अपना केस सुन रहे हैं या कोई और,,,,अम्बवानी साहब भी अच्छे जजों में शुमार किये जाते हैं क्या पता कल वो सरकार से सीधे-सीधे पूछ लें कि पूर्व विज्ञापन की बहाली के सिवाय कोई विकल्प बचा भी है आपके पास ,,,अपने प्रमुख सचिव को जेल भिजवाने की की कसम ही खायी हो तो सीधे जेल ही पहुंचा दो,,,बिनावजह अदालत का कीमती समय क्यों नष्ट कर रहे हो.....

    ReplyDelete
  23. Shashwat Pathakposted toteachers group
    साथियो डाली पर बैठा परिँदा डाली की कमजोरी या उसके हिलने से नही डरता क्योंकि उसको पेड़ की डाली पर नही अपनेखुद के पंखों की ताकत पर भरोसा होता है ।टेट मैरिट और पुराने विज्ञापन की बहाली भी इसी वाक्य की तरह शाश्वत सत्य है ।4 मार्च से हमे बड़ी उम्मीदे थी लेकिन हरकौली साहब की अनुपस्थिति की वजह से हमारा केस 29 नं कोर्ट मे गया लेकिन समय की कमी के कारण सुनवाई नही हो सकी और 6 मार्च की तारीख मिल गई। आज भी दिन भर अफवाहो का बाजार इतना गर्म रहा कि कई बार स्टे तक हटने की घोषणा कुछ लोगों ने कर डाली । सत्यता यह है कि अपने केस की प्रतिदिन तारीख लगने पर भी मंगल से पहले सुनवाई नही हो पाएगी । एक दिन मे जब एक कोर्ट के केस ही नही निपट पाते तो दूसरे पर तारीख लगने के अलावा क्या संभव है ? यही कारण है पिछले दो दिन से हमारा नं नही आया है कल भी नही आएगा और परसोँ भीनं नही आ पाने की संभावना है । अगर परसोँ हमारी सुनवाई हुई भी तो इतना समय नही मिल पाएगा कि rejoinder लगने के बाद उस पर बहस हो सके । सोमवार को हरकौली साहब कोर्ट नं 33 मे बैठेगे पर बैकलाग फ्रेश केस इतने अधिक होंगे कि हमारा नं नही आ पाएगा । इस प्रकार यदि रोज सुनवाई हो तो हमारा केस मंगलवार को हरकौली साहब ही सुनेगे । इससे पहले रोज तारीख लगने पर भी सुनवाई नही हो पाएगी । इसके लिए अपने आप को मानसिक रूप से तैयार कर लीजिए । डाली पर भरोसा करने की बजाय खुद के पंखों पर भरोसा कीजिए जीवन मे सदा आनंदित रहेंगे और सफलता आपके कदम चूमेगी ।

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।