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Wednesday, June 26, 2013

Problems of Teachers Shortage in UP

Problems of Teachers Shortage in UP

UPTET  / टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News





News Sabhaar : Amar Ujala (26.6.13)


67 comments:

  1. b.ed gunank vivad 1 july ko nahi suna jayega aur tb tak na suna jayega jb tak old add par faishla na ho jay..old add bahal hone par wo ya to tet morcha with draw karega ya apne ap mahatwheen hoga kyuki wo new add se sambandhit hai.>>aur us khabar par v muhar b.ed practical vivad mamle ki date 8 july ho gyi hai.

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  2. भारतीय डाक विभाग ने आदरणीय _______ जी के
    नाम पर डाक टिकट जारी कर दिये.
    जनता परेशान है कि थूक किस तरफ लगाया जाये..!!

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  3. DOSTO- Good news bhai SK Pathak Ji ki slp 1st July ko court no 33 me Justice Harcauli and Justice Nahid Ara dwara 29 no par suni jayegi. And there are 99% chance that all slp will be bunched with this appeal.

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  4. 1 july ko harkauli ke sath madam naheed ara moonis ji case no.237/13 ki sunwayi karegi.. ye Old add v/s new add ka mukdma hai.. Sk pathak ki writ par r.n.singh pariwar bahash karenge.. Bachav paksh ki taraf se a.k.yadav ji hazir honge..

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  5. खरे ने अगर कोई गलत डिमांड की होती तो हरकौली साहब स्टे वाले दिन की भांति उनकी इज्जत का फालूदा बना देते,, जल्दबाजी में विचार करने पर मुझे भी लगा कि नॉन टेट वाले मामले में हमरे वकीलों की मौजूदगी से किसी प्रकार का नुकसान होने की संभावना नहीं है सिवाय कुछ रुपयों के,,मुझे भरोसा था कि हरकौली साहब का चार फरवरी को दिया आर्डर संशोधित करने की गुंजाइश किसी भी अदालत के पास नहीं है,,,

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  6. पहाड़ में फंसी एक बेटी ने अपनी मां से पूछा -
    अम्मा रेडियो पे
    सुना ईंडिया जीत गई , जो खेल रहे थे उन्हे एक करोड़ रुपिया मिला ,
    मां बोली हाँ बेटी सरकार कहती है वो देश के लिए खेल रहे थे..
    इसलिए .
    बेटी आसमान में हैलीकॉप्टर से लटकते जवान को देख के
    बोली. -
    अम्मा क्या इन्हे भी मिलेगा एक करोड़ ?
    मां बोली -ना-बेटी-ना हमारे यहां बल्ले से खेलने वाले को ईनाम
    मिलता है जान से खेलने वाले को नहीं..

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  7. उ०प्र० पीसीएस की परीक्षा में बैठ रहे सभी अभ्यर्थियों को इस पुरे ग्रुप की तरफ से शुभकामना. आपके सपने साकार हों !

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  8. जिस दिन भूख बगावत वाली सीमा पर आ जायेगी |
    उस दिन भूखी जनता सिंहासन को भी खा जायेगी...||
    मेरी पीढ़ी वालो जागो तरुणाई नीलाम न हो
    इतिहासों के शिला लेख पर कल यौवन बदनाम न हो
    अपने लोहू में नाखून डुबोने को तैयार रहो
    अपने सीने पर कातिल लिखवाने को तैयार रहो हम गाँधी की राहों से हटते हैं तो हट जाने दो
    अब दो - चार भ्रष्ट नेता कटते हैं तो कट जाने दो
    हम समझौतों की चादर को और नहीं अब ओढेंगे
    जो भारत माँ के आँचल को फाड़े हम वो हर बाजू तोड़ेंगे
    अपने घर में कोई भी जयचंद नहीं अब छोड़ेंगे
    हम गद्दारों को चुन-चुन कर दीवारों में चिन्वायेंगे बागी हैं हम इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे
    बागी हैं हम इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे |
    वन्दे मातरम् जय हिन्द जय मातृभूमि

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  9. AT 10.00 A.M. COURT NO.33 HON'BLE MR. JUSTICE SUSHIL HARKAULI HON'BLE Ms. JUSTICE NAHEED ARA MOONIS Fresh,order,admission,hearing & all listed Special Appeals arsing out of service - & education matters,cases under IntellectualProperty Rights,Medical Admission -Matters on priority basis; AND Public Interest Litigation (Civil) except assign ed/nominated matters;AND Fresh,order,admission,hearing Public Interest Litigatio -n (Criminal) except assigned/nominated matters fromJanuary 1st, 2013 onwards; A -ND Listed Misc. Writs upto the year 2008 for Orders,Admission and hearing inclu -ding Bunch Cases
    "29. 237/2013 SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS V.K. SINGH G.K. SINGH Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV 30. 405/2013 RAVENDRA KUMAR SHUKLA J.H. KHAN GULREZ KHAN W.H. KHAN Vs. RAVINDRA BABU SHRIWAS AND C.S.C. -5 ORS. R.K. OJHA"

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  10. काउंसलिंग पूरी, खाली रह गईं बी.एड. की 43,231 सीटें

    •शुल्क जमा न जमा कर पाने के बाद खाली सीटों की संख्या में हो सकती है बृद्धि

    •बी.एड. के प्रति लोगों की इस बेरुखी को नहीं समझ पा रहा विश्वविद्यालय

    गोरखपुर (ब्यूरो)। तीन चरणों तक बीएड की ऑनलाइन काउंसलिंग के बाद भी कॉलेजों में 43,231 सीटें खाली रह गई हैं। प्रदेश के 1105 कॉलेजों में 1,21,619 सीटों के लिए काउंसलिंग कराई गई थी। इन सीटों के सापेक्ष 1.90 लाख रैंक तक के अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया था। इनमें से 88104 ने काउंसलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिया।

    संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड-2013 के राज्य समन्वयक प्रो. सुरेंद्र दूबे ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय के अनुसार काउंसलिंग प्रक्रिया आठ से 25 जून तक चली। इस दौरान च्वायस लॉक करने वालों को 25 जून तक कॉलेज आवंटित कर दिया गया। ऐसे अभ्यर्थी 27 जून तक इलाहाबाद बैंक के किसी भी सीबीएस शाखा में अपना शुल्क जमा कर सकते हैं। 28 जून तक इनकी प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

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  11. LATEST NEWS......

    1) 27-28 ko pradesh ke 870 paricha kendro pr hogi TET.

    2) SM ka LKO VS pr dharna , police ne kiya lathi charge.

    3)PCS ki prarambhik paricha aaj.

    4)TET answer sheet ka do baar hoga mulyankan.

    5) TET paricha me ek ghanta phele chaspa hoga sitting plan ka notice..

    ( AMAR UJALA kanpur)

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  12. किसी का काफिला छूटा
    किसी की मंजिलें खोई
    तमाशा अपनी बर्बादी
    का रोते देखता कोई न अपना घर सुरक्षित है
    ना अब भगवान का मंदिर
    समय रहते ना सोचा कुछ
    रही सरकार बस सोई छलकते हैं जो आँखों से
    वो आंसू पी रहे हैं लोग
    निगाहों में दया की भीख
    लेकर जी रहे हैं लोग गरीबों की कराहें और
    आहें भी सुनो कोई

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  13. उत्तराखंड में आई आपदा के बाद हर
    कोई मदद के लिए आगे आ रहा है।
    यहां तक कि कूड़ा बीनने वाले बच्चे
    भी 20 हजार रुपये की मदद कर रहे हैं
    लेकिन प्रदेश सरकार विज्ञापनों पर
    पैसे की बर्बादी कर रही है। उत्तराखंड सरकार सूबे के लोगों को यह बताने के
    लिए कि वह मुसीबत की इस घड़ी में
    उनके साथ है, अखबारों में विज्ञापन
    दे रही है। यह विज्ञापन उत्तराखंड
    ही नहीं बल्कि देश भर के अखबारों में
    दिया जा रहा है। विज्ञापन राज्य के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की तरफ
    से है लेकिन इसमें कांग्रेस अध्यक्ष
    सोनिया गांधी और
    प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
    की तस्वीर प्रमुखता से छापी गई है।
    गौर करने वाली बात ये है कि ये पैसा जो पानी की तरह
    बहाया जा रहा है ..क्या लोगो ने
    इसी लिये राज्य सरकार
    को सौपा था???य आपदा मे फ़से
    लोगो की मदद के लिये....जनता के
    खून पसीने की कमाई का इस तरह दुरपयोग किया जाना कहाँ तक उचित
    है......गंदी राजनीति की प्राकाष्ठा हो
    इस देश मे धिक्कार है.....

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  14. क्या केदारनाथ में मानव ही मरे ???

    जब 5 रुपए के बिस्कुट के 250 रुपए...
    जब 15 रुपए के दूध के 500 रुपए.....
    कुछ महिलाओं के साथ बलात्कार....
    लाशों के अंग भंग करके गहने उतर लेना.....
    ...
    नहीं ....वहाँ मानवता भी मरी...
    काश कोई इस मानवता को भी राहत दे पाता !

    जब जब धरती पर मानवता मरेगी ....ऐसा ही फल भुगतना होगा ..,.इस बात में कोई दो राय नहीं है

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  15. only for tet m. supporters

    very very good morning to all of you.

    mitro sabhi jimmedar sathio ab wah samay aa gaya hai jab hame puri jimmedari aur satarkta se kam karna hai .ab kisi bhi galti ki gunjais nhi h aur dusro par aarop lagane se bachna hai lakshy ab adhik dur nhi . pichhli bato par bato par bahas n karke unse sikh leni h. ye bharti to tet merit se hogi. T. M. N. N. T. B. B. N.

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  16. Namskar Dosto,
    Aaj iss page ke madhyam se apka aur humara sath pure ek varsh ka ho gaya hai. Pichhale saal jab hum sab Court ki karwahi ke sath-sath Andolano me bhi sakriya bhoomika me the, tab mujhe laga ki blog/facebook pr maujood anya page purntah humare sath nhi hai isliye iss page ko banane ki awshykta hui. Aur yah page apne nirman ke pahle din se aaj tak keval aur kebal OLD ADD (TET MERIT) ki bahali ka samrthan krta hua aaya hai. Humara uddeshya bhi yahi hai jise hum sab milkar awshya prapt kr lenge.
    Aap sabhi ke pyar, sahyog, or sangthit prayash ke hum aabhari hai. Sath hi apne sabhi sahyogi admins Vaibhav Rajput, Neelesh Purohit, Shalabh Tiwari,vinay pandey alld. mayank tiwari ,rahul pandey,S.D. mishra,sarika DIDI Aur Shashwat Pathak ka bahut-bahut dhanybad. Aap sabhi admins ki athak mehnat or lagan se hum aap tak sahi or puri jankari pahuchane me safal rhe hai. aur aapko vishwas dilate hai ki yah karya jeetne tak anvarat jari rhega.
    Jai Hind Jai TET Jai Bharat

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  17. Success is not the key to happiness.
    Happiness is the key to success. If
    you love what you are doing, you will
    be successful

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  18. दिल्ली में कचरा बीनने वाले बच्चों ने उत्तराखंड सहायता कोष में २०,००० रूपये की बहुमूल्य राशी दी।

    एक सलाम इस महान कार्य के लिए

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  19. Satyam Shivam Sundram

    ye sach hai ki case mein kuch nahi bacha hai kewal anaupcharikta baki rah gai hai yadi nontet na hota to faisla 12 march ko hi aa jata lekin mai dekh raha hoon jab se TB ka faisla aya hai bahubali gunank saporter chuppi sadh gaye hai kyonki ye sabhi faisle TB se ane ka dava kar rahe the ab is FB aur blog per kuch chhutiya bhai acd wale bache jo bina logic ke baat kar rahe hain per wo ye jaan lein ki sp govt court se haar chuki hai aur aise samay me sachiv ka bayan ki faisla hamare pakch mein raha to bharti tatkal suru kar di jayege . ye wahi sachiv hai jo 15 june se dainik jagran office me cnslng kara raha tha yani isse ye baat clear hai ki sp govt ke bas mein kuch nahi hai yadi kuch bhi is sp govt ke bas me hota to ye bsp ke tet exam ko kab ka radd kar chuki hoti. ye to achchha hai bahan ji hume ek BRAHMAASTRA de gayi thi.
    mai sirf itna hi kahunga ki faisla old add ke pakch mein hi ayega yadi case ko cb yadav dwara deley na kiya gaya to nahi faisla old add ke hi pakch mein ayega per kafi deley hone ke baad mein case mein acd walo ke liye kuch nahi bacha hai wo tet 2013 ki man se taiyari karen aur jyda no. layein taki school ko yogy teacher mil sake

    Bande Matram

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  20. JAIL WAALI KE LIYE
    .






    Wo Mohabbten Jo Tumare Dil Mein Hai ,
    Usse Zubaan Par Lao Aur Bayan Kar Do ..

    Aaj Bas Tum Kaho Aur Kehte Hi Jao ,
    Hum Bas Sune Aisa Be-Zuban Kar Do ..

    Aa Jao Ke Aisa Toot Kar Chahoon Tumhe ,
    Humari Mohabbat Ko Mohabbat Ka Nishan Kar Do ..

    Apne Dil Me Is Tarha ChHupa Lo MujhKo ,
    Rahoon Humesha IsMe Ise Mera Jahan Kar Do....

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  21. mera centre gazipur bhez diya.... aur mai kaushmbhi se hu..... isliye mai psc ka exam chod diya..... ye dusro k liye gud news hai.... agar mai psc deta to unke liye ek seet km ho jati.

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  22. psc ki to bharti is samay nhi ho rhi hai. Ha pcs ka exam(pre) hone ja raha hai. Tumme kab sudhaar hoga?

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  23. namaskaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaar
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    T.....M.....N....T....B....B....N



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    O...R...I....G....I....N...A....L

    ReplyDelete
  24. केदारनाथ मंदिर की एक और ऐसी हकीकत जिससे कम लोग ही वाकिफ होंगे। वैज्ञानिकों के मुताबिक केदारनाथ मंदिर 400 साल तक बर्फ के नीचे दबा था, लेकिन फिर भी उसे कुछ नहीं हुआ। इसीलिए जियोलॉजिस्ट और वैज्ञानिक इस बात से हैरान नहीं हैं कि ताजा जलप्रलय में केदारनाथ मंदिर बच गया। 400 साल तक बर्फ के नीचे दबा था केदारनाथ मंदिर, चार सौ साल तक ग्लेशियर से ढंका था केदारनाथ मंदिर। चार सौ साल तक ग्लेशियर के भयानक बोझ को सह चुका है केदारनाथ मंदिर। जी हां, ये कहना है देहरादून के वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों का। शायद यही वजह है कि केदारनाथ मंदिर को जल प्रलय के थपेड़ों से कोई नुकसान नहीं हुआ।

    केदारनाथ मंदिर के पत्थरों पर पीली रेखाएं हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये निशान दरअसल ग्लेशियर के रगड़ से बने हैं। ग्लेशियर हर वक्त खिसकते रहते हैं और जब वो खिसकते हैं तो उनके साथ न सिर्फ बर्फ का वजन होता है बल्कि साथ में वो जितनी चीजें लिए चलते हैं वो भी रगड़ खाती हुई चलती हैं। अब सोचिए जब करीब 400 साल तक मंदिर ग्लेशियर से दबा रहा होगा तो इस दौरान ग्लेशियर की कितनी रगड़ इन पत्थरों ने झेली होगी। वैज्ञानिकों के मुताबिक मंदिर के अंदर की दीवारों पर भी इसके साफ निशान हैं। बाहर की ओर पत्थरों पर ये रगड़ दिखती है तो अंदर की तरफ पत्थर ज्यादा समतल हैं जैसे उन्हें पॉलिश किया गया हो।
    दरअसल 1300 से लेकर 1900 ईसवीं के दौर को लिटिल आईस एज यानि छोटा हिमयुग कहा जाता है। इसकी वजह है इस दौरान धरती के एक बड़े हिस्से का एक बार फिर बर्फ से ढंक जाना। माना जाता है कि इसी दौरान केदारनाथ मंदिर और ये पूरा इलाका बर्फ से दब गया और केदारनाथ धाम का ये इलाका भी ग्लेशियर बन गया। केदारनाथ मंदिर की उम्र को लेकर कोई दस्तावेजी सबूत नहीं मिलते। इस बेहद मजबूत मंदिर को बनाया किसने इसे लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। कुछ कहते हैं कि 1076 से लेकर 1099 विक्रमसंवत तक राज करने वाले मालवा के राजा भोज ने ये मंदिर बनवाया था। तो कुछ कहते हैं कि आठवीं शताब्दी में ये मंदिर आदिशंकराचार्य ने बनवाया था। बताया जाता है कि द्वापर युग में पांडवों ने मौजूदा केदारनाथ मंदिर के ठीक पीछे एक मंदिर बनवाया था। लेकिन वो वक्त के थपेड़े सह न सका। वैसे गढ़वाल विकास निगम के मुताबिक मंदिर आठवीं शताब्दी में आदिशंकराचार्य ने बनवाया था। यानि छोटे हिमयुग का दौर जो कि 1300 ईसवी से शुरू हुआ उससे पहले ही मंदिर बन चुका था।
    वाडिया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने केदारनाथ इलाके की लाइकोनोमेट्रिक डेटिंग भी की, लाइकोनोमेट्रिक डेटिंग एक तकनीक है जिसके जरिए पत्थरों और ग्लेशियर के जरिए उस जगह की उम्र का अंदाजा लगता है। ये दरअसल उस जगह के शैवाल और कवक को मिलाकर उनके जरिए समय का अनुमान लगाने की तकनीक है। लाइकोनोमेट्रिक डेटिंग के मुताबिक छोटे हिमयुग के दौरान केदारनाथ धाम इलाके में ग्लेशियर का निर्माण 14वीं सदी के मध्य में शुरू हुआ। और इस घाटी में ग्लेशियर का बनना 1748 ईसवीं तक जारी रहा। अगर 400 साल तक ये मंदिर ग्लेशियर के बोझ को सह चुका है और सैलाब के थपेड़ों को झेलकर बच चुका है तो जाहिर है इसे बनाने की तकनीक भी बेहद खास रही होगी। जाहिर है शायद इसे बनाते वक्त इन बातों का ध्यान रखा गया होगा कि ये कहां है क्या ये बर्फ, ग्लेशियर और सैलाब के थपेड़ों को सह सकता है।
    दरअसल केदारनाथ का ये पूरा इलाका चोराबरी ग्लेशियर का हिस्सा है। ये पूरा इलाका केदारनाथ धाम और मंदिर तीन तरफ से पहाड़ों से घिरा है। एक तरफ है करीब 22 हजार फीट ऊंचा केदारनाथ। दूसरी तरफ है 21,600 फीट ऊंचा खर्चकुंड। तीसरी तरफ है 22,700 फीट ऊंचा भरतकुंड। न सिर्फ तीन पहाड़ बल्कि पांच नदियों का संगम भी है यहां मंदाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णद्वरी। वैसे इसमें से कई नदियों को काल्पनिक माना जाता है। लेकिन यहां इस इलाके में मंदाकिनी का राज है यानि सर्दियों में भारी बर्फ और बारिश में जबरदस्त पानी। जब इस मंदिर की नींव रखी गई होगी तब भी शिव भाव का ध्यान रखा गया होगा। शिव जहां रक्षक हैं वहीं शिव विनाशक भी हैं। इसीलिए शिव की आराधना के इस स्थल को खास तौर पर बनाया गया। ताकि वो रक्षा भी कर सके और विनाश भी झेल सके। 85 फीट ऊंचा, 187 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा है केदारनाथ मंदिर। इसकी दीवारें 12 फीट मोटी हैं और बेहद मजबूत पत्थरों से बनाई गई हैं। मंदिर को 6 फीट ऊंचे चबूतरे पर खड़ा किया गया है।
    ये हैरतअंगेज है कि इतने साल पहले इतने भारी पत्थरों को इतनी ऊंचाई पर लाकर, यूं तराश कर कैसे मंदिर की शक्ल दी गई होगी। जानकारों का मानना है कि केदारनाथ मंदिर को बनाने में, बड़े पत्थरों को एक दूसरे में फिट करने में इंटरलॉकिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया होगा। ये तकनीक ही नदी के बीचों बीच खड़े मंदिरों को भी सदियों तक अपनी जगह पर रखने में कामयाब रही है।

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  25. एक आदमी बाढ़ में डूब रहा होता है , तभी एक पत्रकार वहाँ पहुँचता है और अपना माईक सीधा करके बोलता है
    पत्रकार - आप डूब रहें हैं कैसा लग रहा है ।
    आदमी - अरे भइया बचाओ मैं नहीं तो डूब जाउँगा ।
    पत्रकार - अरे आप जरा सा बताओ कि कैसे आपकी ये स्थिति हो गई , कैमरामैन तुम आदमी पर फोकस करो ।
    आदमी - रोते हुये भइया मुझे तैरना नहीं आता , और जिस लकड़ी को पकड़ रखा हूं आप भी उसका सहारा लिये हो , अगर टूट गई तो ....
    पत्रकार - चिन्ता मत करो सेना के जवान आ गये हैं बस उनका इन्टरब्यू ले लूं तो वो बचा लेंगें ।
    पत्रकार - सेना के जवान से आप इतना जोखिम उठा कर लोगों को बचा रहें हैं आपको अपने बीबी बच्चों की जरा सी भी चिन्ता नहीं ।
    सेना का जवान - बतातें हैं बोलकर पत्रकार को उठाकर उफनती नदी में फेक देता है । और बोलता है तुम्हे बचाऊँ या अपने बीबी बच्चों की चिन्ता करूँ ।
    अब पत्रकार गिड़गिड़ाता रहा लेकिन तब तक सेना ने नहीं बचाया जब तक उसने गन्दे नाले का दो चार घूँट पानी ना पी लिया ।

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  26. बादल फटना (क्यूलोनिवस) हमेशा प्राक्रतिक कारणो से नही होता है ,बादलो से बरसात होती है , और बरसात की एक दर होती है ,बादलो की दर थोड़ी बहुत बदलती है,....दस गुना तक नही ?

    जब बादल भारी मात्रा में आद्रता (यानि पानी ) लेकर आसमान में चलते हैं और उनकी राह में कोई बाधा आ जाती है, तब वो अचानक फट पड़ते हैं, यानि संघनन बहुत तेजी से होता है...या जब कोई गर्म हवा का झोंका ऐसे बादल से टकराता है तब भी उसके फटने ...की आशंका बढ़ जाती है ! उदाहरण के तौर पर २६ जुलाई २००५ को मुंबई में बादल फटे थे, तब वहां बादल किसी ठोस वस्‍तु से नहीं बल्कि गर्म हवा से टकराए थे!

    केदारनाथ में पिछले 5,000 सालो में कभी बादल नही फटे , अचानक आज कैसे ? 20 एम एम तक बरसने वाली बरसात का लेवल 300 एम एम से ज्यादा कैसे हो गया ? जब पहाड़ो के बीच में बादल टकराते है उससे बरसात होती है ,

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  27. क्या कोई बता सकता है की जिस समय बादल फटे , ठीक तभी कुछ ही घंटो के अंतराल में बाँध से पानी क्यों छोड़ा गया ??

    बदलो का संघनन (क्यूलोनिवस) बहुत छोटे से एरिया में होता है इतने बड़े एरिया में नही ,, संभव ही नही है ! पहले बादल फटे केदारनाथ में , फिर बाँध से पानी छोड़ा गया मन्दाकिनी और अलकनंदा नदी के बाँधो से ? मन्दाकिनी और अलकनंदा में बादल नही फटा था फिर बाँधो से पानी क्यों छोड़ा गया था , जनता को चेतावनी क्यों नही दी गयी ?

    ....."क्या केदारनाथ का ''सरकारी'' तंत्र सोता रहा , या पहले से ही चंपत हो गया था "

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  28. Samajdar wife

    Wife: Aapki Blue Shirt Mujh
    Se Jal Gayi.!!
    .
    .
    .
    Husband: Mere Paas Waisi Ek
    Aur Shirt Hai.!!
    .
    .
    .
    .
    Wife: Pata Hai,
    Maine Usme Se Kapda Kaat Ke
    Pehle Wali Me Laga Diya Hai.!!

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  29. ye katu satya hai ki DB ka faisla old add ke pax mein hi ayega per jaise hi old add bahal hoga vaise hi acd wale tet saporter ke samne gidgidaenge kyonki ye apni ankho ke samne job se wanchit ho jayeinge tab ye sp govt ke virodh mein andolan kareinge aur jab tak sp govt inke andolan ko kuchal nahi degi aur inko shant nahi kar degi tab tak ye bharti tet merit se sp govt nahi karegi aur in acd walo ko shant karne ki prakriya november aur december tak chalegi aur election bhi najdik aa chuke honge tab kahi tet saporter job ki ummeed rakhe kyonki sp govt acd walo ki bhi herkat ko dekhegi ki wo kya karne ja rahe hain

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  30. >>>>>breaking news>>>>>
    india t.v par faijabad ke ek cjm ne lagaya congres c.m ke bete saket bahuguna par arop sarkari helicafter se apni patni ko uttrakhand me fase logo ko 1.5 hour ghumakar dikhaya ..india t.v par uttrakhand trasadi par congres ke ek aur mahaghotala ki news...privet helicopter me per yatri sarkar ne 50000 tak kharch kiya..sarkari dhan ka congres dwara lutpat jari...trasadi me v lagta hai per yatri privet helicopter se liya hoga comison..lanat hai congres ke dalal aur agento par jo desh ko khokhla kar rahe..khady suraksha bill me mahaghotala karne ko v ye betab hai..sarkari dhan ko kis prakar lute bas bahana chahiye inhe.>>> congres bharat chhodo...hamare desh me mahalut band karo..>>>


    isme se 5000 bhi agar daaan ....................

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  31. KUCH BHAVUK PAL,,,,,,,,,,,,,, KUCH PURANI
    YADA,,,,,,,,,, fron DB HC
    ये 72825 भर्ती सिर्फ और सिर्फ टेट के प्राप्तांकों से
    ही सम्भव थी,,और है,,,,ईश्वर
    द्वारा मायावती सरकार के माध्यम से
    दिया गया हमको यह अंतिम अवसर था कि आखिर तुम
    लोग भी काबिल हो तो क्यों न इस बार काबिलियत के
    दम पर ही नियुक्ति हो जाये ,,,,,,तुम
    लोगों को भी कहने का मौका क्यों मिले कि ईश्वर
    हमारे साथ अन्याय कर रहा है ....................4
    तारीख को शलभ भाई ठीक हरकौली जी के सामने बैठे थे
    और मैं मनोज मिश्रा जी के ........हमारे बीच में सारे
    वकील....इस दिन जो हुआ
    वो ऐसा लगा मानो हमारी आत्माएं कोर्ट ने आत्मसात
    कर ली हों और हमारे लिये ही बनी हो.........उस दिन के
    कुछ अति उत्साहित करने वाले क्षण आप सभी से
    बाँटना चाहता हूँ क्योंकि जो खुशी और उल्लास हम
    दोनों ने बैठ कर वहाँ महसूस किया,उसका आनंद अकेले में
    कतई नहीं उठाया जा सकता.............वह सब आपके साथ
    बाँटकर आपके चेहरे की हँसी और सुकून देखना चाहता हूँ
    ------
    कोर्ट बैठ चुकी है.....समय 11:28 मिनट ---अपना केस
    प्रारम्भ .........
    हमारे पाँचों वकील बाँये तरफ बैठे हैं ........अपर
    महाअधिवक्ता सी.बी.यादव ने अपने जूनियर
    को भिजवाया और कहलवाया कि मैं आज नहीं आ
    सकता............किसी और दिन की तारीख दे
    दी जाये ........
    तभी अपने अधिवक्ता शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने तुरंत खड़े
    होकर कहा कि आज से सरकार काउँसलिंग करा रही है और
    आज इनको मौका मिल गया तो हमारे याचिकाकर्ताओं
    का क्या होगा ?????????
    हरकौली जी------बुला कर लाओ उसको ऐसे कैसे
    कहा कि मैं नहीं आ पाऊँगा ?????कह दो तुरंत आयें और
    स्पष्टीकरण दें............(मेरे और शलभ भाई के चेहरे पर
    मुस्कान तैर गयी)
    शशिनन्दन जी खड़े हुए और आधे घण्टे में उन्होने सरकार
    की सारी करनी को कोर्ट के सामने रखा,,कोर्ट ने
    बीच-बीच में उनसे कहा भी की यह सारी बातें आप संक्षेप
    में भी कह सकते थे...
    खरे साहब भी बीच - बीच में स्थिति स्पष्ट करते जा रहे
    थे ....

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  32. खैर उसके बाद खरे जी खड़े हुए,,,उन्होने
    भी अपना पूरा पक्ष रखा.....
    हरकौली साहब ने कहा कि क्या केवल प्रशिक्षु शब्द के
    कारण ही आपको एकल पीठ ने खारिज कर
    दिया ......ऐसा कैसे हो सकता है ??????????????????
    खरे साहब ने कहा यही हुआ है.......जज बोले ....अरे
    नहीं भाई यह तो गलत है...........(इ
    नका इतना ही कहना था ...कि शलभ भाई और मैं आपस में
    हाथ बाँधकर निश्चिंत हो चुके थे कि हमारा काम आज
    हो गया)
    उसके बाद शैलेन्द्र श्रीवास्तव,सीमांत सिंह जी ने
    भी सटीक बिन्दुओं पर बहुत अच्छी बहस की ................
    अब बारी आयी सी0बी0यादव महोदय की (तब तक लंच
    का समय हो चुका था.........)
    जज महोदय ने पूछा यह सब क्या है यादव
    जी ...........यादव महाराज जैसे
    ही अपनी वही पुरानी ढ्पली पीटना शुरू किये....जज
    साहब(हरकौली महोदय) ने
    कहा कि आपको क्या लगता है सरकार जब चाहे कुछ
    भी कर सकती है..........यह 72 हजार
    परिवारों का मामला है कभी सोचा है आपने
    कि इनका क्या होगा ????????? क्या आपकी नजर में यह
    कुछ नहीं है.......??? जाइये लंच का समय हो गया है और
    सोचिये कि आपको क्या कहना है .......सोचियेगा जरूर
    कि इनका क्या होगा .....और सही जवाब लेकर
    आइयेगा ............(जज साहब की इस बात से हम
    दोनों की आँखे नम हो गयी....हम
    दोनों की ही क्यों जितने भी टेट समर्थक उस समय जज के
    सामने मौजूद थे सब की आँखे नम हो चुकी थीं)जज महोदय
    उठ गये ......हम भी चाय पीने बाहर आ
    गये ......किसी जज की हमारे प्रति इस प्रकार
    की संवेदनशीलता पहली बार देखकर रह रह कर
    हमारी आँखों में नमी आ जाती ........ और न्याय पर अटूट
    विश्वास की चमक चेहरे पर झलक जाती ......खैर दो बज
    चुका था और एक बार फिर हम दोनों न्याय के मन्दिर के
    अंदर थे........
    हरकौली जी ने सी0बी0यादव से पूछ्ना प्रारम्भ
    किया.............
    जज -- क्या है यह सब ?????? यह संशोधन
    क्यों किया ????
    यादव -- सरकार ने सोचा कि गुणांक पद्धति को चयन
    का आधार होना चाहिये न कि टेट को...
    जज - अगर ऐसा ही है तो कल कोई दूसरा आयेगा वह
    कहेगा कि जो आपकी पद्धति है वह सही नहीं टेट
    वाली सही तो .............इससे
    तो कभी भर्ती हो ही नहीं पायेगी .....यह कारण
    तो किसी मतलब का नहीं है......................??????
    ?????
    यादव -- हुजूर ,टेट मे धाँधली हुई है इसलिये हमने यह
    निर्णय लिया....
    जज - एकल पीठ ने जब कहा कि जिन लोगों ने
    धाँधली की है उनको बाहर करके शेष का चयन कीजिये
    तो कुछ लोगों के कारण सबको सजा किसलिये
    दी जा रही है ......क्या आपके पास कोई सबूत
    है .........या आपने उन लोगों को अलग कर दिया है
    कि नहीं.......
    यादव -- हमने ऐसे लोगों को बाहर कर दिया है ......और

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  33. जो निर्णय हमने लिया है वह जावेद
    उस्मानी की अध्यक्षता में गठित हाई पावर
    कमेटी की सिफारिशों के आधार पर लिया है .....
    जज-- रिपोर्ट कहाँ है??????
    यादव - वो तो मेरे पास नहीं है ???
    जज- तो यहाँ क्या बहस कर रहे हो ????? 11 तारीख
    को वह सब कुछ लेकर आओ जिसमें आपने टेट से सम्बन्धित
    जाँच की हो या कुछ और ..................
    यादव-- हुजूर , आप काउंसलिंग जारी रखिये ....मैं 11
    को सब दिखा दूँगा.......
    जज- यह कैसे हो सकता है ??????? 3 लाख
    लोगों की जिंदगी का सवाल है ...यह नहीं हो सकता है..
    यादव - वर्तमान में 3 लाख लोग है....और वह भी इसमें
    शामिल हैं जो पिछली बार थे............(शलभ भाई
    अपना हाथ ऊपर करते हैं .....नहीं मैं वर्तमान विज्ञापन
    में नहीं हूँ.....शायद हरकौली जी ने इनका हाथ देख
    लिया था)
    जज - हो सकता है ...लेकिन क्या कोई सबूत है आपके पास
    कि पुराने विज्ञापन वाले सब इसमें शामिल हैं............
    ......??????
    यादव --- मौन व्रत धारण कर लेते हैं .....
    जज- अपना आदेश लिखाने लगते हैं...........
    यादव- बीच में टोकने का प्रयास करते हैं...
    जज- गुस्से के लहजे में उँगली दिखाते .....keep quite mr.
    yadav ji it will create problem for you.........जैसे
    ही हरकौली सानब ने आखिरी लाइन लिखाई की .the
    whole process is being suspended till 11th Feb.
    मैं और शलभ भाई एक दूसरे के गले लग गये.....
    यह आज पहला मौका था कि हमारा लक्ष्य हमारे
    सिवाय हमारे साथियों को भी स्पष्ट
    हो गया था कि यह भर्ती अब शीघ्र ही टेट से होने
    वाली है.....हमारी आखों में आँसू आ गये .......हमारे
    ही क्या हमारे सारे साथी आँखों में नमी लिये एक दूसरे के
    गले मिल रहे थे ........आखिर वह पल ही ऐसा था ....
    इतना मनोरम दृश्य केवल महसूस
    ही किया जा सकता है ..........खुशी ऐसी की चेहरे पर
    साफ झलक रही थी.............आखिर ऐसी क्यों न
    हो ...........यह खुशी पूरे 1 साल बाद
    जो दिखी थी.........सबने एक दूसरे को मिठाई खिलाई
    और एक दूसरे को बधाइयाँ दीं ......लेकिन अफसोस कि यह
    नजारा देखने को बहुत ही कम लोग थे.......क्योंक
    ि अधिकतर हार मान चुके थे और यह समझ चुके थे कि अब
    कुछ नहीं हो सकता............लेकिन एक बार फिर नई
    ऊर्जा और जोश आ चुका है और सबको यकीन हो चुका है
    कि टेट के अलावा इस भर्ती पर किसी भी दूसरी चयन
    पद्धति का अधिकार नहीं है......................
    शेष बहुत शीघ्र ही ......हमसे बुरी तरह पराजित होने के
    बाद.............बिना हमसे आँख
    मिलाये ....हमारी काउँसलिंग होगी और सरकार अपने
    हाथों से हमको हमारा नियुक्ति पत्र देगी.............
    धन्यवाद मित्रों यह सब एकजुटता और आपसी सहयोग
    का परिणाम है.....
    आशा करता हूँ हम सदैव ऐसी ही एकजुट रहेंगे ॥
    बाकी .......
    टेंशन टाइट है
    फ्यूचर ब्राइट है..........

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  34. वो पावन नगरी का आदमी था
    जिसने मुझसे एक लाख रूपए मेरे बच्चे को पानी पिलाने के लिए मांगे थे
    बेबसी में पैसों की कोई फ़िक्र नहीं थी
    किसी तरह बेटा बच जाता
    परन्तु वो भला आदमी पैसे लेकर भाग गया
    मेरा बेटा प्यास से मर गया


    वे पावन नगरी के बनिए थे
    जिन्होंने मुझसे बिस्कुट के एक पैकेट के लिए दो हज़ार रूपए मांगे थे
    भूखमरी में दस हज़ार भी मांगते तो दे देता
    मैं दो दो हज़ार रुपयों के बिस्कुट खाकर जिंदा हूँ

    पानी हर तरफ था मगर उसी पानी में लाशें भी सड़ रही थीं
    इसलिए मैंने एक हज़ार रूपए में एक लीटर पानी खरीद कर प्यास बुझाई

    जो जिंदा इंसानों को लूट रहे थे
    वो लाशों को कैसे छोड़ देते
    मेरी नज़रों के सामने लाशों को लूटा जा रहा था
    लाशों की तलाशी हो रही थी, पैसे, मोबाइल, ज़ेवर नॊच कर
    ये वहशी दूसरी लाशों को अपना शिकार बना रहे थे

    मैंने भी एक महापाप किया है
    एक लाश की पॉकेट से मोबाइल निकाल कर फ़ोन करने की कोशिश की
    पाप कर के भी नेटवर्क नहीं मिला पाया
    कैसे घरवालों को बताऊँ कि गुड्डा मर गया केवल मैं जिंदा हूँ

    मैंने सरकार को गालियाँ दी हैं जीवन भर
    मगर जब मुसीबतों में देशवासियों का लुटेरा रूप देखा
    तो अब गालियाँ किस को दूं?
    वोट देने वालों में लुटेरे भी हैं कातिल भी
    वो पावन नगरी के आदमी हैं

    मुसीबतों का पहाड़ टूटता है तो
    इंसानों का असली चेहरा नज़र आता है
    लुटेरों और कातिलों के चेहरे से मुखौटा हट जाता है
    और आम लोगों के बीच भगवान् भी नज़र आ जाता है
    मैंने उन्हें भी देखा जो स्वयं भूखे रह कर
    अनजान लोगों की मदद कर रहे थे
    मैंने उन्हें भी देखा जो अपनी जान की बाज़ी लगा कर
    बेसहारा लोगों को बचा रहे थे
    नहीं वे साधू संतों जैसे नहीं दिख रहे थे
    वे पावन नगरी के आम आदमी हैं !!!

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  35. जिन्होंने कभी किसी जमाने में ______ को वोट दिया...वो अनजान थे...!

    जिन्होंने 2004 में ______ को वोट दिया...वो नादान थे...!

    जिन्होंने 2009 में ______ को वोट दिया...वो ठगा के मूर्ख बन गए !

    और जो 2014 में ______ को वोट देंगे...वो देश के गद्दार कहलायेंगे...!
    सिर्फ और सिर्फ गद्दार:::::

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  36. _______________|
    _______________|सड़क ख़त्म हुई है, रास्ता नहीं ... पत्थर टूटे हैं, हौसला नहीं! टीवी यहाँ की स्थिति दिखाने की कोशिश कर रहा है, पर दिखा नहीं पा रहा। हालात बदतर हैं। 200 गाँव अब भी भुखमरी की स्थिति में हैं ... हवा में फैलते विषाणुओं से बीमारी फैलने का डर अलग। रसद रास्ते में सड़ रही है ... लेकिन हमारे साथ साथ और सैकड़ों लोग हर संभव कोशिश में लगे हुए हैं... उनका जज़्बा सराहनीय और अनुकरणीय है -



    "तूफानों की मार झेल कर छप्पर उठा रहा है देश,
    मालिक! तेरी ताक़त देखी, अब तू मेरी हिम्मत देख!"

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  37. Vrihdpeeth 31 may ko 3 binduon pr bahuprtikchit , nirnay aya .base of selection aur vighyapan vivad ka niptan July me hoga ...
    1. Shikchak k pd pr niukty hetu Patrata parikcha (TET) ko ncte ne apni ek adhisuchna 23.8.10 k dwra essential qualification bnaya hai dusra karan rte act hai Jo 1 April 2013 se pure desh me implement(pravertan me aa gai hai ab tet sbhi k lie badhyakari (mandatory) hai justice Sahi ji dwra vrihd peeth ko snderbhit sabhi issue(contains) jinhe debate(bhash me samil kiya gya tha ) me rays kiya gya hai kisi ko bhi tet se exemption (छूट) nhi mili hai.
    2. 16 Jan ko DB dwra parit non tet B.Ed ko shikchak bharti prkriya me samil krne smbandhi adesh LB dwra plt diya gaya hai. .
    3. Ncte ki adhisuchname me vivadaspd para 3 ki vyakhya ( interpretation) bhi LB dwra ki jayegi jiske tht 1 Jan 12 ki tay seema me niukti ki छूट ka vyapak paimane pr rajya srkaron dwra labh n le pane k pschat ab tet sbke lie must hai kyoki ncte ne amended notification k dwra tet sbke lie anivarya kr diya hai sath hi sath 23.8.10 k bad jin logon ki niukti without tet ho gai hai unhe 31 march tk tet pass krna hoga .. . July me old add bhal ho jayega aur srkar naye logon k lie separately vighyapan vighyapit kr unhe bhi naukri pane ka avsr degi ... Jay old jay tet merit

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  38. एक हवाई जहाज आसमान की ऊंचाइयों में उड
    रहा था कि अचानक अपना संतुलन खोकर इधर
    उधर लहराने लगा..
    सभी यात्री अपनी मृत्यु
    को समीप जान डर के मारे चीखने चिल्लाने लगे
    सिवाय एक बच्ची के जो मुस्कुराते हुए चुपचाप
    खिलोने से खेल रही थी....
    कुछ देर बाद हवाई
    जहाज सकुशल, सुरक्षित उतराऔर यात्रियों ने
    राहत की साँस ली..
    एक यात्री ने उत्सुकतावश
    उस बच्ची से पूछा- "बेटा हमसभी डर के मारे
    काँप रहे थे पर तुमको डर नहीं लग रहा था..
    ऐसा क्यों ?"
    बच्ची ने जवाब दिया-
    "क्योंकि इस प्लेन के पायलटमेरे पापा हैं.. मैं
    जानती थी कि वो मुझे कुछ नहीं होने देंगे"
    मित्रो, ठीक इसी तरह का विश्वास हमे ईश्वर पर
    होना चाहिये..
    "परिस्थितियाँ चाहे
    कितनी ही विपरीत हो जाऐं परएक ना एक दिन
    सब ठीक हो जाएगा, क्योंकि भगवान हमें कुछ
    नहीं होने देंगे

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  39. केदारनाथ में जो हुआ वो प्रकुतिक था या मानव निर्मित ...एक बहुत गहरी साजिश चल रही है हिन्दुओ के खिलाफ...

    केदारनाथ से 200 किलोमीटर उत्तर में दुनिया की एक
    जानीमानी कंपनी अपने मिनरल वॉटर का कारखाना लगाना चाहती है..
    जिनके लिए मौजूदा सरकार की और से बातचीत के बाद लाइसेंस
    मिलने के बाद 70 के लगभग डेम बनवाए गए.
    जिनसे बहाने के तौर बिजली का उत्पादन किया जा रहा है
    जबकि उत्तराखंड में ज्यादातर बिजली "मध्यप्रदेश एवं गुजरात"
    से ही जाती है...

    जानकारी ये भी मिली है की इस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने यहीं पर अपने
    कारखाने के लिए 500 एकड़ जमीन ली है.
    पूछने पर ये कहा गया की यहाँ के ग्लेशियर हर वर्ष बनते हैं
    और पिघलते हैं जिसे शुद्ध माना गया है...
    और जिसे साफ़ करने इतना खर्च नहीं आता.. वरना ये अपना प्लांट
    चाहें तो आइसलैंड में लगा सकते हैं...
    लेकिन यहाँ के ग्लेशियर सदीओं से नहीं पिघले हैं जिसे अशुद्ध माना जाता है ... दूसरा कारण ये बताया जा रहा है कि भारत में उपलब्ध बाज़ार विश्व के बड़े बाजारों में से है...

    और वो कम्पनी और कोई नहीं... वो nestle है... जिसकी maggi हर कोई
    खाता है... बहिष्कार करो ऐसी कंपनी का

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  40. बहुत हो गया, कांगेस ने देश को खोखला कर दिया है... भाई, कांग्रेस को पहचानो... पिछले साठ सालों से बस धरम और जात के नाम पर डरा कर लूटा है... बाजपेई जी का सपना था, देश को ताकत वर बनाना... अब उसी सपने को पूरा करने का जज्बा लिए मोदी जी को देश की वागडोर संभालना पड़ेगा... विकास का कोई धरम, कोई जात नहीं होती है... कांग्रेस को अब और लूटने का मौका नहीं देना है... और हाँ, आपस में गाली गलौज करना अच्छी बात नहीं... हम सब भाई भाई हैं... जय हिन्द!

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  41. दुनिया की सबसे सस्ती चीज़ है 'सलाह';
    एक से मांगो हजारों से मिलती हैं।

    और सबसे महंगा है 'सहयोग';
    हजारों से मांगो एक से मिलता है

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  42. maine aj tak suna tha k b.ed chutia log karte hai, aur aaj samjh aay log eaisa q kahte hai.... abhi tak inhe psc( public service commision) ka matlab nahi pata aur dusro k kamia nikalne lage..

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  43. agar desh ko bachana hai to central me samajwadi parti lao..... mulaym singh ji ko pm banao.... har morche me samajwadi parti aap sath rahegi....

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  44. Bharti keval Gunank merit se hi hogi......................

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  45. Bharti keval Gunank merit se hi hogi......................Ye sabhi ko july me hi confirm ho jayega...............

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  46. Mr. T.M.N.T.B.N Govt ke nirnay sadaiv galat nahi hote.

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  47. 72825 teachers ki Bharti keval Gunank merit se hi ho sakti hai....

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  48. क्विज टाईम -

    (अ) यदि केदारनाथ गुजरात में होता, तो अब तक नरेन्द्र मोदी का इस्तीफा कितनी बार माँगा गया होता?

    १) १००० बार
    २) ४०,००० बार

    (ब) यदि केदारनाथ गुजरात में होता और नीतीश अपने हेलीकाप्टर-बसें लेकर बिहारियों को बचाने पहुँच जाता, तो क्या होता?

    १) देश का सेकुलरिज्म, By Default अम्बुजा सीमेंट से ज्यादा मजबूत हो जाता...
    २) नीतीश कुमार भारत के (Sorry ब्रह्माण्ड के) सबसे सफल, चतुर, कार्यक्षम मुख्यमंत्री सिद्ध होते...

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  49. Dil ki baat zuban par la na sake,
    Sharm-o-Haya ka parda hata na sake,
    .
    Unki nazro me ek jheel sa nazara hai,
    Unki nazro se kabhi, nazre mila na sake,
    .
    Unki aankhon me koi, zannat sa jadoo hai,
    Jiske samne, ye dard-e-dil bekabu hai,
    .
    Kash! zamane ka na pahra hota,
    Dil yunhi na thamkar thahra hota.

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  50. high और low BP का इलाज !

    मित्रो राजीव भाई बताते है आयुर्वेद के अनुसार high BP की बीमारी ठीक करने के लिए घर में उपलब्ध कुछ आयुर्वेदिक दबाईया है जो आप ले सकते है । जैसे एक बहुत अच्छी दवा है आप के घर में है वो है दालचीनी जो मसाले के रूप में उपयोग होता है वो आप पत्थर में पिस कर पावडर बनाके आधा चम्मच रोज सुबह खाली पेट गरम पानी के साथ खाइए ;


    अगर थोडा खर्च कर सकते है तो दालचीनी को शहद के साथ लीजिये (आधा चम्मच शहद आधा चम्मच दालचीनी) गरम पानी के साथ, ये हाई BP के लिए बहुत अच्छी दवा है । और एक अच्छी दवा है जो आप ले सकते है पर दोनों में से कोई एक । दूसरी दावा है मेथी दाना, मेथी दाना आधा चम्मच लीजिये एक ग्लास गरम पानी में और रात को भिगो दीजिये, रात भर पड़ा रहने दीजिये पानी में और सुबह उठ कर पानी को पि लीजिये और मेथी दाने को चबा के खा लीजिये । ये बहुत जल्दी आपकी हाई BP कम कर देगा, देड से दो महीने में एकदम स्वाभाविक कर देगा ।

    और एक तीसरी अच्छी दवा है हाई BP के लिए वो है अर्जुन की छाल । अर्जुन एक वृक्ष होती है उसकी छाल को धुप में सुखा कर पत्थर में पिस के इसका पावडर बना लीजिये । आधा चम्मच पावडर, आधा ग्लास गरम पानी में मिलाकर उबाल ले, और खूब उबालने के बाद इसको चाय की तरह पि ले । ये हाई BP को ठीक करेगा, कोलेस्ट्रोल को ठीक करेगा, ट्राईग्लिसाराईड को ठीक करेगा, मोटापा कम करता है , हार्ट में अर्टेरिस में अगर कोई ब्लोकेज है तो वो ब्लोकेज को भी निकाल देता है ये अर्जुन की छाल । डॉक्टर अक्सर ये कहते है न की दिल कमजोर है आपका; अगर दिल कमजोर है तो आप जरुर अर्जुन की छाल लीजिये हरदिन , दिल बहुत मजबूत हो जायेगा आपका; आपका ESR ठीक होगा, ejection fraction भी ठीक हो जायेगा; बहुत अछि दावा है ये अर्जुन की छाल ।

    और एक अछि दावा है हमारे घर में वो है लौकी का रस । एक कप लौकी का रस रोज पीना सबेरे खाली पेट नास्ता करने से एक घंटे पहले ; और इस लौकी की रस में पांच धनिया पत्ता, पांच पुदीना पत्ता, पांच तुलसी पत्ता मिलाके, तिन चार कलि मिर्च पिस के ये सब डाल के पीना .. ये बहुत अच्छा आपके BP ठीक करेगा और ये ह्रदय को भी बहुत व्यवस्थित कर देता है , कोलेस्ट्रोल को ठीक रखेगा, डाईबेटिस में भी काम आता है ।

    और एक मुफ्त की दावा है , बेल पत्र की पत्ते - ये उच्च रक्तचाप में बहुत काम आते है । पांच बेल पत्र ले कर पत्थर में पिस कर उसकी चटनी बनाइये अब इस चटनी को एक ग्लास पानी में डाल कर खूब गरम कर लीजिये , इतना गरम करिए के पानी आधा हो जाये , फिर उसको ठंडा करके पि लीजिये । ये सबसे जल्दी उच्च रक्तचाप को ठीक करता है और ये बेलपत्र आपके सुगर को भी सामान्य कर देगा । जिनको उच्च रक्तचाप और सुगर दोनों है उनके लिए बेल पत्र सबसे अछि दावा है ।

    और एक मुफ्त की दावा है हाई BP के लिए - देशी गाय की मूत्र पीये आधा कप रोज सुबह खाली पेट ये बहुत जल्दी हाई BP को ठीक कर देता है । और ये गोमूत्र बहुत अद्भूत है , ये हाई BP को भी ठीक करता है और लो BP को भी ठीक कर देता है - दोनों में काम आता है और येही गोमूत्र डाईबेटिस को भी ठीक कर देता है , Arthritis , Gout (गठिया) दोनों ठीक होते है । अगर आप गोमूत्र लगातार पि रहे है तो दमा भी ठीक होता है अस्थमा भी ठीक होता है, Tuberculosis भी ठीक हो जाती है । इसमें दो सावधानिया ध्यान रखने की है के गाय सुद्धरूप से देशी हो और वो गर्भावस्था में न हो ।

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  51. low BP की बीमारी के लिए दावा : निम्न रक्तचाप की बीमारी के लिए सबसे अछि दावा है गुड । ये गुड पानी में मिलाके, नमक डालके, नीबू का रस मिलाके पि लो । एक ग्लास पानी में 25 ग्राम गुड, थोडा नमक नीबू का रस मिलाके दिन में दो तिन बार पिने से लो BP सबसे जल्दी ठीक होगा ।
    और एक अछि दावा है ..अगर आपके पास थोड़े पैसे है तो रोज अनार का रस पियो नमक डालकर इससे बहुत जल्दी लो BP ठीक हो जाती है , गन्ने का रस पीये नमक डालकर ये भी लो BP ठीक कर देता है, संतरे का रस नमक डाल के पियो ये भी लो BP ठीक कर देता है , अनन्नास का रस पीये नमक डाल कर ये भी लो BP ठीक कर देता है ।
    लो BP के लिए और एक बढ़िया दावा है मिसरी और मखन मिलाके खाओ - ये लो BP की सबसे अछि दावा है ।
    लो BP के लिए और एक बढ़िया दावा है दूध में घी मिलाके पियो , एक ग्लास देशी गाय का दूध और एक चम्मच देशी गाय की घी मिलाके रातको पिने से लो BP बहुत अछे से ठीक होगा ।
    और एक अछि दावा है लो BP की और सबसे सस्ता भी वो है नमक का पानी पियो दिन में दो तिन बार , जो गरीब लोग है ये उनके लिए सबसे अच्छा है । —

    आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यववाद !!

    यहाँ नीचे जरूर जरूर click करे !!
    http://www.youtube.com/watch?v=z1rr1cdf5s8

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  52. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया लुढ़क कर 60.61 के ऐतिहासिक स्तर पर आ गया है. इस कारनामा के लिए देश के महान अर्थशास्त्री व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बधाई और हावर्ड से डिग्री पाने वाले चिदंबरम साहब को नमन करता हूं. साथ में पिछले नौ साल में बारी बारी से देश की आर्थिक स्थिति को बर्बाद करने वाले वित्तमंत्रियों व अर्थशास्त्रियों को भी मैं प्रणाम करता हूं. और हां.. इन्हें वोट देने वाले, समर्थन करने वाले और सोशल मीडिया में इनके लिए दिन रात लड़ने वालों की साहस का भी दाद देता हूं. क्योंकि अगर ये न होते तो भारत यह कीर्तिमान कैसे बना पाता?

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  53. अभी उत्तराखंड मे बाढ़ मे फसे लोगों के आंखो के आँसू सूखे भी नहीं थे...अभी मुश्किल से जान बचा के आए हुये लोगों के दिल से उस भयानक मंज़रका दृश्य निकाला भी नहीं था....के इसी बीच हमारे देश के नेताओं ने सियासत शुरू कर दी.....

    एक हमारे शिंदे साहब हैं जिनहोने साफ साफ कह दिया है के...."देखो अगर कोई मर रहा है तो उसे मरने दिया जाये......लेकिनकिसी और प्रदेश वाले उन्हे बचाने का प्रयास न करें.......!

    दैनिक जागरण मे एक उत्तर प्रदेश के बड़े मंत्री जी का एक बयान पढ़ा की अगर ये तबाही उत्तर प्रदेश मे आई होती तो हम 24 घंटे के भीतर सब को बचा लेते....
    लेकिन मंत्री जी अपनी राजनीति की रोटियाँ सेकते सेकते ये भूल गए के उनके तवे मे भी तो छेद है...

    अभी जनवरी मे ही इलाहाबाद मे सम्पन्न हुये महाकुंभ की अव्यवस्थावों (....माफ करिएगा वव्यवस्थाओं....) की सारी ज़िम्मेवारी भी तो इनहि के हवाले थी....!
    मौनी अमावस्या के दिन कई बार मेले मे भगदड़ मची थी पर सब कुछ गंगा माइया की कृपा से सही चलता रहा.... दो चार मारे भी....पर इतनी भीड़ थी के उनका पता ही नहीं चला.....उस समय इन साहब लोगों की सारी फौज अपने कुकर्मी सहयोगियों के पाप धुलवाने मे व्यस्त थे (मतलब के वही वी आई पी लोग....)...!!!!
    पर शाम आते आते स्टेशन पर भगदड़ मे सैकड़ों लोग तड़पते हुये मर गए उन लोगों तक चिकित्सा व्यवस्था पहुच ही न पायी....!
    तब कहाँ थे ये मंत्री जी......??
    और इनको तो शरम भी नहीं आई ये उस मेला पर भाषण देने विदेश चले गए हालांकि वहाँ जब बेइज्जती के साथ भगाये गए तो छाती माथा पीटते हुये घर आगए....
    अरे भाई कुछ तो शरम करो....कम से कम लाशों पर राजनीति तो करना बंद कर दो....
    यार ये शाशन व्यवस्था तुम्हारी है....ये पार्लियामेंट तुम्हारा है.....सत्ता तुम्हारे हाथ मे है.....
    पर ये सोचो के इस नीचे वाली सत्ता के ऊपर भी तो एक सत्ता है...
    वहाँ क्या जवाब दोगे वहाँ के पोलिग्राफिक टेस्ट मे कैसे पास करोगे भाई लोग.....??

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  54. एक आदमी नाव से कहीं जा रहा था। अचानक जोर से हवा चली और उसकी नाव पलट गई। उसने भगवान से प्रार्थना की मुझे बचा लो मैं 21 किलो लड्डू चढ़ाउंगा।
    एक जोर की लहर चली और वो बाहर आ गया। वो जैसे ही बाहर निकला उसने कहा कौन से लड्डू, कैसे लड्डू।
    फिर से जोर की एक लहर आई और वो नदी में पहुंच गया।
    तो वो बोला.. अरे मैं तो बस पूछ रहा था लड्डू बेसन के या बूंदी के?

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  55. HI DUPLICATE BHAI ABB BHI SAB KUCHH SAAF _ DIKH RAHA HAI
    AAP UNKE JAISA NAHI BAN SAKTE JAAO FIR SE B.ED TET KARO

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  56. TUMHARI CHUTIYAPA KHABRON SE HUME KOI FARQ NAHI PADTA HAI HUME PATA HAI KAUN SI MERIT BANEGI
    MULLA ZEE TARAH SUBAH_2 BAANG DENE SE KUCHH NAHI HOGA
    AGAR FINAL ORDER KE BAAD BHI KUCHH BACH GAYA TO TET WAALE TUMHARA SYSTEM HAMESH KE LIYE KHATAM KAR DENGE
    KYONKI WO LADNA JAANTE HAIN
    HALAAT NE UNHE LADNA SIKHA DIYA HAI

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  57. ORIGINAL NE HUM LOGON KO APNA PASSWORD DE DIYA HAI JISSE HUM YE JAAN JATE HAIN KI KAON ASLI AUR KOUN NAQLI

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  58. मंजिल मिल ही जायेगी भटकते ही सही, गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं
    एक संत ने एक रात स्वप्न देखा कि उनके पास एक देवदूत आया है। देवदूत के हाथ में एक सूची है। उसने कहा, ‘यह उन लोगों की सूची है, जो प्रभु से प्रेम करते हैं।’ संत ने कहा, ‘मैं भी प्रभु से प्रेम करता हूं। मेरा नाम तो इसमें अवश्य होगा।’ देवदूत बोला, ‘नहीं, इसमें आप का नाम नहीं है।’
    संत उदास हो गए। फिर उन्होंने पूछा, ‘इसमें मेरा नाम क्यों नहीं है। मैं ईश्वर से ही प्रेम नहीं करता बल्कि गरीबों से भी प्रेम करता हूं। मैं अपना अधिकतर समय गरीबों की सेवा में लगाता हूं। उसके बाद जो समय बचता है उसमें प्रभु का स्मरण करता हूं।’ तभी संत की आंख खुल गई।
    दिन में वह स्वप्न को याद कर उदास थे। एक शिष्य ने उदासी का कारण पूछा तो संत ने स्वप्न की बात बताई और कहा, ‘वत्स, लगता है सेवा करने में कहीं कोई कमी रह गई है।’ दूसरे दिन संत ने फिर वही स्वप्न देखा। वही देवदूत फिर उनके सामने खड़ा था। इस बार भी उसके हाथ में कागज था। संत ने बेरुखी से कहा, ‘अब क्यों आए हो मेरे पास। मुझे प्रभु से कुछ नहीं चाहिए।’
    देवदूत ने कहा, ‘आपको प्रभु से कुछ नहीं चाहिए,लेकिन प्रभु का तो आप पर भरोसा है। इस बार मेरे हाथ में दूसरी सूची है।’ संत ने कहा, ‘तुम उनके पास जाओ जिनके नाम इस सूची में हैं। मेरे पास क्यों आए हो?’
    देवदूत बोला, ‘इस सूची में आप का नाम सबसे ऊपर है।’ यह सुन कर संत को आश्चर्य हुआ। बोले, ‘क्या यह भी ईश्वर से प्रेम करने वालों की सूची है।’ देवदूत ने कहा, ‘नहीं, यह वह सूची है जिन्हें प्रभु प्रेम करते हैं। ईश्वर से प्रेम करने वाले तो बहुत हैं, लेकिन प्रभु उसको प्रेम करते हैं जो गरीबों से प्रेम करतेहैं। प्रभु उसको प्रेम नहीं करते जो दिन रात कुछ पाने के लिए प्रभु का गुणगान करते है।’

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  59. निकलता है घर से पेट भर सकने की चाह में वह
    अनिश्चितता के मकड़जाल में बुनता रहता है सपना वह
    कभी सपना उसका पार पा जाता है
    और पेट भर सकने जितना वो कमा पाता है
    कभी भूखे पेट ही संग उसके
    उसका सपना भी सो जाता है.
    हर बार उसके दिल में जगायी उम्मीदें
    नेता के भाषण, वादों, जीत और कुछ भी न बदलने के चक्र में
    दम तोड़ती नज़र आती है
    पदलोलुपता, महत्वाकांक्षा और भ्रष्टाचार के शासन तले
    लात हर बार उसके पेट पर ही मारी जाती है.
    नहीं समझ पाता वो
    बढती महंगाई में भी, शेयरों के भाव क्यों गिरते हैं?
    उसके जीवन में जब कुछ भी नहीं बदलता
    तो हर रोज ये नेता क्यों बदलते हैं ?
    आटे, दाल, आलू, प्याज के भावों पे नज़र डाल
    कोसता है अपने भाग्य को वह मिट्टी का लाल
    सूरज की किरणे जब सकपकाती सी
    घुस आती है कोठरी में उसकी
    तो निकल पड़ता है फिर से वह
    उसी अनिश्चितता की राह में
    पेट भर सकने का सपना लिए.

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  60. Tet 110
    kya chance hai?
    Umed rakhu ya nhi

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